आद्य प्रचारक मोरुभाऊ

Continue Readingआद्य प्रचारक मोरुभाऊ

संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार द्वारा महाराष्ट्र के बाहर भेजे गए तीन प्रचारकों में से मोरुभाऊ मुंजे एक थे। उन्होंने संघ में विभिन्न दायित्वों का निर्वहन किया। उनका कार्य आज भी स्वयंसेवकों के लिए एक मिसाल है। मोरेश्वर राघव उपाख्य मोरुभाऊ मुंजे को पूजनीय डॉ.

नवयुग का सूत्रपात

Continue Readingनवयुग का सूत्रपात

भाजपा हाल के चुनावों में एक संगठित राष्ट्रीय शक्ति व कर्मठ नेतृत्व के साथ उभरी है, जबकि कांग्रेस नेतृत्वविहीन एवं असंगठित दिखाई दे रही है। अखिलेश की सपा एवं मायावती की बसपा तथा केजरीवाल की आप महज क्षेत्रीय पार्टियां ही बन कर रह गई हैं। उनके राष्ट्रीय मा

अनजान रिश्ते

Continue Readingअनजान रिश्ते

सीमा और प्रकाश का परिवार बरसों से शहर के एक ही मोहल्ले में रह रहा था। पर उन दोनों का एक दूसरे से सामना कभी नहीं हुआ। प्रकाश ने विश्वविद्यालय में जब उसी की कक्षा में प्रवेश लिया और ऐसे ही औपचारिक परिचय में अपने मोहल्ले का नाम बताया तो सीमा को आश्चर्य हुआ

जम्बू ने माफी मांगी

Continue Readingजम्बू ने माफी मांगी

जम्बू भालू के पिता सर्कस में काम करते थे। जब वह सर्कस से सेवानिवृत हुए तो उन्हें एक मोटर साइकिल ईनाम में मिली। मोटर साइकिल देख जम्बू बहुत खुश हुआ। दो-चार दिन में ही उसने मोटर साइकिल चलानी सीख ली। फिर क्या था, वह सारे जंगल में मोटर साइकिल चलाने लगा। वह

हिंदी पर मंडराता भीषण संकट

Continue Readingहिंदी पर मंडराता भीषण संकट

हिंदी की बोलियों को स्वतंत्र भाषाओं का दर्जा देने की क्षुद्र राजनीतिक साजिश इस समय चल रही है| यदि ये बोलियां भाषाएं बन गईं तो हिंदी कमजोर होगी और देश को एक भाषासूत्र में बांधने के प्रयास भी विफल हो जाएंगे| हिंदी कमजोर हुई तो ये बोलियां भी कहीं की नहीं रहेंगी| इस संकट को देशवासियों को जान लेना चाहिए|

मनमोहक… केरल व तमिलनाडु

Continue Readingमनमोहक… केरल व तमिलनाडु

 दक्षिणी राज्य केरल और तमिलनाडु अपने मनमोहक प्राकृतिक नजारों एवं धार्मिक स्थलों के कारण प्रसिद्ध हैं| वन्य जीवन की विविधता, पहाड़ों की शीतल बयारें और बैक वाटर की सैर को कौन भूल सकता है!

भारतीय सांस्कृतिक विरासत और दूरदर्शन

Continue Readingभारतीय सांस्कृतिक विरासत और दूरदर्शन

लगभग गत ६ दशकों से कांग्रेस सरकार ने भारतीय संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत और दूरदर्शन को एकांगी दृष्टि से जनता को दिखाने का प्रयास किया जिसमें आपातकाल एवं स्वतंत्रता संघर्ष के संबंध में सत्तासीन सरकारी दृष्टि को ही केन्द्र में रखा तथा लोकतंत्र, सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, मुगलकालीन हिन्दू प्रतिरोध तथा सिक्ख गुरूओं के बलिदान को उपेक्षित, संकीर्ण तथा दबाने का प्रयास किया है, जो एकपक्षीय, भ्रामक, मनगढंत तथा पूर्वग्रह से ग्रसित भी हो सकता है|

 माणिक प्रभु सकलमत संप्रदाय

Continue Reading माणिक प्रभु सकलमत संप्रदाय

सन २०१७ में माणिक प्रभु की द्वितीय जन्मशताब्दी का महोत्सव मनाया जाने वाला है| श्री क्षेत्र माणिकनगर, जिला बीदर (कर्नाटक) -५८५३५३ में यह समारोह १९ नवम्बर २०१७ से ४ दिसंबर २०१७ के बीच सपन्न होगा| उस उद्देश्य से माणिक प्रभु के जीवन एवं कार्यों को रेखांकित करता यह आलेख|

आद्य जगद्गुरु शंकराचार्य की ऐतिहासिकता

Continue Readingआद्य जगद्गुरु शंकराचार्य की ऐतिहासिकता

आज जिस सार्वभौम सनातन धर्म को हम पुष्पित-पल्लवित देखकर गौरवान्वित होने का अपना भाग्य सराह रहे हैं उसका एकमात्र श्रेय उन महान विभूति जगद्गुरू आद्य शंकराचार्य को ही है| उनकी वास्तविक जन्म तिथि के बारे में फैलाई गईं भ्रांतियां भी अब दूर हो चुकी हैं| उनका जन्म ५०६ ई. पूर्व होने का उल्लेख संस्कृत के प्राचीन वाङ्मय में उपलब्ध है|

चहुंओर राम ही राम

Continue Readingचहुंओर राम ही राम

 राम नवमी के पवित्र अवसर पर जब संपूर्ण हिंदू समाज भगवान श्री राम का जन्मोत्सव मना कर स्वयं को धन्य अनुभव करता है, उसीके साथ-साथ यह भी आवश्यक है कि राम जी के चरित्र और उनके आचरण को अपने जीवन का ध्येय बना लेंऔर श्रेष्ठ भारत, समर्थ भारत के निर्माण में अपना योगदान दें|

छत्तीसगढ में शिक्षा की बहती बयार

Continue Readingछत्तीसगढ में शिक्षा की बहती बयार

छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में शिक्षा क्षेत्र में जो कारगर कदम उठाए हैं उससे प्रदेश में आर्थिक खुशहाली के साथ सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा तथा प्रदेश देश के राज्यों में अग्रणी राज्य बनेगा|

दोगली मीडिया

Continue Readingदोगली मीडिया

वामपंथ से पोषित मीडियाकर्मी, मानवतावादी तथा अवार्ड वापसी गैंग कभी भी केरल की घटनाओं को सामने नहीं आने देंते क्योंकि वहां संघर्ष उनके अस्तित्व का है| राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की देशभक्ति से प्रेरित विचारधारा का विस्तार उनके लिए सबसे बड़ा खतरा है, अत: जानबूझकर ये प्रयत्न किए जा रहे हैं कि इन घटनाओं की ओर आम जनता का ध्यानाकर्षण न हो और इसका कोई विरोध न कर सके|

End of content

No more pages to load