पू. सरसंघचालक के वक्तव्य का संदर्भ

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संत शिरोमणि रविदास जयंती के अवसर पर पू. सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा कही बातों पर राष्ट्रविरोधी जनों ने विरोध करना शुरू कर दिया कि उन्होंने ब्राह्मणों का अपमान कर दिया, जबकि उन्होंने कहीं पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग ही नहीं किया था। कुतर्क करने वालों के लिए संघ पहले ब्राह्मणवादी…

सरसंघचालक के वक्तव्य का संदर्भ

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सत्यहीन और तथ्यहीन बातों में उलझाकर सनातन हिन्दु समाज में विखराव पैदा करने के कुचक्र में एक अध्याय और जुड़ गया । यह अध्याय है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी द्वारा दिये गये एक संबोधन का । सरसंघचालक के भाव को बिना समझे केवल एक शब्द को…

मीडिया और राजनेताओं का समाज विरोधी नैरेटिव

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मीडिया और राजनेता कैसे समाज विरोधी नैरेटिव सेट करते हैं इसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के परम पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवतजी के हालिया बयान और उसकी व्याख्या से समझा जा सकता है। “सत्य यह है कि मैं सब प्राणियों में हूँ इसलिए रूप नाम कुछ भी हो लेकिन योग्यता…

रज्जू भैया से जुड़ा प्रेरक प्रसंग

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संघ में पद नहीं व्यवस्था  - राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में पद नहीं व्यवस्था होती है. इससे जुड़ा वह एक रोचक वाकया है कि तब बालासाहब देवरस संघ के प्रमुख थे। रज्जू भैया को उन्होंने अपना डिप्टी यानी सरकार्यवाह बनाया था। इस बीच 1987 में रज्जू भैया ने अपना सर कार्यवाह…

कैसा भारत चाहते हैं संघ प्रमुख 

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत द्वारा पांचजन्य को दिए साक्षात्कार में केवल एक अंश बहस का विषय बना जिसमें उन्होंने कहा कि मुसलमानों को डरने की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना था कि मुसलमानों में स्वयं को शासक मानने वाले उस मानसिकता से बाहर आकर सामान्य नागरिक के…

संघप्रमुख का कहा राष्ट्रवादी मुस्लिमों को स्वीकार

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"तोड़ दूंगा ये सारे बुत ए खुदा पहले यह तो बता तुझको इनसे इतनी जलन क्यों है। आए हैं कहां से ये बुत तेरी ही बनाए हुए पत्थरों और मिट्टियों से पहले यह तो बता की उन पत्थरों और मिट्टियों में क्या तू नही है?" किसी शायर का ये शेर…

संघ प्रमुख की दो टूक नसीहत में छिपे मर्म को पहचाने

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इस समय देश में ज्ञानवापी मस्जिद का मुद्दा गरमाया हुआ है परंतु इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने गत दिवस नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में संघ कार्यकर्ताओं  के तृतीय वर्ष शिक्षा वर्ग के समापन समारोह में जो भाषण  दिया है उसकी चर्चा कहीं अधिक हो…

प्रज्ञा प्रवाह बैठक में हिन्दू राष्ट्र पर हुई चर्चा

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ किसी का प्रतिस्पर्धी नहीं है बल्कि यह हिन्दू राष्ट्र के लिए काम करता है और धर्म व राष्ट्र के लिए काम करने वाले तमाम हिन्दू संगठनों का सहयोग करता है। सरसंघचालक मोहनजी भागवत ने मध्य प्रदेश में प्रज्ञा प्रवाह द्वारा आयोजित अखिल भारतीय चिंतन बैठक में हिस्सा…

श्री गुरुजी ने चित्तौड़गढ़ के गाइड को फटकारा

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"चुप रहो, बकवास बंद करो, जो राजपूत मूंछ के बाल के लिए प्राण न्यौछावर कर देते हैं, क्या वे अपनी रानी महारानी को दर्पण में दिखायेंगे ? " बात तब की है जब तत्कालीन परम पूजनीय सरसंघचालक श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य श्री गुरुजी चित्तौड़गढ़ दर्शन के लिए पधारे। ज्ञातव्य…

क्या है ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ?

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आ सिंधु-सिंधु पर्यन्ता, यस्य भारत भूमिका l पितृभू-पुण्यभू भुश्चेव सा वै हिंदू रीति स्मृता ll इस श्लोक के अनुसार “भारत के वह सभी लोग हिंदू हैं जो इस देश को पितृभूमि-पुण्यभूमि मानते हैं” वीर दामोदर सावरकर के इस दर्शन को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मूलाधार बनाकर संघ का संगठन,…

संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार जी का आदर्श जीवन

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विश्व के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को आज कौन नहीं जानता ? भारत के कोने-कोने में इसकी शाखाएँ हैं। विश्व में जिस देश में भी हिन्दू रहते हैं, वहाँ किसी न किसी रूप में संघ का काम है। संघ के निर्माता डा. केशवराव हेडगेवार का जन्म 1…

मानव धर्म ही आज हिन्दू धर्म है – डॉ. मोहन भागवत

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परिवार संरचना प्रकृति प्रदत्त है, इसलिये इसको सुरक्षित रखना व उसका सरंक्षण करना हमारा दायित्व है।परिवार असेंबल की गयी इकाई नहीं है, यह संरचना प्रकृति प्रदत्त है इसलिये हमारी जिम्मेदारी उनकी देखभाल करने की भी है।।आज हम इसी के चिंतन के लिए यहां बैठे है।।हमारे समाज की इकाई कुटुम्ब है,व्यक्ति…

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