भारत-अमेरिका सम्बंध और साझी चुनौतियां

Continue Readingभारत-अमेरिका सम्बंध और साझी चुनौतियां

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा उपलब्धियों से भरी रही है। भारत-अमेरिका के बीच हुए समझौते देश को तकनीक, उद्योग, आर्थिक, सामरिक, रक्षा, आदि क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिध्द होंगे। भारत-अमेरिका सम्बंध, चीन की विस्तारवादी नीति को नियंत्रित करने के साथ ही विश्व के शक्ति संतुलन में अहम भूमिका निभाएगा।

यूसीसी और दशानन विपक्ष

Continue Readingयूसीसी और दशानन विपक्ष

भारत में हर आदमी कानून का जानकार नहीं है इसलिए ऐसी बातों में फंसना आसान है परंतु यदि सुनी सुनाई बातों को अलग रखकर अपनी बुद्धि पर थोड़ा जोर दें तो इसके कुछ पक्ष सामने आएंगे। सबसे पहला तो यह कि यूसीसी का किसी धर्म मत सम्प्रदाय से सम्बंध नहीं है। कोई व्यक्ति किस शैली में अपने इष्ट को पूजता है यह उसका व्यक्तिगत मुद्दा है, यूसीसी का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है।

संघ के समर्पित प्रचारक मदनदास देवी जी का परलोकगमन

Continue Readingसंघ के समर्पित प्रचारक मदनदास देवी जी का परलोकगमन

मा. मदनदासजी मूलत: महाराष्ट्र के करमाळा गांव, जिला सोलापूर के थे। शालेय शिक्षा के बाद उच्च शिक्षा हेतु आप पुणे के प्रसिद्ध BMCC कॉलेज में 1959 में प्रवेश लिया। M.Com के बाद ILS Law कॉलेज से गोल्ड मेडल के साथ LLB किया। बाद में CA किया। पुणे में पढ़ाई के दौरान वरिष्ठ बंधू श्री खुशालदास देवी की प्रेरणा से संघ से संपर्क आया। 1964 से मुंबई में आप ने अभाविप कार्य प्रारंभ किया। 1966 में अभाविप मुंबई के मंत्री हुए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कर्णावती राष्ट्रीय अधिवेशन ( सन् 1968 ई.) में माननीय मदनदास जी की पूर्णकालिक कार्यकर्ता व पश्चिमांचल क्षेत्रीय संगठन मंत्री के दायित्व की घोषणा हुई। तथा 1970 के तिरुअनंथपुरम अधिवेशन में राष्ट्रीय संगठन मंत्री का गुरूतर दायित्व आपने संभाला।

‘इंडिया’ नाम देकर फंसा विपक्ष 

Continue Reading‘इंडिया’ नाम देकर फंसा विपक्ष 

2019 में बीजेपी की सीटें 282 से बढ़कर 303 हो जाने के बाद विपक्षी दलों को भविष्य नहीं, अस्तित्व का ही संकट महसूस होने लगा है। इसलिए तमाम दल आपसी एकता बनाने की ओर बढ़े। लेकिन परस्पर विश्वास और सम्मान के बिना राजनीतिक गठबंधन कैसे बने? अपने विपक्षी गठबंधन का नाम ‘इंडिया’ रखकर इंडिया बनाम मोदी संघर्ष निर्माण करना चाहते हैं। ‌जो विरोधी दल अपनी दोनों बैठकों को 'ऐतिहासिक' बता रहे है, वह डरे सहमें  विरोधियों का जमावड़ा है।‌ अपने गठबंधन का नाम रखते हुए भी बहुत बड़ी चूक उन्होंने की है। अपने भ्रमित संगठन को इंडिया नाम देकर विपक्षियों ने बहुत बड़ी गलती की है। ‘इंडिया’ यानी भारत के साथ विपक्षी संगठन के प्रत्येक नेता और पक्ष ने कितना  छल किया है, यह देश की जनता भलीभांति जानती है इसलिए  इसका उत्तर देश की जनता जरूर देगी।

सिख समाज का उद्योग विकास में योगदान

Continue Readingसिख समाज का उद्योग विकास में योगदान

शायद ही कोई ऐसा क्षेत्र हो जिसमें पंजाबियों ने प्रथम स्तर का योगदान न दिया हो। उद्योग क्षेत्र में भी देश एवं विश्व के कोने-कोने में इस समाज ने अपनी एक अलग और सम्मानजनक पहचान बनाई है।

अंतरराष्ट्रीय साजिश और खालिस्तानी अलगाववाद

Continue Readingअंतरराष्ट्रीय साजिश और खालिस्तानी अलगाववाद

खालिस्तान के मामले को पाकिस्तान हमेशा से उकसावा देता रहा है। शुरुआती दौर में अमेरिकी सरकार ने भी उन्हें प्रश्रय दिया। वर्तमान में खालिस्तान की अवैध गतिविधियों के लिए कनाडा प्रमुख अड्डा बना हुआ है।

अलगाववाद के विरोध में सिख समाज एकता का दार्शनिक सूत्र

Continue Readingअलगाववाद के विरोध में सिख समाज एकता का दार्शनिक सूत्र

पंजाब के पानी की विशेषता है कि यहां पर हर मत को मानने वाले लोग सप्रेम रहते आए हैं। कुछ अवांछनीय तत्वों को यह मेलजोल बर्दाश्त नहीं हो पाता, परंतु उनकी संख्या मुट्ठी भर है। सिख और हिंदू समाज के बीच का यह प्रेम चिर स्थायी है और रहेगा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और पंजाब

Continue Readingराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और पंजाब

अपनी स्थापना के पहले दशक में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पंजाब में संस्कृति एवं हिंदुओं की रक्षा हेतु कार्य शुरू कर दिया था। चाहे स्वर्ण मंदिर की रक्षा हो या विभाजन के समय शरणार्थियों की सुरक्षा, संघ सदैव प्रथम पंक्ति में खड़ा रहा। वर्तमान समय में सिख संगत उस परम्परा का पूर्ण वहन कर रहा है।

पाकिस्तान-पोषित खालिस्तानी आंदोलन

Continue Readingपाकिस्तान-पोषित खालिस्तानी आंदोलन

पाकिस्तान अपनी जमीन पर खालिस्तानी समूहों को पनाह दे रहा है। जबकि, सबको लगता है कि इसकी जड़ें उन देशों में हैं जहां सिख ज्यादा संख्या में रहते हैं। पाकिस्तान इनके माध्यम से भारत के सबसे समृद्ध हिस्से को अशांत रखने की कुत्सित मानसिकता का परिचय देता है।

सुनहरी कालिमा

Continue Readingसुनहरी कालिमा

फिल्म की बाहरी दुनिया जितनी चकाचौंध है अंदर से उतनी ही काली। अंधेरे से अनजान इसकी चमक से मोहित होकर हजारों युवक युवतियां यहां भाग्य आजमाने आते हैं। उनमें से एक मैं भी हूं। नाच गाने का शौक मुझे बचपन से था। ईश्वर ने मुझे सुंदर भी बनाया था। दर्पण में अपनी सुंदरता देखकर बहुत खुश होती थी, बड़े बड़े सपने देखती थी।

पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों की स्थिति

Continue Readingपाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों की स्थिति

बंटवारे के बाद एक ओर भारत में मुसलमानों की संख्या बढ़ी, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान में हिंदुओं और सिखों की संख्या नगण्य रह गयी है। जो बचे हैं वे प्रताड़ना का शिकार होते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान शासन आने के बाद बड़ी संख्या में सिखों को पलायन करना पड़ा।

भारत के विकास में सिखों का योगदान

Continue Readingभारत के विकास में सिखों का योगदान

पंजाब ने देश के विकास के हर क्षेत्र में योगदान दिया है। देश के प्रथम नागरिक, प्रधान मंत्री, क्रिकेटर समेत लगभग हर विधा के पारंगत व्यक्तित्वों ने इस प्रदेश का नाम देश ही नहीं पूरी दुनिया तक पहुंचाया है।

End of content

No more pages to load