रक्षा तैयारियों में कहां हैं हम?
पिछले पांच सालोंमें ऐसा दिखाई दे रहा है कि हमारे रक्षा मंत्री सेना को आबंटित बजट प्रावधान की रकम का पूर्ण उपयोग करने में विफल रहे हैं; क्योंकि विदेशों से शस्त्र खरीदने की भारत की प्रक्रिया अत्यंत जटिल, लंबी और पुरानी है। इस पद्धति को आसान करना होगा।