हिंदी विवेक
  • Login
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
No Result
View All Result
हिंदी विवेक
No Result
View All Result
दुनिया भर में दीपावली की धूम

दुनिया भर में दीपावली की धूम

by रवींद्र सिंह भड़वाल
in संस्कृति, सामाजिक
0

असत्य पर सत्य की जीत का पर्व दीपावली इस वर्ष कई मायनों में विशेष रहने वाला है। सनातन भारतीय परंपरा के पावन प्रतीक अयोध्या के श्रीराम मंदिर को लेकर लंबी सुनवाई के बाद माननीय उच्चतम न्यायालय का फैसला कुछ समय में आने ही वाला है। न्याय और अन्याय के बीच लंबे अरसे तक चले इस संघर्ष के बाद अब बहुत जल्द ’न्यायिक दीप’ जलने की प्रबल आशा दिखाई पड़ रही है। इसी बीच राम की नगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी समूची सरकार के साथ इस वर्ष के दीपोत्सव और भी विशाल एवं उल्लासमय ढंग से मनाने जा रहे हैं। अयोध्या में दिव्य दीपोत्सव मनाने की परंपरा योगी आदित्यनाथ ने राज्य की सत्ता में आने के बाद शुरू की थी और इस भव्य उत्सव को यादगार बनाने के लिए इस वर्ष की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पांच लाख इकावन हजार पावन दीपों की रोशनी के बीच जब इस वर्ष अयोध्या की सरियू नदी के घाट पर राम की पैड़ी पर दीपोत्सव मनाया जाएगा, तो दिव्यता के उस प्रकाश में सारा भारतवर्ष डुबकी लगाएगा। इससे सहज ही महसूस हो रहा है कि इस बार दीपों का उत्सव अपने साथ कुछ खास एहसास लेकर आ रहा है। नई उमंग और उत्साह के बीच जब इस वर्ष का दीपावली त्योहार मनाया जा रहा होगा, तो यह एक उत्सव सनातन परंपराओं के प्रति जुड़ाव और लगाव को और भी गहरा कर जाएगा।

हर्ष का विषय यह कि कार्तिक मास की अमावस्या को मनाए जाने वाले इस पर्व की छटा केवल भारत तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि दुनिया भर के देश दिव्यता के इस प्रकाश को आत्मसात करने लगे हैं। अब भारत की तरह से ही इन देशों में भी कई दिन पहले दिवाली का बड़ी बेसब्री से इंतजार होने लगता है। अमरीका, आस्ट्रेलिया, मारिशस, फिजी, इंडोनेशिया, कनाडा, यूके, थाईलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, नेपाल, श्रीलंका आदि देशों में पिछले कुछ वर्षों में दिवाली मनाने के प्रति आकर्षण लगातार बढ़ता जा रहा है। हर बीतते वर्ष के साथ मुस्लिम और ईसाई देशों समेत विश्व भर में दीपावली मनाने की दीवानगी बढ़ती सी जा रही है। वैश्विक ताकत अमरीका में 2009 में बराक ओबामा ने पहली बार राष्ट्रपति के तौर पर व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में दीया जलाकर विधिवत रूप से दीपावली का उत्सव मनाया था। उसके बाद से हर वर्ष यह त्योहार अमरीका में भी लोकप्रिय होता जा रहा है।

मलेशिया का आधिकारिक मजहब इस्लाम है। यहां कुल आबादी के महज दो फीसदी हिंदू बसते है। इस सबके बावजूद यहां दिवाली मनाने के लिए हर वर्ष रोमांच बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, इस मुस्लिम राष्ट्र में दीपावली के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश भी रहता है। पिछले वर्ष दुबई सरकार ने भारत के जनरल कंसुलेट के साथ मिलकर जिस भव्य अंदाज में दिवाली का आयोजन किया था, वो रंगीन नजारा अब तक हमारी आंखों के सामने से नहीं हटता। तब दस दिन तक बुर्ज खलीफा रंग-बिरंगी रोशनी में नहाई थी। दुनिया की सबसे ऊंची और खूबसूरत इमारतों में शुमार दुबई की बुर्ज खलीफा में हर वर्ष की तरह इस   बार भी दिवाली के आयोजन के खास इंतजाम किए गए हैं। ऐसे में दुबई में बसने वाले  25 लाख से ज्यादा भारतीयों समेत समूचा दुबई शहर एक बार फिर से दिवाली मनाने के लिए तैयार है।

आस्ट्रेलिया के सिडनी, मल्बर्न, ऐडिलेड और कैनवरा जैसे शहरों की रौनक इस दिन देखते ही बनती है, लेकिन मेल्बर्न का फेडरेशन स्कावयर इस दिन आकर्षण का केंद्र रहता है। सिंगापुर के शहर भी दीपावली के उपलक्ष्य पर भारतीय शहरों की तरह जगमगा रहे होते हैं। ग्रेट ब्रिटेन में आज बड़ी आबादी भारतीयों की बसती है, जो देश से दूर परदेस में भी कभी अपनी जड़ों से नहीं कटे। ये भारतीय और ब्रिटेन में इनके संबंधी बन चुके ब्रिटेन मूल के लोग हर्षोल्लास और मंगल कामना के साथ दिवाली का त्योहार मनाते हैं। यहां भी दिवाली के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित रहता है। शरद ऋतु में मनाया जाने वाला हिंदुओं का यह त्योहार दुनिया भर के मुस्लिम देशों में भी बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस प्रकार दीपावली का मंगल पर्व संद्भाव, संभाव और भाईचारे की भावना को पोषित कर कर रहा है।
धनतेरस से शुरू होकर भैया दूज तक पांच दिनों तक चलने वाला यह त्योहार सामाजिक और सांस्कृतिक के साथ-साथ आध्यात्मिक महत्व भी रखता है। उपनिषदों में वर्णित है तमसो मा ज्योतिर्गमय यानी अंधकार से प्रकाश की ओर चलो। दीपावली का पर्व भी हर वर्ष इसी संदेश को लेकर आता है। इस प्रकार यह त्योहार मानवीय मूल्यों की उन्नति का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इस अवसर पर यदि हर मानव अपने अंदर की तामसिक प्रवृत्तियों को जलाकर सात्विक और कल्याणकारी आचरण का संकल्प लेकर उसे अपने जीवन में जीना शुरू कर दे, तो इससे समस्त मानव जाति का हित होगा। आने वाला वर्ष भारतवर्ष और हर भारतीय के लिए मंगल हो। तमाम बुराइयों से बचते हुए और सत्य के मार्ग पर बढ़ते हुए सभी व्यक्तिगत उन्नति और समस्त मानवता के कल्याण के लिए प्रयासरत रहें। इसी मंगल कामना के साथ सभी को दीपावली की हार्दिक बधाई एवं मंगल शुभकामनाएं!

Share this:

  • Twitter
  • Facebook
  • LinkedIn
  • Telegram
  • WhatsApp
Tags: cultureheritagehindi vivekhindi vivek magazinehindu culturehindu traditiontraditiontraditionaltraditional art

रवींद्र सिंह भड़वाल

Next Post
सच्चा धन

सच्चा धन

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

हिंदी विवेक पंजीयन : यहां आप हिंदी विवेक पत्रिका का पंजीयन शुल्क ऑनलाइन अदा कर सकते हैं..

Facebook Youtube Instagram

समाचार

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लोकसभा चुनाव

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

लाइफ स्टाइल

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

ज्योतिष

  • मुख्य खबरे
  • मुख्य खबरे
  • राष्ट्रीय
  • राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • क्राइम

Copyright 2024, hindivivek.com

Facebook X-twitter Instagram Youtube Whatsapp
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वाक
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
  • Disclaimer
  • Shipping Policy
  • Refund and Cancellation Policy

copyright @ hindivivek.org by Hindustan Prakashan Sanstha

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

No Result
View All Result
  • परिचय
  • संपादकीय
  • पूर्वांक
  • ग्रंथ
  • पुस्तक
  • संघ
  • देश-विदेश
  • पर्यावरण
  • संपर्क
  • पंजीकरण

© 2024, Vivek Samuh - All Rights Reserved

0