दुनिया चुका रही रुस-यूक्रेन युद्ध की कीमत

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रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर अब पूरी दुनिया पर दिखने लगा है और यह असर महंगाई के रूप में नजर आ रहा है। भारत सहित तमाम देशों में महंगाई अपने चरम पर पहुंच गयी है और यह किसी भी सरकार के काबू से बाहर है।…

आग शिद्दत की सारे जहां में ना फैले

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साम्राज्यवाद, विस्तारवाद और खुद की रक्षा के लिए परमाणु शस्त्र संपन्न होने के पागलपन से कल तीसरा महायुद्ध ना हो। वह परमाणु युद्ध होगा जो संपूर्ण विश्व को विनाश की गहराइयों में लेकर जाएगा? रूस और यूक्रेन के युद्ध से निर्माण हुई स्थिति अब किस करवट बदलेगी? इस बात से…

व्लादिमीर पुतिन और सस्पेंस

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ब्रिटिश फिल्मकार अल्फ्रेड हिचकॉक ने असमंजस, दुविधा या सस्पेंस के विषय पर एक बार कहा था कि जितना संभव हो सके दर्शकों को परेशान करें। ऐसा लगता है कि रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हिचकॉक की फ़िल्में ख़ूब देख रहे हैं। महीनों तक पुतिन ने दुनिया को अनुमान लगाने दिया कि…

मोदी विरोधियों के घटियापन की पराकाष्ठा

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घटियापन की पराकाष्ठा। समस्या गम्भीर है, सभी चिंतित हैं कि यूक्रेन से हमारे बच्चे कैसे वापस आयेंगे ? भारत में चूंकि चुनाव चल रहे हैं तो मोदी विरोधियों को भरपूर मौका मिला हुआ है कोसने का । खूब कोसो .....  लेकिन कुछ तो सच्चाई भी लिख दो । पहले कुछ…

पराक्रमी राष्ट्रनायकों से होता है देश सुरक्षित

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Ukraine's President Volodymyr Zelenskiy visits positions of armed forces near the frontline with Russian-backed separatists in Donbass region, Ukraine April 9, 2021. Ukrainian Presidential Press Service/Handout via REUTERS ATTENTION EDITORS - THIS IMAGE WAS PROVIDED BY A THIRD PARTY.
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ज़लेंसकि एक सच्चा नेता है जो पूरी बहादुरी के साथ मिलिट्री यूनिफॉर्म पहनकर राजधानी में लड़ने के लिए तत्पर खड़ा है यही सच्चे नेता की परिभाषा होती है। राष्ट्रप्रमुख हो तो ज़लेंसकि जैसा यही प्रचलित नैरेटिव मेनस्ट्रीम मीडिया और सोशल मीडिया पर चलाया जा रहा है ना। और अधिकांश लोग…

युद्ध से संसाधन जीते जा सकते, मानव मन नहीं

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साहिर लुधियानवी की एक नज़्म है कि, "ख़ून अपना हो या पराया हो; नस्ल-ए-आदम का ख़ून है आख़िर। जंग मशरिक़ में हो कि मग़रिब में, अम्न-ए-आलम का ख़ून है आख़िर।।" वर्तमान दौर में ये पंक्तियां एकदम सटीक बैठती हैं, क्योंकि जिस दौर में आज हम जी रहें हैं या कहें…

भयानक संकट में फंस गई है दुनिया

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वास्तव में यूक्रेन पर रूसी हमले से ऐसी विकट स्थिति पैदा हो गई है जिसमें क्या करें और क्या न करें का फैसला करना किसी देश, देशों के संगठन ,संघ ,समूह आदि के लिए आसान नहीं है। कायदे से तो इस मामले में रूस का विरोध होना चाहिए और उसे…

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