अमेरिकी धार्मिक रिपोर्ट भारत के लिए अस्वीकार्य

Continue Readingअमेरिकी धार्मिक रिपोर्ट भारत के लिए अस्वीकार्य

अमेरिका ने फिर अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता संबंधी वार्षिक रिपोर्ट में भारत को अल्पसंख्यक विरोधी देश साबित करने की कोशिश की है। अमेरिका इसे विश्व भर के देशों में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति का तथ्यात्मक एवं प्रामाणिक दस्तावेज घोषित करता है। अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता कार्यालय के विशेष राजदूत राशद हुसैन ने…

रसातल में जाते वामपंथी दल

Continue Readingरसातल में जाते वामपंथी दल

बीते दिनों एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना, सार्वजनिक विमर्श का हिस्सा बनने से चूक गई। जब मुख्य चुनाव आयोग ने 10 अप्रैल को आदेश पारित करके तीन राजनीतिक दलों का राष्ट्रीय दर्जा वापस ले लिया, तब इसमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का नाम भी शामिल था। यह समाचार इसलिए भी महत्वपूर्ण…

तेल के खेल के लिए जिहाद का समर्थन करता ओआईसी

Continue Readingतेल के खेल के लिए जिहाद का समर्थन करता ओआईसी

इस्लामिक संस्था ओआईसी ने रामनवमी पर भारत में हुई हिंसा पर विरोध जताया है और बिहार शरीफ में मदरसे में हुई आगजनी पर पत्र जारी कर के आपत्ती की है। ओआईसी के लोग भारत में लगातार होती आ रही इस्लामिक हिंसा पर सदा मौन रहते हैं,यहाँ तक कि अनेक प्रसंगों…

खालिस्तान के विचार की जड़ पर हो प्रहार

Continue Readingखालिस्तान के विचार की जड़ पर हो प्रहार

भगोड़े अमृतपाल सिंह की वजह से खालिस्तान का मुद्दा एक बार फिर सतह पर है। यह मुद्दा किसी न किसी रूप में प्रकट हो ही जाता है। आखिर खालिस्तान का रक्तबीज जड़ से खत्म क्यों नहीं होता? यह प्रश्न अमृतपाल और उसके समर्थकों पर हुई हालिया कार्रवाई के कारण प्रासंगिक…

भारतविरोधी एजेंडा चलाने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब

Continue Readingभारतविरोधी एजेंडा चलाने वाली ताकतों को मुंहतोड़ जवाब

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार झूठी खबरों के आधार पर विदेशों में भारत विरोधी एजेंडा चलाने वाली ताकतों को वहीं जाकर मुंहतोड़ जवाब दे रही है जहाँ ये एजेंडा चलाया जा रहा है। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान कई कार्यक्रमों में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही…

भारतविरोधी शक्तियों का इकोसिस्टम

Continue Readingभारतविरोधी शक्तियों का इकोसिस्टम

अमेरिका में 2008 की भांति बैंकों का डूबना शुरू होने के कारण मंदी की शुरुआत की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस द्वारा भारत के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप करना खतरनाक है। सोरोस के एनजीओ से फंड पाने वालों पर नजर रखी जानी चाहिए क्योंकि वे…

अधिक सावधानी और सतर्कता की आवश्यकता

Continue Readingअधिक सावधानी और सतर्कता की आवश्यकता

पंजाब में अमृतपाल एवं उसके साथियों के विरुद्ध कार्रवाई से पूरे देश ने राहत महसूस किया है। अमृतपाल के चाचा सहित उसके प्रमुख साथियों को मिलाकर डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है । इसे पूरी तरह दुरुस्त आयद न कहें देर आयद कह सकते हैं…

क्या राहुल गांधी ने देश से गद्दारी की..?

Continue Readingक्या राहुल गांधी ने देश से गद्दारी की..?

ब्रिटेन के दौरे पर गए राहुल गांधी ने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भारत विरोधी बयानों की झड़ी लगा दी। वे वहीं नहीं रुके बल्कि - उन्होंने अपनी हर प्रेस कान्फ्रेंस / कार्यक्रम में भारत की संवैधानिक संस्थाओं व भारत विरोधी हमले करते रहे।और भारत की न्यायपालिका का अपमान करते हुए उसे…

दिल्ली दंगों का तीसरा साल, जख्म जो अब तक नहीं भरा

Continue Readingदिल्ली दंगों का तीसरा साल, जख्म जो अब तक नहीं भरा

यह दिल्ली दंगे का तीसरा साल है। अब लोग धीरे धीरे उसे भूलने लगे हैं लेकिन जिन परिवारों को इस दंगे ने जख्म दिए हैं। वे भूलने की कोशिश करते हैं और फरवरी का महीना हर साल सबकुछ फिर से याद दिला देता है। 22 फरवरी 2020 तक सबकुछ सामान्य…

अमृतपाल सिंह के सीक्रेट रिपोर्ट पर अमल क्यों नहीं ?

Continue Readingअमृतपाल सिंह के सीक्रेट रिपोर्ट पर अमल क्यों नहीं ?

देश की एकता और अखंडता को एक बार फिर खतरा पैदा हो रहा है क्योंकि पंजाब में मौजूद केजरीवाल की सरकार खालिस्तानी अलगाववादी तत्वों के प्रति नरम रुख अपना रही है बल्कि उनका तुष्टीकरण भी कर रही है । 20 नवंबर 2022 को दैनिक जागरण के राष्ट्रीय संस्करण पर इस…

बॉलीवुड की लुटिया डुबोती फ़िल्में

Continue Readingबॉलीवुड की लुटिया डुबोती फ़िल्में

हिन्दी सिनेमा के निर्माताओं और निर्देशकों को यह समझना होगा कि किसी भी अच्छी फ़िल्म बनाने के लिये सबसे महत्वपूर्ण तत्व है एक अच्छी कहानी। उन्हें साहित्य जगत से रिश्ता बनाना चाहिये। ऐसी बहुत सी रचनाएं समय-समय प्रकाशित होती रहती हैं जो सिनेमा को नवीनता प्रदान कर सकती हैं। हिन्दी…

बॉलीवुड के बेशर्म रंग

Continue Readingबॉलीवुड के बेशर्म रंग

‘बेशर्म रंग’ वैसे तो शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अभिनीत नई फिल्म पठान का एक गीत मात्र है, जिसे लेकर पिछले कई दिनों में कई चर्चाएं हुई हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड का ही रंग ‘बेशर्म’ हो चला है। एक समय था जब फिल्मों को समाज का आईना कहा जाता था, फिल्म बनाने वालों…

End of content

No more pages to load