असम के रक्षक : भारत रत्न गोपीनाथ बारदोलोई

Continue Readingअसम के रक्षक : भारत रत्न गोपीनाथ बारदोलोई

भारत रत्न से विभूषित श्री गोपीनाथ बारदोलोई का जन्म छह जून, 1890को असम के नागांव जिले के राहा गांव में हुआ था। इनके पिता श्री बुद्धेश्वर तथा माता श्रीमती प्राणेश्वरी थीं। उन्होंने एम.ए तथा फिर कानून की परीक्षाएं अच्छे अंकों से उत्तीर्ण कीं। 1922 में एक स्वयंसेवक के नाते वे कांग्रेस में…

मुसलमानों और यादवों के बढ़ते प्रभाव ने सपा को हराया !

Read more about the article मुसलमानों और यादवों के बढ़ते प्रभाव ने सपा को हराया !
Lucknow: Uttar Pradesh Chief Minister Akhilesh Yadav during an Iftar party at his residence in Lucknow on Thursday. PTI Photo by Nand Kumar (PTI8_16_2012_000202B)
Continue Readingमुसलमानों और यादवों के बढ़ते प्रभाव ने सपा को हराया !

उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम विरोधी दलों को हैरान कर रहे होंगे लेकिन जिन लोगों ने उत्तर प्रदेश की सियासत को जमीनी स्तर पर देखा होगा उन्हें हैरानी नहीं हुई होगी। चुनाव जीत और हार के बहुत कारण होते है लेकिन इस बार यूपी चुनाव में एक कारण लोगों के…

वीर सावरकर : बहुमुखी प्रतिभा के धनी

Continue Readingवीर सावरकर : बहुमुखी प्रतिभा के धनी

वीर सावरकर एक लेखक, कवि, समाजसेवी, राजनीतिज्ञ, स्वतंत्रता सेनानी, वक्ता, दार्शनिक, रणनीतिकार और हिंदुत्व के प्रतीक थे। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनका कार्य सराहनीय है। भारत माता और समाज के सभी वर्गों के लिए उनका प्यार और स्नेह उनके जीवन भर किए गए अथक कार्यों में देखा जा सकता…

ममता बनर्जी के लिए दूर है दिल्ली

Continue Readingममता बनर्जी के लिए दूर है दिल्ली

इसी साल के पूर्वार्द्ध में संपन्न पश्चिम बंगाल विधानसभा सभा के चुनावों में तृणमूल कांग्रेस की शानदार विजय के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के अंदर यह महत्वाकांक्षा जाग उठी है कि अगर वे देश के विपक्षी दलों को एकजुट करने में सफल हो जाएं तो उनके लिए  पश्चिम बंगाल से…

हिमालय क्षेत्र में प्रकृति संरक्षण एवं आपदा प्रबंधन

Continue Readingहिमालय क्षेत्र में प्रकृति संरक्षण एवं आपदा प्रबंधन

पहाड़ी क्षेत्रों में बादल का फटना एवं भूस्खलन एक साधारण घटना है, लेकिन केदारनाथ क्षेत्र में इतनी बड़ी आपदा पहली बार हुई है। इसी तरह से बादल का फटना, भूस्खलन, नदी की धारा बाधित होना, अल्पकालिक झील का निर्माण, झील का ध्वस्त होना एवं त्वरित बाढ़ का आना एवं अवसाद के अपवहित होने की घटना पर गंगोत्री हिमनदीय क्षेत्र में शोध अध्ययन किए गए हैं।

राज्य में राजनैतिक अस्थिरता

Continue Readingराज्य में राजनैतिक अस्थिरता

इसे छोटे राज्य का दुर्भाग्य कहें या राजनीतिक लिप्सा का एक अंग कि अब तक नारायण दत्त तिवारी को छोड़कर कोई भी मुख्य मंत्री अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया है। 2022 में उत्तराखंड में चुनाव होने हैं। जनता को जिस दल का कार्यकाल अच्छा लगेगा उसे जनता चुनेगी।

राजनीतिक सामाजिक हालातों की चिंताजनक कहानी

Continue Readingराजनीतिक सामाजिक हालातों की चिंताजनक कहानी

राज्य गठन के बाद उत्तराखंड को अटल सरकार ने दस साल के लिए औद्योगिक पैकेज दिया था। इसके तहत राज्य के मैदानी इलाकों में इंडस्ट्री तो आयी लेकिन पैकेज सब्सिडी अवधि खत्म होने के बाद उत्पादन ठप्प कर दिया। नतीजतन स्थानीय युवकों को रोजगार के संकट से गुजरना पड़ा और भू माफियाओं की दखलंदाजी बढ़ने से कृषि योग्य भूमि भी घटती चली गई।

२१ साल ११ मुख्यमंत्री

Continue Reading२१ साल ११ मुख्यमंत्री

नारायण दत्त तिवारी के मुख्य मंत्री काल में जब तत्कालीन प्रधान मंत्री वाजपेयी नैनीताल आए तो उनसे मुख्य मंत्री ने राज्य के विकास के लिए मदद मांगी। बावजूद इसके कि राज्य सरकार कांग्रेस की थी, वाजपेयी ने बड़े हृदय का परिचय दिया और उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा और आर्थिक पैकेज प्रदान करने की घोषणा की।

त्वरित समाधान की मिसाल – नितिन गडकरी

Continue Readingत्वरित समाधान की मिसाल – नितिन गडकरी

महामारी के दौरान महाराष्ट्र के करीब 22 जिलों पर ध्यान रखने की जिम्मेदारी नितिन गडकरी को दी गई थी जो उन्होंने बखूबी निभाई। एक दौर तो ऐसा आया कि उन्होंने संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य के साथ-साथ देश के अन्य राज्यों को भी मदद की। नितिन गडकरी ने छोटी-छोटी ऐसी कई चीजें, कई काम कोरोना के दौरान किए जिनकी गिनती नहीं की जा सकती। वे खुद भी ऐसे कामों की गिनती नहीं करना चाहते क्योंकि वे मानते हैं कि लोकप्रतिनिधि के लिए ये सब स्वाभाविक है।

राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार – लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल 

Read more about the article राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार – लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल 
Studio/October 31, 1949, A32P. Sardar Vallabhbhai Patel photographed on October 31, 1949, his 74th birthday.
Continue Readingराष्ट्रीय एकता के सूत्रधार – लौहपुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल 

देश के बंटवारे के आधार पर मिली स्वतंत्रता के पश्चात की उथल पुथल में जो भारतीय एकता के प्रतीक बनकर उभरे, एक प्रखर देशभक्त जिन्होंने  ब्रिटिश राज के अंत के बाद 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोया, एक महान प्रशासक जिन्होनें लहू से छलनी भारत को  स्थिर किया उन…

हिंदुत्व, विकास और जातिगत समीकरणों के सहारे भाजपा की रणनीति

Continue Readingहिंदुत्व, विकास और जातिगत समीकरणों के सहारे भाजपा की रणनीति

उत्तर प्रदेश में आगामी 2022 में होने वाले विधनसभा चुनावों के लिए सभी दलों ने अपने अपने तरकश के तीरों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है। जिसमें सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित प्रदेश की राजनीति में उगे हुए  बहुत सारे छोटे -छोटे दलों भी अपनी भागीदारी व…

पाक प्रेम: जिस भारत ने सब कुछ दिया उसके खिलाफ ही नारेबाजी

Read more about the article पाक प्रेम: जिस भारत ने सब कुछ दिया उसके खिलाफ ही नारेबाजी
Lucknow: BJP leader Yogi Adityanath addresses a press conference in Lucknow on Feb 8, 2017. (Photo: IANS)
Continue Readingपाक प्रेम: जिस भारत ने सब कुछ दिया उसके खिलाफ ही नारेबाजी

किसी व्यक्ति के लिए क्या देश से बड़ी उसकी कौम या उसका मजहब हो सकता है? शायद आप का भी जवाब 'ना' होगा लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो मजहब को देश के ऊपर रखने की कोशिश कर रहे हैं। दुनिया में हजारो धर्म के लोग है और सभी का धर्म अपनी…

End of content

No more pages to load