डॉ. दिनेश पाठक शशि

इतिहास की भूलों की ओर  इशारा करता काव्य संग्रह

इतिहास की भूलों की ओर इशारा करता काव्य संग्रह

राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय अनेक साहित्यिक संस्थाओं द्वारा पुरस्कृत, सम्मानित, राष्ट्रवादी विचारधारा के पोषक, प्रखर चिंतक, मनीषी, गत दो दशकों से...

नीलकंठी  

नीलकंठी  

“तुम तो बस..भारतीय संस्कृति की प्रतिमूर्ति-सी, प्रस्तर शिला की तरह मौन, विषपाई नीलकण्ठ की भांति सारा गरल स्वयं ही पीती...

समाधान

बाबा बाबा बचाओ की चीख सुनकर मैं कम्प्यूटर पर काम करना छोड़कर नीचे दौड़ पड़ा. सीढ़ियां उतरते उतरते मेरे दिल...

हार

...और उसके आगे की तमाम हालातों का नक्शा चलचित्र की भांति उसके मस्तिप्क में दौड़ने लगा। आगे बढ़ते उसके कदम...

वर्षानुसार पूर्वांक

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