सत्ता की डोर मध्यम वर्ग के हाथ
भारतीय लोकतंत्र की स्वयं की एक पहचान और इतिहास है। स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान के शिल्पकारों ने इसकी नींव रखी...
भारतीय लोकतंत्र की स्वयं की एक पहचान और इतिहास है। स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान के शिल्पकारों ने इसकी नींव रखी...
दिल्ली में 48 दिनों की नौटंकी खत्म हो गई। केजरीवाल ने अपनी ही सरकार पर ‘झाडू’ चला दिया। यह कोई...
2014 के आम चुनाव निकट हैं। उसके पहले सेमीफायनल के रूप में जिन विधानसभा चुनावों की ओर देखा जा रहा...
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में चुनाव एक महत्वपूर्ण कर्मकांड है। राष्ट्रीय कर्तव्यपूर्ति के उत्सव के रूप में भी उसे संबोधित...
31 दिसम्बर की रात और 1 जनवरी की सुबह, साल बदलने के इस मोड़ पर सारा संसार आनंदोत्सव मनाता है।...
ये कोई नई बातें नहीं हैं; लेकिन दुहराना इसलिए पड़ रहा है कि नवम्बर में ऐसी तीन घटनाएं हो चुकी...
नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में गुजरात में हुआ विकास, उस विकास के कारण मुसलमान जनता को मिला लाभ बहुत बड़ा...
ब्रह्म सत्य है, पवित्र है, सुंदर है। ब्रह्म का ही दूसरा रूप है यह सृष्टि। इसलिए सृष्टि का हर रूप...
अगर वास्तव में देश मेंं धर्मनिरपेक्ष समाज व्यवस्था होनी हो तो हिंदू विचार ही इसको बल दे सकता है, ऐसा...
नरेंद्र मोदी के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार बनने के माने क्या हैं? माने यही है कि परिदृश्य साफ हो...
आज के संदर्भ में आदिशक्ति के उत्सव की ओर हमें ‘शक्ति के ऊर्जा-स्रोत’ के रूप में ही देखना चाहिए। इन...
पिछले कुछ महीनों की घटनाओं से इस समय देश में चिंता और क्रोध दोनों हैं। चिंता केंद्र सरकार की नीतियों...
Copyright 2024, hindivivek.com