बढ़ता विकास – घटती प्रसन्नता
.प्रतिवर्ष बढ़ती हुई राष्ट्रीय जी. डी. पी. वैश्विक स्तर पर विकसित एवं विकासशील राष्टृों के मध्य मुखर प्रतियोगिता का आधार बन गया है। परन्तु उसके विपरीत इन देशों में घटती हुई सामाजिक समरसता, परस्पर सहयोग, उदारता एवं सहनशीलता जन सामान्य के मध्य राष्ट्रीय प्रसन्नता स्तर को कम कर रहे हैं।