एक युग का अन्त है… पूज्य आचार्य श्री धर्मेन्द्रजी महाराज का गोलोकवास
उनकी परम चेतना ही समस्त हिन्दू समाज को निरंतर उत्प्रेरित करेगी और हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए सदैव सन्नद्ध...
उनकी परम चेतना ही समस्त हिन्दू समाज को निरंतर उत्प्रेरित करेगी और हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए सदैव सन्नद्ध...
हिन्दुत्व के लिए उनका सबसे बड़ा योगदान उनका हिन्दुत्व के प्रचार-प्रसार तथा जन जागरण के लिए करोड़ों की संख्या में...
अरुणजी का अवसान मारीशस में एक युग की समाप्ति है, किन्तु भारत भी अससे अछूता नहीं रहा है। अरुणजी ने...
जो बात या गरिमा महिलाओं द्वारा पहने जाने वाली साड़ी से झलकती है वह समाज की महिला के प्रति दृष्टि...
श्री राम जन्मभूमि मंदिर की और उसके फलस्वरूप उसके भूमि पूजन का भाव ही शरीर को रोमांचित करता है, मन...
गुरु वह प्रज्ञावान, ज्ञानवान महापुरुष और श्रेष्ठ मानव होता है जो अपने ज्ञान का अभीसिंचन करके व्यक्ति में जीवन जीने...
‘स्व’ की इस चेतना का विस्तार ही अध्यात्म है और उसके फलस्वरूप निःस्वार्थ भाव से किया गया कार्य ही ‘सेवा’...
थाईलैण्ड ने आज भी हिंदू संस्कारों से सराबोर अपनी संस्कृति को बचाए रखा है। वहां राजा का नाम राम रखने...
मकान तो कोई भी बना सकता है, पर घर संस्कारों से ही बनता है। परिवार इसका आधार है। ...क्या यह...
स्वरूपजी अब इस संसार में नहीं हैं, लेकिन उनके आचार-विचार समाज को सदैव प्रचोदित और प्रेरित करते रहेंगे। ...जीवन के...
यदि देश में, समाज में समृद्धि, संपन्नता आती है, आर्थिक विकास और टेक्नॉलजी के प्रभाव से समाज के रहन-सहन के...
हज प्रकाश रूप भगवाना। नहिं तहं पुनिविग्यान विहाना राम सच्चिदानंद प्रदान करने वाले सूर्य हैं, वहां मोहरूपी रात्रि (अंधकार) का...
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