भारतीय संस्कृति में वेशभूषा का महत्व

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भारत संभवत: दुनिया के उन शुरुआती गिने-चुने देशों में से है, जहां कपास का उपयोग सबसे पहले किया गया था। कपास का नाम भी भारत से ही विश्व की अन्य भाषाओं में प्रचलित हुआ, जैसे- संस्कृत में ‘कर्पस’, हिन्दी में कपास’, हिब्रू में ‘कापस’, यूनानी तथा लैटिन भाषा में ‘कार्पोसस’ आदि। अत: यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि हर तरह के परिधानों का आविष्कार भारत में ही हुआ है।

देर से ही सही पर मिल गया न्याय

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यह जीत एक उम्मीद जगाती है कि एक मां की जिद, एक पिता का हौसला और सीमा कुशवाहा जैसे वकीलों का जूनून जब एक साथ मिलता है, तो निर्भया की तरह देश की हर बेटी को न्याय मिल सकता है।

एक ‘हादसा’… और पूरी जिंदगी का दर्द

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बलात्कार किसी एक व्यक्ति विशेष की समस्या नहीं है, बल्कि यह एक मानसिक तथा सामाजिक प्रवृत्ति है। इसके लिए अभिव्यक्ति या रचनात्मकता की नैसर्गिक स्वतंत्रता की आड़ में परोसे जा रहे स्त्री-विरोधी, यौन-हिंसा को उकसाने वाले और महिलाओं का वस्तुकरण करनेवाले कंटेट (ऑनलाइन/ऑफलाइन/साहित्यिक/वाचिक आदि) पर सबसे पहले लगाम लगाने की जरूरत है।

चूल्हे से चाँद तक

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महिलाओं को राष्ट्र की मुख्य धारा में आने के लिए खुद अपने हितों को समझना और अपने अधिकार हासिल करने के लिए आगे बढ़ना होगा। जबतक महिलाओं के लिए बनने वाली योजनाओं में महिलाओं की भागीदारी नहीं होगी, योजना सफल नहीं हो सकती।

फिट बनें, फिटनेस फ्रीक नहीं

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पहले बाजार ने हमें बताया कि सरसों तेल की तुलना में रिफाइंड तेल का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, तो हमने रिफाइंड तेल का प्रयोग करना शुरू कर दिया। आज बाजार कह रहा है कि रिफाइंड ऑयल की तुलना में सरसों तेल खाना अधिक फायदेमंद है, तो हमने फिर से सरसों तेल खरीदना शुरू कर दिया। ऐसा प्रतीत होता है मानो हमारी अपनी बुद्धि ही तेल लेने चली गई है।

 पिता के करीब हों बेटियां तो उनमें आती है यह खूबी

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अक्सर लोग कहते हैं कि बेटियां अपने पिता के दिल के ज्यादा करीब होती हैं.अब यह बात एक रिसर्च में भी साबित हो गयी है. अमेरिका के कॉर्नेल यूनिवर्सिटी में हुए एक शोध में यह बात साबित भी हो गयी है.

हर बच्चा है खास

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अंग्रेजी एजुकेशन सिस्टम हमें गिटिर-पिटिर अंग्रेजी बोलनवाले ग्रेजुएट देगी, जो चाय कीदुकानों पर जॉबलेस रह कर सिर्फ देश की बदहाली पर चर्चा करते मिलेंगे। वास्तविकता के धरातल पर वह देशहित में योगदान देने में असमर्थ होंगे। आज हम उसी दौर में शामिल हो गए हैं।

 अकेलेपन के भी हैं कई फायदे

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वर्तमान में दुनिया का हर चौथा इंसान अकेलेपन की समस्या से जूझ रहा है. हाल में अमेरिका में  20,000 युवाओं पर किये गये एक अध्ययन में पाया गया कि उनमें से लगभग आधे से ज्यादा लोग खुद को अकेला महसूस करते हैं. भारत में भी अकेलेपन के शिकार लोगों की…

 कहीं आप भी तो नहीं दे रहे तोतलेपन को बढ़ावा

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12 वर्षीय दिलीप को तुतलाकर बोलने की आदत है. बातचीत करने के दौरान तुतलाने और हकलाने की वजह से अक्सर लोग उसकी हंसी उड़ाते हैं. इस वजह से वह अपनी बात कहने से झिझकने लगा है. अपने में ही सीमित रहता है. लोगों के बीच जाने से कतराता है. उसके…

भारतीय महिलाओं के सोलह श्रृंगार का महत्व

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समय बदलने के साथ कुछ श्रृंगार प्रसाधन प्रचलन से बाहर हो गए और कुछ की जगह आधुनिक श्रृंगार प्रसाधनों ने ली। इसके बावजूद सोलह श्रृंगार का महत्व आज भी बरकरार है। श्रृंगार के इन सभी प्रसाधनों का अपना एक विशेष महत्व है। केवल खूबसूरती में चार चांद लगाने के लिहाज से ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से भी ये बेहद महत्वपूर्ण हैं। जानिए क्या है आधुनिक युग के प्रचलित 16 श्रृंगार और उनके फायदे-

विरोध का तरीका अटलजी से सीखें

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अटल जी जितने निष्पक्ष तरीके से विपक्षी पार्टियों के नेताओं की आलोचना करते थे, उतनी ही दिलेरी से वे अपनी आलोचना सुनने का भी साहस रखते थे। यही कारण है कि विरोधी भी उनकी बात को बड़ी तल्लीनता से सुनते थे। उनके व्यक्तित्व की यही ऊंचाई उन्हें भारतीय राजनीति का पितामह बनाती है।

गंभीर तनाव भी हो सकता है आत्महत्या का कारण

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Shadow of sad man hanging suicide. light and shadow
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विभिन्न कारणों से व्यक्ति अवसादग्रस्त और तनावग्रस्त हो जाता है और फिर अनुष्ठानों आदि के चक्कर में पड़कर अपनी जान गंवा देता है। दिल्ली में 11 लोगों की सामूहिक आत्महत्याओं ने इस बात को पुनः उजागर किया है। मनोविज्ञान की भाषा में यह एक विकार है, जिसकी चिकित्सा हो सकती है।

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