पाक प्रेम: जिस भारत ने सब कुछ दिया उसके खिलाफ ही नारेबाजी

किसी व्यक्ति के लिए क्या देश से बड़ी उसकी कौम या उसका मजहब हो सकता है? शायद आप का भी जवाब ‘ना’ होगा लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो मजहब को देश के ऊपर रखने की कोशिश कर रहे हैं। दुनिया में हजारो धर्म के लोग है और सभी का धर्म अपनी अपनी जगह पर शिरोधार्य है लेकिन उसके लिए आप कभी भी अपने देश का गौरव नीचे नहीं गिरा सकते हैं। हम बात कर रहे हैं हाल के भारत और पाकिस्तान मैच की, जिसमें पाकिस्तान ने जीत दर्ज की और उसके बाद भारत में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगे और पटाखे भी जलाए गये। यह खुशी क्रिकेट की कम और पाकिस्तान के जीत की ज्यादा थी। इस खुशी को अगर कानूनी चश्में से देखा जाए तो यह सीधी तौर पर देशद्रोह का जुर्म होता है और इसके लिए कड़ी सजा का प्रावधान भी है। 
 
पाकिस्तान की जीत पर जिन लोगों ने खुशी मनाई आखिर उन्हें भारत से नफरत क्यों हैं? भारत ने उन्हें घर, परिवार, पैसा, रोजगार और इज्जत सब कुछ दिया है फिर आखिर किस बात का गम है अगर कुछ नहीं है तो वह है इस्लामिक देश। भारत एक इस्लामिक देश नहीं है लेकिन अगर इस बात किसी को भी गम है तो वह देश छोड़कर जा सकता है और किसी भी दूसरे देश में रह सकता है। पाकिस्तान की जीत की खुशी इस बात पर भी मनायी जा सकती है कि पाकिस्तान के सभी खिलाड़ी मुसलमान थे ऐसे में उनके साथ मजहबी लगाव हो सकता है लेकिन अगर ऐसा है तो वह गलत है क्योंकि वह विरोधी टीम है और कोई भी व्यक्ति अपने ही देश के साथ खड़ा रहता है वह चाहे हारे या फिर जीते। 
भारत-पाक मैच परिणाम के बाद अचानक से देश के कुछ हिस्सों में दिवाली का त्यौहार मनाया जाने लगा जिसमें राजधानी दिल्ली के कुछ इलाके भी शामिल थे हालांकि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से यह कहा गया है कि दिवाली पर कोई भी पटाखे नहीं जलाएगा जबकि पाकिस्तान की जीत पर पटाखे जलाने की छूट शायद सभी ने दे रखी थी वरना काफी समय तक पाक की जीत पर जले पटाखे बंद करवा दिए गये होते। उधर उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में उन लोगों की गिरफ्तारियां हुई है जिन्होंने पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाया था। सिर्फ उत्तर प्रदेश में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उन सभी पर देशद्रोह का मुकदमा लगाया जाएगा। 

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