अनावश्यक धन संग्रह एक मूर्खता

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वैभव को कमाया तो असीम मात्रा में भी जा सकता है, पर उसे एकाकी पचाया नहीं जा सकता । मनुष्य के पेट का विस्तार थोड़ा सा ही है । यदि बहुत कमा लिया गया है तो उस सब को उदरस्थ कर जाने की "ललक-लिप्सा" कितनी ही प्रबल क्यों न हो,…

मस्तराम का कीमती खजाना

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राजा-महाराजाओं के जमाने की बात है। किसी गांव में मस्तराम नाम का एक युवक रहता था। वह था तो बहुत गरीब और उसे मुश्किल से ही भरपेट भोजन मिल पाता था। मगर फिर भी वह चिंता नहीं करता था और सदा हंसता-मुस्कराता रहता था। उसमें एक खास बात यह थी…

लालच आदमी को चैन से बैठने नहीं देता

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"तृष्णा" आदमी को जरूरत से ज्यादा धन - दौलत और सुविधाओं को इकट्ठा करने के लिए उकसाती रहती है । सोच यही रहती है कि जितना अधिक ये चीजें रहेगी, हम उतना ही सुखी और प्रसन्न हो जाएंँगे, किंतु यह ख्याल एक धोखा ही सिद्ध होता है । इंसान की…

आपका विचार ही आपका संसार है

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मीना चार दिन से बीमार थी। न उसे भूख रही, न प्यास। नींद भी न रही। अच्छी भली थी, सेहत भी ठीक थी, चार दिन में ही सूख गई। रंग भी काला पड़ गया था। कितने वैद्य आए, पर उसकी बीमारी का कारण नहीं ढूंढ पाए। माता पिता भी चिंता में मरे जा रहे…

घमण्ड विद्वत्ता को नष्ट कर देता है

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सबको पता है कि जीवन एक अस्थाई ठिकाना है लेकिन फिर भी पता नहीं किस बात का घमंड है। सबकी चाहत है की सारा ज़माना उनके क़दमों में हो पर उसके लिए अपना कोई ठिकाना तो हो। एक न एक दिन तुम्हारे शरीर को जल जाना है। हब सब इन्सान…

“फूटा घड़ा” भी “अच्छे घड़े” से मूल्यवान

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जब भी कोई नकारात्मकता अनुभव होती है इस कहानी को अवश्य पढ़ लेता हूँ । यह कहानी एक फूटे हुए घड़े की है जो किसान को अपना दुःख सुना रहा है। एक समय की बात है, जब किसी गाँव में एक किसान रहता था। वह किसान प्रतिदिन प्रातःकाल उठकर दूर…

पैसा और प्यार

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कहा जाता है कि पैसे से प्यार नहीं खरीदा जा सकता। ज़ाहिर है यह प्यार का विचार है। पैसा इस बारे में क्या सोचता है, यह जानने के लिए मैंने पैसे बात की -

बटुकनाथ की विद्वता

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कहने को तो उपर्युक्त ग्रन्थ को लेखक ने एक संशयग्रस्त, किंकर्त्तव्यविमूढ़, जिज्ञासु की अनवरत चलने वाली आध्यात्मिक यात्रा कहा है, पर अपने विशाल भक्त समुदाय द्वारा अवतार-पुरुष माने जाने वाले श्री सत्य साई बाबा की गीता की व्याख्या को देश की पारम्परिक दिव्य संस्कृति के एक सार्थक अलंकार के रूप में प्रस्तुत किया गया है।

दामाद बनाम दामाद

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भारतीय पारिवारिक व्यवस्था में दामाद को काफी सम्मान दिया जाता है। ससुराल में सास से लेकर साले तक सभी उसकी मिजाजपुर्शी में लगे रहते हैं। वैसे इन दिनों जिस दामाद की देश-विदेश में बड़ी चर्चा है, वे हैं कांग्रेस के दामाद अर्थात यूपीए की राजमाता सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा।

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