फिर उसी विश्वास के साथ वापस आऊंगा

महाराष्ट्र में विधान सभा चुनावों का बिगुल बज चुका है। लोकसभा चुनावों की तरह इस चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी की भारी विजय संभावित है। इसका संकेत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के विधान सभा के अंतिम सत्र में किए भाषण में पढ़ी एक कविता से मिलता है-  फिर एक बार उसी विश्वास के साथ, मैं वापस आऊंगा..।

महाराष्ट्र में चुनावी बिगुल बज चुका है। और इसी बिगुल के साथ एक आवाज गूंज रही है, मैं वापस आऊंगा। विधान सभा के आखरी दिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपनी इस एक कविता से विधान सभा के सत्र का समापन किया, लेकिन इस कविता के साथ ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र की जनता के मन में आकाक्षांओं का एक नया सत्र प्रारंभ किया है। महाराष्ट्र में पुन: एक बार देवेंद्र सरकार बनेगी ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।

पिछले पांच वर्षों में महाराष्ट्र की प्रगति सभी ने देखी है। पिछले पांच साल में महाराष्ट्र में जिस प्रकार का विकास हुआ है, वह वाकई काबिल-ए-तारीफ है। महाराष्ट्र के इतिहास में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ऐसे दूसरे मुख्यमंत्री हैं, जो पूरे पांच साल तक इस पद की गरिमा को बढ़ाते रहे हैं, अपने काम से, अपनी ईमानदारी से और मेहनत से। पांच साल पहले जब उन्होंने पदभार संभाला तो उनके सामने अनेक समस्याएं थीं। महाराष्ट्र में सूखा और पानी की समस्या, जाति-पाति की राजनीति, विरोधियों के घिनौने आरोप और भ्रष्टाचार की दीमक ने जिस महाराष्ट्र को खाने का पूर्ण मन बना लिया हो, ऐसी दीमक को महाराष्ट्र से हमेशा के लिए खत्म कर देना।

एक-एक कर महाराष्ट्र की समस्याओं के हल निकलने लगे। जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की हो ऐसा इतिहास लातूर में घटित हुआ। सूखे से पीडित लातूर को ट्रेन से पानी पहुंचाने वाले फडणवीस पहले मुख्यमंत्री हैं। महाराष्ट्र के इतिहास में जितने भी मुख्यमंत्री हुए, उनमें पूर्णत: स्वच्छ व्यक्तित्व, कानून की सही समझ रखने वाले, युवा और सकारात्मक व्यक्तित्व वाले मुख्यमंत्री में देवेंद्र फडणवीस अव्वल स्थान पर हैं।

डावोस में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के साथ-साथ महाराष्ट्र का नाम भी ऊंचा करने वाले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में सीधे विदेशी निवेश को लाने के लिए भी अथक प्रयत्न किए। मेट्रो प्रोजेक्ट्स के माध्यम से शहरों का विकास, स्टार्टअप योजनाओं के क्रियान्वयन से युवाओं के लिए रोजगार, किसानों के हित के लिए माफ किया गया कर्ज और असाधारण मराठा आरक्षण यह सब देकर मुख्यमंत्री फडणवीस ने महाराष्ट्र में विकास की राजनीति की और महाराष्ट्र से जाति-पाति की राजनीति को समाप्त कर दिया। आज तक महाराष्ट्र की राजनीति  जाति-पाति की राजनीति के नाम से जानी जाती थी, लेकिन यह दृश्य बदला महाराष्ट्र में देवेंद्र सरकार आने के बाद।

महाराष्ट्र में जल संकट पर सबसे बड़ा कदम उठाया गया ‘जलयुक्त शिवार’ (जलयुक्त सीवान) की योजना के माध्यम से। विविध गांवों को इस योजना का लाभ मिला।

एक और महत्वपूर्ण बात, महाराष्ट्र में आज तक जाति-पाति के कारण अनेक बार वातावरण बिगाड़ा गया है, ऐसा होते हुए महाराष्ट्र में हुए मराठा मोर्चों को जिस प्रकार से मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संभाला, साथ ही मराठा समाज को आरक्षण देकर और वह न्यायालय में सिद्ध कर उन्होंने एक इतिहास रचा है।

‘मन की बात’ की तर्ज पर निर्मित ‘मी मुख्यमंत्री बोलतोय’ (मैं मुख्यमंत्री बोल रहा हूं) कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री ने जनता से सम्पर्क बनाया है। डिजीटली अवेअर और डिजीटल युग को बढ़ावा देने वाले मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस युवाओं के चहेते हैं, क्योंकि वे आज के युवाओं को समझते है, ऐसा युवाओं की तरफ से बारंबार कहा गया है। महाराष्ट्र को क्या चाहिए था? एक ऐसा नेता जो जनता की आवाज समझ सके, जो महाराष्ट्र की समस्याओं की जिम्मेदारी लें और उन समस्याओं को स्वयं की समस्याओं की तरह सुलझाए। पिछले पांच साल में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से नेतृत्व के माध्यम से यह संभव होता दिखाई दे रहा है। मुख्यमंत्री फडणवीस का विज़न, उनकी सूझबूझ और उनका पारदर्शक व्यक्तित्व उनकी खासियत रही है। इसी के सहारे उन्होंने महाराष्ट्र की विविध समस्याओं को सुलझाया है। उनके खास वक्तृत्व से उन्होंने हमेशा ही सबका दिल जीता है। उन्हें मराठी में ’अभ्यासू’ अर्थात जो सदैव अभ्यासरत रहे, जिसे विविध विषयों का ज्ञान हो, कहा गया है। और आगे आने वाले समय में महाराष्ट्र को इस ’अभ्यासू’ व्यक्तित्व की आवश्यकता निश्चित ही होगी ।

महाराष्ट्र की राजनीति को समझने वाले लोग, लोकसभा में महाराष्ट्र के विजय का कारण जान सकते हैं। सुस्पष्ट राजनैतिक दूरदृष्टि का परिणाम, लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की विजय से दिखा है। महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस का अस्तित्व अब खत्म सा दिखाई पड़ता है, ऐसे में पिछले पांच वर्षों में महाराष्ट्र में किया गया विकास और जनता ने लोकसभा चुनावों में दिए परिणाम के बाद विधान सभा चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी विजयी होगी, साथ फिर एक बार उसी विश्वास के साथ, मैं वापस आऊंगा.. कहते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर विराजमान होंगे ऐसा स्पष्ट चित्र दिखाई दे रहा है।

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