श्री दत्त संप्रदाय

Continue Readingश्री दत्त संप्रदाय

समन्वयवादी द़ृष्टिकोण तथा श्री दत्तात्रेय भगवान के क्षमाशील गुण के कारण दत्त संप्रदाय के प्रति बहुत श्रद्धाभाव है। श्री दत्त भगवान की कृपा से ”मैं“ के भाव का लोप, वैराग्य की अनुभूति, भयरोग से मुक्ति, स्वभाव में ऋजुता और ऐहिक व पारलौकिक जीवन में सफलता अर्जित की जा सकती है बशर्तें कि भक्त निश्चल व निरपेक्ष भाव से भक्ति करें।

मुझे मतदाताओं की अपेक्षा पर खरा उतरना है- गोपाल शेट्टी

Continue Readingमुझे मतदाताओं की अपेक्षा पर खरा उतरना है- गोपाल शेट्टी

“लोगों ने मुझ पर जो विश्वास दिखाया है उससे मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है। हमें लोगों तक पहुंचना है, उनकी समस्याओें को समझना हैं यही भावना हमेशा मेरे मन में रहती है। लोगों ने मन में कई अपेक्षाएं रख कर मुझे चुना है मुझे उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना है।”

काले धन की चुनौती

Continue Readingकाले धन की चुनौती

भारतीय राजनीति में कुछ विषय परंपरागत रूप से चले आ रहे हैं। उनमें से एक विषय है स्विस बैंक में जमा काला धन। काला धन क्या है? काला धन अनैतिक व्यवहार से तथा गलत मार्गों से कमाया हुआ या संचय किया हुआ धन है।

परिपक्व हुआ भारतीय मतदाता

Continue Readingपरिपक्व हुआ भारतीय मतदाता

भारतीय मतदाता प्रशंसा के पात्र इसलिए हैं, कि इनेगिने साठ-सत्तर बरसों में उन्होंने पुरानी निष्ठाओं को दूर हटाकर कार्यक्षमता, निर्मल चरित्र तथा भ्रष्टाचार मुक्त सरकार जैसी निष्ठाओं का स्वीकार किया है। परिवर्तित हुए और हो रहे इस मतदाता को तथा उसकी परिपक्वता को त्रिवार प्रणाम!

एमआयएम का विषवृक्ष

Continue Readingएमआयएम का विषवृक्ष

एमआयएम याने मजलिसे इत्तेहादुल मुसलमीन! इसके नेता हैं ओवैसी बंधु, जो हिंदुओं के कड़े विरोधी और जहरीले धार्मिक भाषण करने के लिए जाने जाते हैं। कांग्रेस जैसी स्थापित पार्टी ने मुसलमानों का जिस तरह उपयोग किया उससे नाराज यह समाज किसी न किसी विकल्प की खोज में था। भाजपा का भय दिखाकर उन्हें धर्मांध पार्टी की ओर मोड़ लेना आसान था। महाराष्ट्र में उन्हें मिली सफलता का यही कारण है। इसी खतरनाक प्रयोग को देश भर में आजमाया जा सकता है, जिसे समझना जरूरी है।

क्रांतिकारी उत्तरयोगी श्री अरविंद

Continue Readingक्रांतिकारी उत्तरयोगी श्री अरविंद

योगी अरविंद के कुछ विचार तो इतने ज्यादा बौद्धिक हैं कि चमत्कृत तो करते ही हैं, नई राह भी दिखाते हैं। इसीलिए विश्व के प्रसिद्ध दार्शनिकों में उनका नाम बहुत ही आदर के साथ लिया जाता है। विश्व के बड़े शिक्षविदों में भी उनका प्रमुख स्थान है। योगी के तौर पर तो उन्हें अभिनव महत्व हासिल है- उन्हें ‘उत्तरयोगी’ कहा जाता है, यानी योग के बल पर ही जो योग से आगे निकल चुका है।’ 5 दिसम्बर उनका स्मृति दिवस है।

जम्मू-कश्मीर में इतिहास ले रहा है करवट

Continue Readingजम्मू-कश्मीर में इतिहास ले रहा है करवट

भाजपा का जम्मू-कश्मीर में 44+ मिशन तभी सफल हो सकता है जब वह स्वयं अपने लिए घाटी में स्थान बनाए और उसके साथ साथ दूसरे छोटे राजनैतिक दलों के लिए घाटी में स्पेस बनाने में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष सहायता क रे। जम्मू व लद्दाख में वैसे भी उसकी स्थिति ठीक लग रही है। देखना होगा कि इतिहास किस तरह करवट लेता है।

End of content

No more pages to load