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भारी बारिश ने मचाया कहर, लोग पलायन करने को मजबूर

भारी बारिश ने मचाया कहर, लोग पलायन करने को मजबूर

by हिंदी विवेक
in जीवन, पर्यावरण, विशेष, सामाजिक
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देश में बारिश का कहर जारी है पिछले करीब 3 दिनों से लगातार बारिश हो रही है हालांकि इस बारिश से मुंबई और दिल्ली का हाल थोड़ा खराब है। दिल्ली में जहां जल जमाव से सड़कें रुक गयी है तो वहीं मुंबई में भी भारी बारिश की वजह से लोग अपने घरो में कैद होने के लिए मजबूर हो गये है। कोरोना नियमों की वजह से ट्रेन सुविधा आम लोगों के लिए बंद कर दी गयी है जिससे लोग सड़कों के द्वारा ही अपने काम को अंजाम दे रहे है लेकिन अब भारी बारिश ने उनका यह काम भी बिगाड़ दिया है। 
 
अगर दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों की बात करें तो कल से ही बारिश जारी है। किसी को भी सूरज नजर नहीं आया है और अभी भी घने काले बादल छाये हुए है। रुक रुक कर बारिश हो रही है जिससे सड़कों पर चलने वाली गाड़ियों को दिन में भी लाइट जला कर चलना पड़ रहा है। दिल्ली मौसम विभाग की तरफ से अभी और बारिश की आशंका जाहिर की गयी है और इसी के चलते ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। दिल्ली के धौला कुआं, महारानी बाग, लाला लाजपत मार्ग, शाहजहां रोड और एम्स सहित तमाम जगहों पर पानी भरा हुआ है।
मुंबई अपनी भारी बारिश के लिए बहुत पहले से ही जानी जाती है लेकिन यह बारिश अब फिर से लोगों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। दक्षिण पश्चिम मानसून के सक्रिय होने से एक बार फिर से बारिश लौट आयी है। मौसम विभाग के अनुसार अभी तक अलग अलग स्थानों पर अधिकतम 70 मिमी बारिश हो चुकी है। बारिश लगातार जारी है इसलिए जलजमाव की परेशानी भी हो रही है अभी तक अंधेरी, परेल, भांडुप, पालघर और नवीं मुंबई के कुछ इलाकों में पानी भर चुका है हालांकि प्रशासन की तरफ से जरूरी मदद जारी है। बारिश की वजह से कुछ इलाकों में भूस्खलन भी हुआ है जिसमें कुछ लोगों के लापता होने की खबर है। 
 
दिल्ली, मुंबई के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार और असम में भी भारी बारिश जारी है। उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में अधिक बारिश हुई है जबकि कहीं कहीं पर अभी भी किसान सूखे से ग्रस्त हैं। बारिश की वजह से कुछ नदियां अपने अधिकतम निशान तक पहुंच चुकी है जिससे प्रशासन को मुस्तैद होना पड़ा है। मेरठ और गोंडा में अधिक बारिश की वजह से लोगों को पलायन करना पड़ा रहा है। गोंडा में सरयू नदीं का जलस्तर बहुत अधिक हो चुका है जिससे गांव में पानी घुस चुका है। बिहार में बाढ़ से करीब 16 जिले प्रभावित हुए है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और राहत का भरोसा दिलाया। 

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