यूट्यूब- वीडियो शेयरिंग
यूट्यूब ने हमारे लिए नई दुनिया खोल दी है। इसमें हरेक के उपयोग की जानकारी उपलब्ध हो सकती है। लेकिन इस माध्यम का सकारात्मक और सावधानीपूर्वक उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि हम किसी के चंगुल में न फंसे।
यूट्यूब ने हमारे लिए नई दुनिया खोल दी है। इसमें हरेक के उपयोग की जानकारी उपलब्ध हो सकती है। लेकिन इस माध्यम का सकारात्मक और सावधानीपूर्वक उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि हम किसी के चंगुल में न फंसे।
वर्तमान समय में भारतीय कृषि हरित क्रांति के समय की अपेक्षा ढांचागत स्तर पर अलग तथा मजबूत है। यहां कुछ ऐसा है जो हमें भारतीय कृषि के प्रति आशान्वित करता है। जर्मनी की राजनीतिक विज्ञानी एलिजाबेथ नेवेल नुमानन ने ‘चुप्पी का वर्तुल‘ नामक सिद्धांत पेश किया है, जिसका माने है…
कुछ लोग जान-बूझ कर अपनी जरूरतों या अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए चोरी करते हैं, जो कि वास्तव में एक अपराध है। वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं, जो संपन्न घरों से संबंध रखते हैं, जिन्हें चोरी करने की कोई जरूरत नहीं होती- इसके बावजूद वे चोरी करने से खुद को रोक नहीं पाते। ऐसे लोगों को सजा की नहीं, बल्कि उपचार की जरूरत होती है, क्योंकि वे क्लेपटोमेनिया नामक बीमारी से ग्रस्त होते हैं।
“एक स्कूल में हम लोग गए तो शांत, सौम्य टीचर ने हमें ऐसे देखा जैसे अभी कह देगी कि जाओ जाकर कान पकड़ के बेंच पर खड़े हो जाओ। वैसे अगर वह ऐसा कह के भी एडमिशन दे देती तो हम पूरे दिन कान पकड़ कर बेंच पर खड़े होने को तैयार थे। बल्कि मुर्गा भी बन सकते थे।”
पंकज प्रसून, pankaj prasun, prasun, yuva, युवा, वरिष्ठ, varishth
woman abuse, child abuse, महिला शोषण, उत्पीड़न, कुकर्म, बलात्कार
भारतीय राजनीति में चुनाव पूर्व की कालावधि हमेशा ही अस्वस्थता निर्माण करनेवाली रही है और इस अस्वस्थता में जाति आधारित संघर्ष का उपयोग करना अपने देश की राजनीति का कटु सत्य है। फिलहाल भारत में दलित समाज के रोष का आधार लेकर जातिगत राजनीति की जा रही है। क्या…