कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा का निधन, एक दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन

 
 
कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा का सोमवार को निधन हो गया। उन्हे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी जिसके बाद उन्हे 19 दिसंबर को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इससे पहले कल 20 दिसंबर को ही मोतीलाल वोरा ने अपना 93वां जन्मदिन मनाया था। कांग्रेस नेता के निधन पर सभी लोगों ने शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने दुख प्रकट करते हुए लिखा है कि वोरा जी कांग्रेस के सच्चे सिपाही थे। कांग्रेस पार्टी को उनकी कमी हमेशा खलेगी। वोरा जी के परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं है।

 

कांग्रेस पार्टी की तरफ से मोतीलाल वोरा के निधन पर दुख प्रकट किया गया और सोशल मीडिया पर श्रद्धांजली दी गयी। “कांग्रेस परिवार के वरिष्ठ सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा जी के निधन पर सादर श्रद्धांजली” कांग्रेस के प्रति उनके लगाव, जनूनू, उत्साह और समर्पण को सदैव याद रखा जायेगा। 

प्रधानमंत्री ऑफिस की तरफ से भी कांग्रेस नेता के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। पीएमओ ने लिखा है कि मोतीलाल वोरा कांग्रेस के उन वरिष्ठतम नेताओ में से एक थे जिनके पास राजकीय राजनीति का अनुभव था। वोरा जी का अचानक से जाना हम सभी के लिए दुखद घटना है। उनके परिवार और शुभचिंतकों के प्रति संवेदना। ओम शांति

 

मोदीलाल वोरा ने सन 1970 में कांग्रेस का हाथ पकड़ा और 1972 में विधायक बन गये। इसके बाद दो बार और विधायक के तौर पर जनता ने मोलीलाल वोरा पर अपना विश्वास जताया और फिर 1983 में कैबिनेट मंत्री का भी दर्जा मिल गया। मोतीलाल वोरा का राजनीतिक सफर तेजी से आगे बढ़ता चला गया। मध्य प्रदेश के 1985 के विधानसभा चुनाव के बाद उन्हे राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया गया। 13 फरवरी 1985 को उन्होने सीएम पद की शपथ ली लेकिन मात्र तीन साल बाद उन्होने पद से इस्तीफा दे दिया और 14 फरवरी 1988 को केंद्र में स्वास्थ्य कल्याण परिवार मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया। मोतीलाल वोरा सन 1993 से लेकर 1996 तक उत्तर प्रदेश के राज्यपाल भी रहे। 

मोतीलाल वोरा का जन्म राजस्थान के नागौर जिले में 20 दिसंबर 1928 को हुआ था उन्होने अपनी शिक्षा रायपुर और कलकत्ता से पूरी की थी। मोतीलाल वोरा के पिता का नाम मोहनलाल वोरा और माता का नाम अंबा बाई था। इनका विवाह शांति देवी वोरा से हुआ था। 

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