त्रिगुनरूप भगवान दत्तात्रय
गीता के इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति समर्पण भाव से मेरे पास आता है, मैं उसे भयमुक्त करता हूं और हमेशा उसकी रक्षा करता हूं। भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिये और कालानुरूप अवतार लेते है।
गीता के इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति समर्पण भाव से मेरे पास आता है, मैं उसे भयमुक्त करता हूं और हमेशा उसकी रक्षा करता हूं। भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिये और कालानुरूप अवतार लेते है।
अकोला के संघचालक रहे श्री शंकरलाल भिखमचंद खंडेलवाल उपाख्य ‘काका जी’ पूरी तरह संघमय हो गए थे। उन्होंने सदैव संघ जीया है। वे स्वयंसेवकों के वास्तव में ‘बुजुर्ग अभिभावक’ ही थे। लकवे से पीड़ित होने के बावजूद उनका संघ-कार्य अविरत चलता रहा।
समस्त जैन संघ के गौरव स्थान शंखेश्वर महातीर्थ में अनुपम, भव्य-दिव्य श्रुत मंदिर बनाया जा रहा है। जैन धर्म ग्रंथों की सुरक्षा के अलावा इसमें अन्य विभिन्न सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। जैन समाज की कार्य कुशलता एवं व्यापार का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। अल्पसंख्यक होने के…
अटलजी का मत था -किसी पर आक्रमण के लिए नहीं परंतु हम पर कोई अण्वास्त्रों से हमला न करें इसलिए अण्वास्त्र बनाना आवश्यक है। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी कवि के साथ साथ बहुत अच्छे वक्ता भी थे। उन्हें सुनने के लिए दूर-दूर से लोग आया करते थे।…
गांव को गोकुल बनाने का आसान तरीका है- गोचर को पुनर्जीवित करें। गोचर से पशुओं को चारा मिलेगा, पशुओं से दूध और गोबर मिलेगा, गोबर से ईंधन के रूप में कंडे मिलेंगे, खाद भी मिलेगी। पानी के लिए तालाबों को सफाई करें तो उसकी मिट्टी खेतों में काम आ जाएगी। इस तरह पानी, चारा, दूध, खाद सबकुछ गांव में ही मिल जाएगा। इसका नमूना देखना हो तो धर्मज आइये....
युवा शक्ति समस्त महाजन के सामाजिक और सेवा कार्यों की रीढ़ है। आपदाग्रस्त इलाकों में कार्यों के अलावा संस्था ने मंदिरों की सफाई का प्रशंसनीय कार्य किया है। अब योजना यह है कि इन युवकों के माध्यम से हर गांव गोकुल बने। वे उस गांव के तालाब, गोचर, पशुपालन, कृषि जैसी सभी व्यवस्थाओं को मार्गदर्शित करें। राष्ट्र निर्माण का यह बहुत बड़ा काम होगा।
प्रकृति की देन हर जीव के प्रति संवेदना और करुणा जगाना बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। देश का भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड यही काम कर रहा है। मोदीजी के सत्ता में आने के बाद बोर्ड अभूतपूर्व रूप से गतिशील बना है। बोर्ड के कार्यों, जीवदया, भविष्य की योजनाएं आदि पर बोर्ड के सदस्य गिरीशभाई शाह के साथ हुई विस्तृत बातचीत के महत्वपूर्ण अंश यहां प्रस्तुत है।
प्रसिद्ध सेवाभावी संस्था ‘समस्त महाजन’ के गिरीशभाई शाह के भतीजे उच्च शिक्षित 24 वर्षीय ‘मोक्षेस’ ने जैन मुनि की हाल में दीक्षा ली। प्रस्तुत है मोक्षेस की दीक्षा के संदर्भ में जैन मुनि राजहंस सूरीजी से विशेष बातचीत-
समस्त महाजन केवल मुंबई के लिए ही नहीं अपितु पूरे देश के लिए भी रत्नसमान सेवा संस्था है। ऐसी संस्थाओं के सेवाकार्य से हमारा समाज विपदा और विषमताओं पर विजय प्राप्त करता रहता है।
इस भूकंप के कारण करीब आठ हजार लोग मौत के मुंह में समा गये। हजारों घायल हुए तथा लाखों परिवार बेघर हो गये। काठमांड़ू वैली की वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स, काठमांड़ू के दरबार स्क्वेयर और भक्तापुर दरबार स्न्वेयर समेत नेपाल के कई भागों को इस विनाशकारी भूकंप ने अपनी चपेट में ले लिया। भारत के करीब ८० नागरिकों सहित विश्व के कई अन्य देशों के नागरिक भी इस भूकंप की त्रासदी में काल कवलित हो गये।
कश्मीर के कुछ लोग,अलगाववादी तथा पड़ोसी पाकिस्तान क्या सोचता है? इन सबसे ऊपर उठकर समस्त भारतवर्ष के करोड़ों हाथ सेवा कार्य हेतु उठ गये। विभिन्न प्रांतों की सरकारों ने भी अपने अपने स्तर पर कश्मीर को नगद एवं वस्तुओं के रूप में सहायता भेजी। विभिन्न सेवाभावी संस्थाओं से सीधे वहां पंहुचकर या वहां की स्थानीय संस्थाओं के मिलकर राहत कार्य शरू कर दी। यह अलग बात है कि कुछ अलगाववादी नेताओं ने सरकारी सहायता या अन्य समाजसेवा संस्था की सहायता से भरी नावों को छीनकर उन्हें अपनी सहायता बताने का ढोंग रचा।
जन सेवा कार्य को मूल उद्देश्य मानने वाली समस्त महाजन संस्था ने समय-समय पर राष्ट्र पर आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के समय महती योगदान दिया है. अगले १२ महीनों तक लगातार प्रत्येक अंक में उनके प्रमुख कार्यों का शाब्दिक विवेचन करने के क्रम के इस प्रथम भाग में संस्था के अध्यक्ष गिरीश भाई शहा ने हिंदी विवेक को महाराष्ट्र में हुए अकाल के समय किए गए कार्यों की चर्चा की. प्रस्तुत है उसका शाब्दिक अंकन..