प्रदूषित होता पालघर

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बाहर से देखने पर पालघर जिला हरियाली से भरा लगता है, परंतु बढ़ती जनसंख्या और वृक्षों की कटाई के कारण यह जिला भी बड़ी तेजी से प्रदूषित होता जा रहा है। इस दिशा में व्यापक पहल किए जाने की आवश्यकता है। पालघर जिले में वन क्षेत्र है। पहाड़, नदी, समुद्र…

मानवीय गतिविधियों से पर्यावरण संकट

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पर्यावरण का जो संकट और त्रासदी आज हम सबके सामने है, उसके प्रति सबसे ज्यादा ज़वाबदेही विकास की उस अवधारणा की है जिसमें हमने प्रकृति को केवल भोग की वस्तु बना लिया है। प्रकृति हमें जीवन का आलंबन नि:शुल्क देती है और हम उसका भरपूर दोहन कर रहे हैं। कंक्रीट…

मुंबई में बढ़ता वायु प्रदूषण और बीमारियां

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वृक्षों की अंधाधुन कटाई और मृदा क्षरण की वजह से देश में वायु प्रदूषण अपने चरम पर है। सरकार एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा किए गए प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहे हैं। यदि समय रहते इस पर रोकथाम लगाने का प्रयास नहीं किया गया तो आगे चलकर…

प्रकृति बेचारी, विकास की मारी, हर चुनाव हारी!

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सच में प्रकृति की अनदेखी वो बड़ी भूल है जो पूरी मानवता के लिए जीवन, मरण का सवाल है। बस वैज्ञानिकों तक ज्वलंत विषय की सीमा सीमित कर कर्तव्यों की इतिश्री मान हमने वो बड़ी भूल या ढिठाई की है जिसका खामियाजा हमारी भावी पीढ़ी भुगतेगी। इसे हम जानते हैं,…

प्लास्टिक का दानव

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    प्लास्टिक का कूड़ा भारत ही नहीं विश्व के लिए समस्या बना बैठा है और उससे निजात पाने के लिए विभिन्न कदम उठाए भी जा रहे हैं, लेकिन अभी माकूल विकल्प मौजूद नहीं है। यदि पर्यावरण को बचाना है तो इस दानव से मुक्ति का मार्ग खोजना ही होगा।

अति उपयोग के कारण प्लास्टिक बना प्रदूषण

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प्लास्टिक ने भूतल पर ही नहीं, समुंदरों और अंतरिक्ष में भी हाहाकार मचा दिया है। सारी दुनिया में इसे रोकने के प्रयास चल रहे हैं, विभिन्न विकल्पों पर ध्यान दिया जा रहा है, कई नए अनुसंधान हो रहे हैं। इससे आनेवाले समय में अवश्य ही कोई माकूल जवाब खोज लिया जाएगा, लेकिन तब तक हमें सावधानी बरतना जरूरी है।

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