करें स्वरोजगार का दर्शन

Continue Readingकरें स्वरोजगार का दर्शन

आज देश की करीब ६५ फीसदी कार्यशील युवा आबादी है और यही जनसांख्यिकी लाभांश भारत की मौजूदा समय में सब से बड़ी पूंजी है। इसी कार्यबल का यदि सदुपयोग हो जाए, तो कोई वजह नहीं बचती कि भारत विश्व शक्ति न बन पाए। इसके लिए पहली शर्त तो यही मानी जाएगी कि देश का हर ह

भारतीय उद्योग बुलंदियों को छूने तैयार!

Continue Readingभारतीय उद्योग बुलंदियों को छूने तैयार!

आज हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो चीन के विदेशी मुद्रा भण्डार का लगभग एक दहाई है। इसीलिए ‘मेक इन इंडिया’ का महत्व सामने आता है। इस अभियान से अगले दो-तीन वर्षों में हमारा अंतरराष्ट्रीय व्यापार घाटा तो कम होगा ही, साथ ही साथ विदेशी मुद्रा भण्डार भी बढ़ेगा। ...उद्योग जगत की जबरदस्त संभावनाओं के बीच हम आगे बढ़ रहे हैं।

पारिवारिक व्यवसाय की दिशा

Continue Readingपारिवारिक व्यवसाय की दिशा

पारिवारिक स्वामित्व वाले प्रतिष्ठानों को बदलते परिदृश्य और नई पीढ़ी की अपेक्षाओं के अनुरूप बदलना होगा। परम्परागत प्रबंध की अपेक्षा उन्हें व्यावसायिक प्रबंध की ओर जाना होगा। ऐसे कुछ बदलाव हो भी रहे हैं। उम्मीद है कि भारतीय कार्पोरेट जगत में अगले दशकों में वे अवश्य अगुवा होंगे।

बी स्कूल : समय की आवश्यकता

Continue Readingबी स्कूल : समय की आवश्यकता

स्वतंत्रता के बाद जब देश में उच्च शिक्षा की नींव पड रही थी तब विज्ञान, तमनीकी चिकित्सा के बाद कामर्स विषय को भी उच्च शिक्षा की एक महत्वपूर्ण शाखा के रुप में पहचान प्रदान की गयी। कामर्स शिक्षा के लिये प्रावधान करने के पीछे उद्देश्य यह था कि उद्योंग धंधो व व्यापार की समझ तथा शोध देश के तीव्र विकास को बल देगा। स्वतंत्रता के बाद के दो दशकों में हुए वैज्ञानिक व तकनीकी विकास की तीव्र गति की जटीलता को पेशेवा टच देने की आनिवार्यता सर्वप्रथम देश के लब्ध प्रतिष्ठा वैज्ञानिक डॉ. विक्रम साराभाई ने समझा।

पूर्वांचल के कुटीर उद्योग

Continue Readingपूर्वांचल के कुटीर उद्योग

पूर्वांचल उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। इस भौगोलिक क्षेत्र के विधान सभा में कुल ११७ विधायक हैं। पूर्वांचल में कुल २८ जिले, २३ लोकसभा एवं ११७ विधान सभा सीटें  सम्मिलित हैं। यह भारतीय-गंगा मैदान पर स्थित है। पूर्वांचल के आसपास के जिलों की तुलना में मिट्टी की समृद्ध गुणवत्ता और उच्च केंचुआ घनत्व के कारण कृषि के लिए अनुकूल है।

श्री अंबिका योग कुटीर

Continue Readingश्री अंबिका योग कुटीर

संपूर्ण  विश्व के द्वारा गौरावान्वित हमारी भारतीय योगविद्या हम भारतवासियों के लिए अज्ञात नहीं है। भारतीय ऋषि-मुनियों ने उसे आत्मसात करके मानवकल्याण के लिए उसका उपयोग किया है। विशेषतः गृहस्थाश्रमियों के लिए ही इसका मार्गदर्शन किया गया है।

उद्योजक सेवा पुरुष मिलिंद कांबले

Continue Readingउद्योजक सेवा पुरुष मिलिंद कांबले

‘नौकरी करने के लिए नहीं, नौकरी देने के लिए हम पैदा हुए हैं। उद्योग में सफलता प्राप्त करें। अपना छोटा‡बड़ा उद्योग स्थापित करें और सफल बनें। सम्मान से जीयें। नौकरी मांगते रहने की अपेक्षा नौकरी देने वाले बनें।’ यह संदेश है श्री मिलिंद कांबले का।

कम मुनाफा – ज्यादा टर्नओवर

Continue Readingकम मुनाफा – ज्यादा टर्नओवर

‘ग्राहक ही व्यापार, ग्राहक ही मुनाफा’ यह सूत्र ध्यान में रखना चाहिए। ग्राहक को संभालिए, उद्योग संभलता जाएगा। ‘कम मुनाफा अधिक व्यापार’ यह सूत्र उत्पादक और ग्राहक दोनों के लिए फायदे का होता है।

End of content

No more pages to load