महात्मा ज्योतिबा फुले क्रांतिकारी समाज सुधारक
19 वीं शताब्दी के प्रबोधनकाल के अधिकांश समाजसुधारक उच्चवर्णीय थे तथा उनके सुधार का विषय सफेदपोश शहरी थे। इस पार्श्वभूमि में महात्मा ज्योतिबा फुले बहुजन, दलित, किसान की उन्नति के लिए वातावरण निर्माण करने वाले बहुजन समाज के पहले समाज सुधारक, वैचारिक लेखक थे। भारत में स्त्री शिक्षा की नींव इन्होंने ही रखी, उनके शैक्षणिक विचारों तथा कार्यों का स्वयं ब्रिटिश लोगों ने खुला सम्मान किया था। महात्मा फुले के पूरे कार्य में उनकी पत्नी सावित्री बाई का बहुमूल्य योगदान रहा है।