संघ की संकल्पना
संघ दो स्तंभों पर खड़ा है, सिद्धांत और स्वयंसेवक। इसमें स्वयंसेवक का मह़त्व बहुत अधिक है, इसलिए अधिक है कि वह संघ अपने जीवन में जीता है। संघ जीने वाले ऐसे लाखों स्वयंसेवक सारे देशभर में हैं। उनके संपर्क में आने वाले लोग उनके व्यवहार से संघ को समझते हैं। राष्ट्रिय स्वयंसेवक संघ की कथा एक बीज का वटवृक्ष कैसे बना इसकी कथा है। बीज डॉ. हेडगेवार जी का जीवन है और वृक्ष है पूरे देशभर में और विश्व में फैला संघकार्य। अपने-आप में यह एक अचंभे में डालने वाली घटना है। विश्व का सब से बड़ा एनजीओ है आरएसएस। डॉ. केशव बली