आस्तीन के सांप और इंडिया के “यूज़फुल इडियट्स”

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  जुनैद , पहलु खान , अख़लाक़ , गौरी लंकेश तो महीनो भर सुर्ख़ियों में छाते हैं लेकिन प्रशांत पुजारी को कोई नहीं पूछता। अब आपको पता चला कि कठुआ और हाथरस पर फ़िल्मी अदाकाराओं के पेट में दर्द क्यों होता है मंदसौर और बाड़मेर पर क्यों नहीं होता ?…

गुलामी के प्रतीकों से लगाव की दूषित मानसिकता !

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भारत में विभिन्न राष्ट्रीय पर्वों पर ढोए जाने वाले गुलामी के प्रतीक चिन्हों को देश के प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा तेजी से  बदला जा रहा है। इससे गुलाम मानसिकता और भारत के बाहर स्थित अन्य राष्ट्रों में अपनी निष्ठाएं रखने वाले दलों व उनके नेताओं में बेचैनी का…

यह ढाई मोर्चा क्या है ?

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जनरल रावत ने एकबार कहा था "हम ढाई मोर्चों पर लड़ रहे हैं" कल उनके दुःखद निधन के बाद खुश होते कुछ निकृष्टतम लोगों को देखकर उनकी बात याद आ गई ! मित्रों, बाकी के दो मोर्चे तो हमारे वीर सैनिक संभाल रहे हैं और संभालते रहेंगे लेकिन बचा हुआ आधा…

ढाई मोर्चा के आधे कर रहे अट्टाहास?

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अब तुच्छ राजनीति से बाहर निकलिए और और हमारे वीर जवानों की शहादत पर हंसने वाले भितरघातियों का खुला प्रतिकार करिए। भारत मां ने आज अपना एक बहादुर लाल खोया है, पर हम रोएंगे नहीं, आप जैसे वीर सपूत पैदा करने वाली इस पावन धरा को  देशद्रोहियों के रक्त से लाल करने का…

अप्रिय विवाद का पटाक्षेप

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कृषि कानूनों के मुद्दे पर राजग से नाता तोड़कर अकाली दल की असली मंशा यह थी कि वह खुद को पंजाब के किसानों का सबसे बड़ा हितैषी साबित कर सके। अब जबकि प्रधान मंत्री मोदी ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी है तब अकाली दल को भाजपा से पुनः मित्रता करने में कोई दिक्कत होने का प्रश्न ही उपस्थित नहीं होता।

किस राजनीतिक दल से किसान आंदोलन को मिल रहा फंड?

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केंद्र सरकार के कृषि बिल के बाद से किसानों को आंदोलन शुरू हुआ और इसे करीब 9 महीने हो चुके हैं लेकिन अभी तक आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है जबकि सरकार और किसानों के बीच में 2 दर्जन से अधिक बार बैठक हो चुकी है फिर…

हिंसा की आग में जली मुंबई

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मुंबई के आजाद मैदान में विगत 11 अगस्त, 2012 को किया गया दंगा हर दृष्टि से विशिष्ट था। यह दंगा लगभग आधा-पौना घंटे तक चला। दंगे में दो लोग मारे गये और घायल लोगों में पुलिस कर्मियों की संख्या अधिक थी।

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