ज्ञानवापी में बाबा ही व्याप्त हैं…
जैसे-जैसे देश की मस्जिदों की खुदाई हो रही है वैसे-वैसे उनके मंदिर होने के साक्ष्य मिल रहे हैं। काशी के ‘कंकर में शंकर है’ की कहावत चरितार्थ होती दिखाई दे रही है। अयोध्या से शुरू हुआ हिंदुओं के प्रतीकों तथा श्रद्धा स्थानों के पुनर्जागरण का कार्य अब केवल किसी आध्यात्मिक संस्था तक सीमित नहीं रहा, वह जनमानस की आकांक्षा बन चुका है।