महात्मा ज्योतिबा फुले क्रांतिकारी समाज सुधारक
19 वीं शताब्दी के प्रबोधनकाल के अधिकांश समाजसुधारक उच्चवर्णीय थे तथा उनके सुधार का विषय सफेदपोश शहरी थे। इस पार्श्वभूमि...
19 वीं शताब्दी के प्रबोधनकाल के अधिकांश समाजसुधारक उच्चवर्णीय थे तथा उनके सुधार का विषय सफेदपोश शहरी थे। इस पार्श्वभूमि...
जिन्हें भारतीय जीवन मूल्य एवं विचार दर्शन का पूर्ण रूप से आकलन करना है उनके लिए पूर्णावतार श्रीकृष्ण का चरित्र...
12हवीं शताब्दी में कर्नाटक में महात्मा बसवेश्वर हुए, जो एक क्रांतिकारी विचारों वाले संत, कवि एवं समाज सुधारक के रूप...
नामदेव महाराष्ट्र के पहले ऐसे संत हैं जिन्होंने विट्ठल नाम भक्ति का परचम महाराष्ट्र से बाहर भी फहराया। गुजरात, राजस्थान...
२०वीं सदी में महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में जन्मे राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज ने ग्राम सुधार, ग्राम विकास, ग्रामोद्योग एंव ग्रामोध्दार...
लोकमान्य तिलक मानते थे कि भारतीयों की अकर्मण्यता ही उनकी अवनति का कारण बनी। उस अकर्मण्यता को केवल पुरुषार्थी कर्मयोग...
नगालैण्ड जैसे दुर्गम परिसर, विविधता से भरे ईसाई बहुल राज्य में ‘वनवासी कल्याण आश्रम’ के कार्य की नींव डालने का...
महाराष्ट्र की परम पावन भूमि पर मध्ययुग के कालखंड में अनेक धर्म-सम्प्रदायों का उदय हुआ, तथा सभी एक भाव के...
खाक भी जिस जमीं की पारस है,शहर मशहूर वह बनारस है । ‘श्री काशी’, ‘वाराणसी’,‘बनारस’,‘मोक्ष नगरी’,‘मुक्ति क्षेत्र’ इत्यादि नामों से...
‘वारी’ यानी पैदल यात्रा। पंढरपुर तीर्थक्षेत्र। पंढरपुर की ‘वारी’ महाराष्ट्र का सांस्कृतिक वैभव और पारमार्थिक ऐश्वर्य है। इस ‘वारी’ की...
Copyright 2024, hindivivek.com