ममता बनर्जी के लिए दूर है दिल्ली

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इसी साल के पूर्वार्द्ध में संपन्न पश्चिम बंगाल विधानसभा सभा के चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की शानदार विजय के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अंदर यह महत्वाकांक्षा जाग उठी है कि अगर वे देश के विपक्षी दलों को एकजुट करने में सफल हो जाएं तो उनके लिए  पश्चिम बंगाल से…

इस तस्वीर के मायने 

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एक मुख्यमंत्री अपने प्रधानमंत्री के साथ टहलते हुए बातचीत करे और उसकी तस्वीर देशव्यापी सघन बहस का मुद्दा बन जाए इसकी आसानी से कल्पना नहीं की जा सकती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी का टहलते हुए बात करने का वीडियो शायद पिछले कुछ समय में राजनीति का…

जनता ने किसे बताया उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री ?

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उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है जिसे लेकर सभी पार्टियों ने अपनी अपनी कमर कस ली है। सभी नेता अपने कार्यों और बयानों के माध्यम से जनता को लुभाने की कोशिश में लगे हुए हैं लेकिन इस बीच सवाल यह है कि आखिर जनता किसे अपना…

नाथूराम गोडसे का जीवन रहस्य

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नाथूराम गोडसे के नाम और उनके एक काम के अतिरिक्त लोग उन के बारे में कुछ नहीं जानते। एक लोकतांत्रिक देश में यह कुछ रहस्यमय बात है। रहस्य का आरंभ 8 नवंबर 1948 को ही हो गया था, जब गाँधीजी की हत्या के लिए चले मुकदमे में गोडसे द्वारा दिए…

राज्य में राजनैतिक अस्थिरता

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इसे छोटे राज्य का दुर्भाग्य कहें या राजनीतिक लिप्सा का एक अंग कि अब तक नारायण दत्त तिवारी को छोड़कर कोई भी मुख्य मंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। 2022 में उत्तराखंड में चुनाव होने हैं। जनता को जिस दल का कार्यकाल अच्छा लगेगा उसे जनता चुनेगी।

२१ साल ११ मुख्यमंत्री

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नारायण दत्त तिवारी के मुख्य मंत्री काल में जब तत्कालीन प्रधान मंत्री वाजपेयी नैनीताल आए तो उनसे मुख्य मंत्री ने राज्य के विकास के लिए मदद मांगी। बावजूद इसके कि राज्य सरकार कांग्रेस की थी, वाजपेयी ने बड़े हृदय का परिचय दिया और उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा और आर्थिक पैकेज प्रदान करने की घोषणा की।

सावरकर और गांधी के संबंधों पर प्रश्न उठाने वाले सच्चाई देखें

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वीर सावरकर या उनके जैसे दूसरे स्वतंत्रता सेनानियों ने कल्पना भी नहीं की होगी कि उनके देश के लोग ही कभी उनके शौर्य, वीरता और इरादे पर प्रश्न उठाएंगे। वीर सावरकर के साथ त्रासदी यही है कि वैचारिक मतभेदों के कारण एक महान स्वतंत्रता सेनानी, योद्धा, समाज सुधारक, लेखक ,कवि…

कन्हैया और जिग्नेश को शामिल करने के खतरे कांग्रेस के लिए ही ज्यादा हैं

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कांग्रेस की दुर्दशा का इससे बड़ा प्रमाण कुछ नहीं हो सकता है कि इस समय उसके बारे में जो भी नकारात्मक टिप्पणी कर दीजिए सब सही लगता है। केंद्रीय नेतृत्व यानी सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जो दांव लगाते हैं वही उल्टा पड़ जाता है। कन्हैया कुमार को…

प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के खिलाफ साजिशे….

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लोकतंत्र ने हर व्यक्ति को विरोध करने और अपने विचार खुलकर व्यक्त करने का अधिकार दिया है, इरादा लोकतंत्र को जीवंत और गतिशील बनाना है ताकि समाज और देश के प्रत्येक वर्ग को लाभ हो। हालाँकि कुछ राजनीतिक दलों और उनके संगठनों के अलग-अलग एजेंडा हैं और इस लोकतांत्रिक साधन…

मुख्यमंत्री बदलना भाजपा की चुनावी रणनीति 

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गुजरात भाजपा के राजनीतिक इतिहास की जांच करने पर यह स्पष्ट है कि चुनाव से डेढ़ साल पहले से ही भाजपा के नेता चुनावी रणनीति बनाने में लगे हैं और हर हाल में अगले साल आने वाले चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश कर रहे हैं। संक्षेप में व्यवहार्यता महत्वपूर्ण है, व्यक्ति नहीं।

आरएसएस की तालिबान से तुलना जावेद अख्तर को पहुंचाएगी जेल!

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा कार्यों का जिक्र समाज में बहुत ही कम होता है, जबकि संघ को कट्टर हिंदुत्व के लिए हमेशा से निशाने पर लिया जाता है। क्या ऐसे लोगों को सेवा कार्य नजर नहीं आता या फिर वह जानबूझकर उसे नजर अंदाज करते है। यह जरुरी नहीं…

लखीमपुर: क्या किसानों पर सच में चढ़ाई गयी कार?

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किसानों का आंदोलन दिल्ली से चलकर उत्तर प्रदेश तक पहुंच चुका है और उत्तर प्रदेश में इसका एक भयानक रूप देखने को मिला जिसने अभी तक 9 लोगों की जान ले ली है। देश में इससे पहले भी किसानों के आंदोलन हुए हैं लेकिन ऐसा आंदोलन शायद यह पहला होगा…

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