प्रशांत किशोर ने बताया कि आखिर कैसे बीजेपी दशकों तक सत्ता में रहेगी

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चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की चुनावी पकड़ बहुत ही तेज है और अक्सर उनकी बातें सही साबित होती है। हाल ही के बंगाल चुनाव को लेकर प्रशांत किशोर ने कहा था कि बीजेपी को जीत हासिल नहीं होगी और वह सही साबित हुआ जबकि बंगाल में बीजेपी ने एड़ी चोटी…

शाह ने कश्मीर में नए दौर को सशक्त करने का ही संदेश दिया

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गृह मंत्री अमित शाह की जम्मू कश्मीर यात्रा ऐसे समय हुई जब प्रदेश को उनकी आवश्यकता थी तथा देश भी जानना चाहता था कि सरकार की नीति रणनीति क्या है। ऐसे समय जब हिंदुओं ,सिख ,गैर कश्मीरियों तथा भारत की बात करने वालों पर आतंकवादी हमले हो रहे हों, आतंकवादियों…

स्वायत्त बहुजन राजनीति और कांशीराम की विरासत..

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क्या देश की संसदीय राजनीति में 'स्वायत्त दलित राजनीतिक अवधारणा' के दिन लद रहे है या राष्ट्रीय दलों में  दलित प्रतिनिधित्व की  नई राजनीति इसे विस्थापित कर रही है।कांग्रेस एवं भाजपा जैसे दलों में दलित नुमाइंदगी प्रतीकात्मक होने के आरोप के  साथ बहुजन राजनीति की शुरुआत हुई थी। बड़ा सवाल…

हरियाणा के सरकारी कर्मचारी क्यों नहीं ले सकते थे संघ में हिस्सा, खट्टर सरकार ने बदला नियम?

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  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपनी स्थापना के बाद से सिर्फ राष्ट्र प्रेम किया और लोगों की सेवा की, यह बात भी किसी से छिपी नहीं है लेकिन इन सब के बाद भी कुछ राजनीतिक पार्टियों के निशाने पर संघ हमेशा रहा है। हरियाणा सरकार की तरफ से वर्ष…

विश्व-बंधुत्व की भावना को साकार करता एकात्म मानवदर्शन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय

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सरलता और सादगी की प्रतिमूर्त्ति पंडित दीनदयाल उपाध्याय बहुमुखी एवं विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। उनका जीवन परिश्रम और पुरुषार्थ का पर्याय था। वे कुशल संगठक एवं मौलिक चिंतक थे। सामाजिक सरोकार एवं संवेदना उनके संस्कारों में रची-बसी थी। उनकी वृत्ति एवं प्रेरणा सत्ताभिमुखी नहीं, समाजोन्मुखी थी। एक राजनेता होते…

भारतबोध के साथ वैश्विक कल्याण का पथ ‘एकात्म दर्शन’

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धरती के हर  मनुष्य के साथ  ठीक वैसा व्यवहार हो, जैसा हम दूसरों से अपने लिए चाहते हैं। परिवार, समाज,देश और यहां तक कि विश्व के सभी शासक अपने पर निर्भर लोगों के साथ उनके हित को ध्यान में रखते हुए एक जैसा व्यवहार करें को एकात्म मानव दर्शन का…

आज यशस्वी हो रही है राष्ट्रीय विचारधार – गोपाल शेट्टी (सांसद-भाजपा)

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  उपनगर मुंबई के लोकप्रिय जननेता और गार्डन सम्राट के रूप में प्रसिद्ध भारतीय जनता पार्टी के सांसद गोपाल शेट्टी ने हिंदी विवेक को दिए अपने साक्षात्कार में राजनीति, समाजसेवा, युवाशक्ति, विचारशक्ति, भाजपा-शिवसेना सहित महाविकास आघाडी सरकार, एसआरए योजना, परिवारवाद आदि विषयों पर अपनी बेबाक राय रखी. प्रस्तुत है उनसे हुई…

मैं धर्म व जाति से परे एक भारतीय हूं- दादाभाई नौरोजी

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"मैं धर्म व जाति से परे एक भारतीय हूं" यह शब्द है दादाभाई नौरोजी के जिन्होंने कहा था कि अगर एक शब्द के काम चल जाए तो दूसरे शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए उन्हें भारतीय राजनीति का पितामह भी कहा गया था। मुंबई के एक गरीब परिवार में जन्में…

रामदास आठवले और कुछ जातक कथाएं

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कार्य आज नेतृत्व करने वाले नेताओं को करना होगा। उन्होंने आपस में समन्वय, सामंजस्य और सहयोग किया, आपस में एक-दूसरे से प्रेम किया और अपने-अपने अनुयायियों में विजय के प्रति विश्वास पैदा किया तो आने वाले समय में यह कथा निश्चित ही चरितार्थ होगी।

भारत जागरण का दूसरा दौर

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बाबा के आंदोलन को तोड़ने की लगातार कोशिश जारी है। बाबा के फास तो कोई धन नहीं मिला, उनके सहयोगी बालकृष्ण को घेरने की कोशिशें जारी हैं। उनके फतंजलि योगफीठ व उनकी दवा कम्फनियों का कच्चा-चिट्ठा खोजने के काम में सरकारी एजेंसियां जी-जान से जुटी हैं।

कुरसी तू बड़भागिनीnews

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दी साहित्य में व्यंग्य विधा ने एक लंबा रास्ता तय करके अपना प्रमुख स्थान अर्जित किया है। हिंदी के विद्वान जब पद्य को ही साहित्य की मुख्य धारा मानते थे और गद्य साहित्य को दोयम दर्जा देते थे, उस भक्तिकाल से समाज की कुरीतियों पर जो प्रहार किया था, वह व्यंग्य ही था।

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