मानवीय गतिविधियों से पर्यावरण संकट
पर्यावरण का जो संकट और त्रासदी आज हम सबके सामने है, उसके प्रति सबसे ज्यादा ज़वाबदेही विकास की उस अवधारणा की है जिसमें हमने प्रकृति को केवल भोग की वस्तु बना लिया है। प्रकृति हमें जीवन का आलंबन नि:शुल्क देती है और हम उसका भरपूर दोहन कर रहे हैं। कंक्रीट…