विभाजन की विभीषिका में पीड़ितों की सेवा

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स्वाधीनता से पूर्व राष्ट्र और संस्कृति की रक्षा का कार्य तीन प्रकार से हुआ । स्वतंत्रता संघर्ष में सेनानी जेल गये, क्राँतिकारी बलिदान हुये । इस पक्ष से हम सब अवगत हैं किन्तु उस संघर्ष की पृष्ठभूभि में एक और संघर्ष हुआ वह था भारत विभाजन की पृष्ठभूमि में राष्ट्र…

सरसंघचालक के वक्तव्य का संदर्भ

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सत्यहीन और तथ्यहीन बातों में उलझाकर सनातन हिन्दु समाज में विखराव पैदा करने के कुचक्र में एक अध्याय और जुड़ गया । यह अध्याय है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी द्वारा दिये गये एक संबोधन का । सरसंघचालक के भाव को बिना समझे केवल एक शब्द को…

मीडिया और राजनेताओं का समाज विरोधी नैरेटिव

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मीडिया और राजनेता कैसे समाज विरोधी नैरेटिव सेट करते हैं इसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के परम पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवतजी के हालिया बयान और उसकी व्याख्या से समझा जा सकता है। “सत्य यह है कि मैं सब प्राणियों में हूँ इसलिए रूप नाम कुछ भी हो लेकिन योग्यता…

आत्मनिर्भर गांव बनाने में केशव सृष्टि का योगदान

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कुछ साल पहले मुंबई की प्रसिद्ध सामाजिक संस्था केशव सृष्टि ने पालघर जिले के कुछ अति पिछड़े गांवों को आत्मनिर्भर बनाने की शुरुआत की। आज वहां के 100 से ज्यादा गांवों का विकास हो चुका है। प्रधान मंत्री ने भी अपने मन की बात कार्यक्रम में केशव सृष्टि की इस…

हिन्दुस्थान समाचार के संस्थापक दादासाहब आप्टे

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स्वतन्त्र भारत में जिन महापुरुषों ने हिन्दी और भारतीय भाषाओं के उत्थान में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी, उनमे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री शिवराम शंकर (दादासाहब) आप्टे का नाम उल्लेखनीय है। दो फरवरी, 1905 को बड़ोदरा में जन्मे दादासाहब ने वेदान्त और धर्म में विशेष योग्यता (ऑनर्स) के साथ…

रज्जू भैया से जुड़ा प्रेरक प्रसंग

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संघ में पद नहीं व्यवस्था  - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में पद नहीं व्यवस्था होती है. इससे जुड़ा वह एक रोचक वाकया है कि तब बालासाहब देवरस संघ के प्रमुख थे। रज्जू भैया को उन्होंने अपना डिप्टी यानी सरकार्यवाह बनाया था। इस बीच 1987 में रज्जू भैया ने अपना सर कार्यवाह…

रमेश पतंगे नामक ‘कल्पवृक्ष’ !

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हमारी पुराणक कथाओं में कल्पवृक्ष नामक एक दिव्य वृक्ष का वर्णन आता है कि अगर उस वृक्ष के नीचे बैठकर कोई मनुष्य अपनी इच्छा प्रकट करता है तो वह वृक्ष तुरंत उसकी इच्छापूर्ति कर देता है। मगर किसी मनुष्य को हम कल्पवृक्ष की संज्ञा कैसे दे सकते हैं ? यह…

हिंदुस्थान प्रकाशन संस्था के अध्यक्ष रमेश पतंगे पद्मश्री से सम्मानित

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हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर घोषित किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों की घोषणा इस साल के लिए भी कर दी गई है। 2023 के लिए, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 3 युगल मामलों सहित 106 पद्म पुरस्कारों को प्रदान करने की मंजूरी दी है। सूची में 6 पद्म विभूषण,…

संघप्रमुख का कहा राष्ट्रवादी मुस्लिमों को स्वीकार

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"तोड़ दूंगा ये सारे बुत ए खुदा पहले यह तो बता तुझको इनसे इतनी जलन क्यों है। आए हैं कहां से ये बुत तेरी ही बनाए हुए पत्थरों और मिट्टियों से पहले यह तो बता की उन पत्थरों और मिट्टियों में क्या तू नही है?" किसी शायर का ये शेर…

कलाकारों के कलाकार योगेन्द्र बाबा

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कला की साधना अत्यन्त कठिन है। वर्षों के अभ्यास एवं परिश्रम से कोई कला सिद्ध होती है; पर कलाकारों को बटोरना उससे भी अधिक कठिन है, क्योंकि हर कलाकार के अपने नखरे रहते हैं। ‘संस्कार भारती’ के संस्थापक बाबा योगेन्द्रजी ऐसे ही कलाकार थे, जिन्होंने हजारों कला साधकों को एक माला में पिरोने का कठिन…

सीमाओं के जागरूक प्रहरी राकेश जी

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देश की सीमाओं की रक्षा का काम यों तो सेना का है; पर सीमावर्ती क्षेत्र के नागरिकों की भी इसमें बड़ी भूमिका होती है। शत्रुओं की हलचल की सूचना सेना को सबसे पहले वही देते हैं। अतः उनका हर परिस्थिति में वहां डटे रहना जरूरी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने…

‘नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे’ का पूरा अर्थ क्या है?

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संघ प्रार्थना (RSS Prayer) यानि आरएसएस की प्रार्थना (RSS Prarthana) रोज़ाना संघ की शाखा में गाई जाती है, संघ प्रार्थना संस्कृत में है सभी स्वयंसेवक रोज़ाना इसका उच्चारण करते हैं लेकिन सभी को हिंदी में अर्थ शायद न पता हो। 'नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमे' का पूरा अर्थ क्या है? संघ…

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