मुद्रा स्फीति पर अंकुश क्यों जरूरी

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Rising food cost and grocery prices surging costs of supermarket groceries as an inflation financial crisis concept coming out of a paper bag shaped hit by a a finance graph arrow with 3D render elements.
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कोरोना महामारी के बाद से पूरे विश्व में मुद्रा स्फीति बहुत तेजी से बढ़ी है। भारत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति 7 प्रतिशत के ऊपर एवं थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रा स्फीति 13 प्रतिशत के ऊपर निकल गई थी। कई विकसित देशों में तो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित…

विकराल होता लव जिहाद का जाल

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हाल में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने लव-जिहाद के खतरे से निपटने के लिए एक अध्यादेश जारी किया है। इसके अलावा और दो-तीन राज्यों में इसके खिलाफ कानून बनाने की तैयारी चल रही है। विडंबना देखिए कि इसे कुछ लोग हिंदुत्ववादियों का दुष्प्रचार बता रहे हैैं, जबकि वे यह…

अपशब्दों से भाषा की आनंदवर्धन परंपरा नष्ट हो रही है

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शब्द की शक्ति असीम होती है। प्रत्येक शब्द के गर्भ में अर्थ होता है। अर्थ से भरा पूरा शब्द बहुत दूर दूर तक प्रभावी होता है। पतंजलि ने शब्द प्रयोग में सावधानी के निर्देश दिए थे - शब्द का सम्यक ज्ञान और सम्यक प्रयोग ही अपेक्षित परिणाम देता है। महाभारतकार…

वेलेंटाइन से हमे कोरेन्टाइन की याद आ गई

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कहते हैं मुंबई में सिर्फ दरिया का पानी ही विदेशो से नही आता बल्कि वंहा की तहजीब भी वह अपने साथ ले आती है किंतु अब यह कहावत पुरानी हो गई है,रेडियो तक तो ठीक था, टेलीविजन आया तो बदलाव की खुराक में असर अधिक नजर आने लगा और बची…

असम में बाल विवाह पर सरकारी कार्यवाही के बाद बवाल

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आखिर Data क्या कहते हैं? आज दुनिया में कम से कम 650 मिलियन महिलाओं की बाल्यावस्था में ही शादी कर दी गई है। उनमें से लगभग एक तिहाई की शादी 15 साल की उम्र से पहले हो गई थी। भारत में, जहां सबसे अधिक संख्या में बाल वधुओं की संख्या…

यूरोप में ईसाई क्यों घट रहे है?

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इंग्लैंड-वेल्स इन दिनों भीषण विरोधाभास से जूझ रहा है। शताब्दियों से इस यूरोपीय देश की शासकीय व्यवस्था के केंद्र में ईसाई मत है, परंतु उनकी नवीनतम जनगणना में ईसाई अनुयायी ही अल्पमत में आ गए है। यह स्थिति तब है, जब 'चर्च ऑफ इंग्लैंड', जिसका संरक्षक ब्रिटिश राजघराना है— उसके…

पॉक्सो की आड़ में आन्दोलनजीवियों का एजेंडा!

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देश में हर साल बाल विवाह होते हैं और इसे रोकने के लिए सख्त कानून भी बना हुआ।क्या बाल विवाह की संख्या को देखते हुए देश में बेटियों के विवाह की आयु 18 से घटाकर 16 कर दी जानी चाहिये? लेकिन सरकार तो विवाह की आयु अब बढ़ाकर 21 करने…

बॉलीवुड के बेशर्म रंग

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‘बेशर्म रंग’ वैसे तो शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण अभिनीत नई फिल्म पठान का एक गीत मात्र है, जिसे लेकर पिछले कई दिनों में कई चर्चाएं हुई हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में बॉलीवुड का ही रंग ‘बेशर्म’ हो चला है। एक समय था जब फिल्मों को समाज का आईना कहा जाता था, फिल्म बनाने वालों…

गर्म खिचड़ी को किनारे-किनारे से खाते रहिये

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बात थोड़ी पुरानी है।2014 से पहले की।बात तब की जब कम्युनिस्ट आतंकियों ने अपने विचारधारा के अनुसार ही बस्तर को कसाईखाना (अब भी कसाईयत जारी ही है)में बदल दिया था। लगातार गरीब और वंचित आदिवासियों, निम्न-मध्य वर्ग, देश भर के गरीब किसान-मजदूर परिवार से आने वाले सुरक्षा बलों कीवे लगातार…

वर्तमान को भविष्य की दिशा देनेवाला ऐतिहासिक भाषण

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2 जून 2022 को संघ के संघ शिक्षा वर्ग (तृतीय वर्ष) का प्रशिक्षण शिविर नागपुर में संपन्न हुआ। प्रथा के अनुसार समापन कार्यक्रम में सरसंघचालक जी का भाषण हुआ। रेशीमबाग के संघ स्थान पर पहले तृतीय वर्ष के संघ शिक्षा वर्ग में आद्य सरसंघचालक डॉ. हेडगेवार का समारोप भाषण हुआ…

रिती या कुरिती ? पढ कर विचार करे…

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क्या नाचने गाने को विवाह कहते हैं? क्या दारू पीकर हुल्लड़ मचाने को विवाह कहते हैं? क्या रिश्तेदारों और दोस्तों को इकट्ठा करके दारु मीट की पार्टी को विवाह कहते हैं या डीजे बजाने को विवाह कहते हैं, नाचते हुए लोगों पर पैसा लुटाने को विवाह कहते हैं। घर मे…

क्या भोजन का पर्यावरण पर प्रभाव पड़ता है ?

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पर्यावरण जैविक (जीवित जीवों और सूक्ष्मजीवों) और अजैविक (निर्जीव वस्तुओं) का संश्लेषण है। प्रदूषण को पर्यावरण में हानिकारक पदार्थों की मौजुदगी के रूप में परिभाषित किया गया है जो मनुष्यों और अन्य जीवित जीवों के लिए हानिकारक हैं।  प्रदूषक खतरनाक ठोस, तरल पदार्थ या गैस हैं जो सामान्य से अधिक…

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