संघ का सेवाकार्य और कम्युनिस्टों का हिंसाचार
केरल में संघ स्वयंसेवकों के खिलाफ हो रही हिसंक घटनाओं पर संपूर्ण भारतवर्ष में निषेध व्यक्त करना अत्यंत जरूरी है| राष्ट्र को परमवैभव तक पहुंचाने के यज्ञ में हजारों स्वयंसेवकों ने केरल में आत्माहुति दी है|
केरल में संघ स्वयंसेवकों के खिलाफ हो रही हिसंक घटनाओं पर संपूर्ण भारतवर्ष में निषेध व्यक्त करना अत्यंत जरूरी है| राष्ट्र को परमवैभव तक पहुंचाने के यज्ञ में हजारों स्वयंसेवकों ने केरल में आत्माहुति दी है|
१९४९ से लेकर अब तक केरल के कन्नूर जिले में मार्क्सवादियों की हिंसा जारी है| लेकिन, अब वहां लोगों का संघ पर विश्वास बढ़ा है, गांव बदल रहे हैं, शाखाओं का विस्तार हो रहा है, और नए राष्ट्रीय नेतृत्व की लहरें यहां गहराई से अनुभव की जा रही हैं| कन्नूर के स्वयंसेवक अपनी विचारधारा के बल पर मार्क्सवादियों के नासूर को उसके जन्मस्थान कन्नूर से ही खत्म कर देने के प्रति कटिबद्ध हैं|
साम्प्रदायिक कार्ड का अर्थ है, मतदाता की जातिगत पहचान के आधार पर वोट मांगना। यह पहचान जातिगत अथवा धार्मिक भी हो सकती है। इस आलेख में मैं जाति और मोटे तौर पर धर्म के आधार की चर्चा करूंगा। स्वतंत्रता के बाद के भारत के बहुचर्चित समाजशास्त्री प
मुंबई मनपा के चुनावों के साथ राज्य में अनेक स्थानों पर हुए चुनावों के परिणाम आ चुके हैं और किसी भी पैमाने से देखें तो भाजपा को अभूतपूर्व सफलता मिली है। इसे समझने के लिए आंकड़ों के विवरण पर गौर करें तो इसके पीछे का रहस्य स्वयंमेव उजागर हो जाता है। मुंबई म
हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों में मिली सफलता के बाद भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह बहुमत हासिल किया है उससे कहीं न कहीं पार्टी का मनोबल भी बढ़ा दिया है। उत्तर प्रदेश में तो परिणामों ने भाजपा के लिए चमत्कारिक काम किया है। इससे सबसे अधिक
मध्यपूर्व और विशेष रूप से इराक और सीरिया में पिछले दो-तीन वर्षों से जबरदस्त लड़ाई चल रही है। ओसामा बिन लादेन का अलकायदा संगठन हमें पता था। बिन लादेन मारा गया, नया संगठन खड़ा हो गया, उसका नाम है इस्लामिक स्टेट ऑफ सीरिया एण्ड इराक अथात इसीस। इस इसीस में भर्
गत कई वर्षों से केरल में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं राष्ट्रवादी विचारधारा के कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है। इन घटनाओं की पार्श्वभूमि, वैचारिक संघर्ष, राज्य सरकार एवं पुलिस की भूमिका तथा संघ का इन सब घटनाओं की ओर देखने का दृष्टिकोण, ये सारी बातें नागरिकों को ज्ञात हो इसलिए प्रस्तुत है ‘मुंबई तरुण भारत’ के प्रतिनिधि महेश पुराणिक द्वारा संघ की राष्ट्रीय मीडिया टीम के सह-समन्वयक श्री जे. नंदकुमार से किए गए विशेष साक्षात्कार के महत्वपूर्ण अंश-
किसी भी संस्था की मजबूत बुनियाद ही उसे आगे बढ़ने की ऊर्जा देती है और यदि वह संस्था बैंक है तब तो उसे मजबूत बुनियाद के साथ ही तकनीक के साथ चलना भी आवश्यक है। ठाणे जनता सहकारी बैंक ने अपनी स्थापना के उद्देश्य को ही अपनी बुनियाद माना है और तकनीक का बेहतरीन उपयोग किया है। इसी का परिणाम है कि आज सहकार क्षेत्र के अग्रगण्य बैंकों में टीजेएसबी का नाम शामिल है। प्रस्तुत बैंक के विस्तार और प्रगति के संदर्भ में टीजेएसबी के सीईओ सुनील साठे से हुई चर्चा के कुछ महत्वपूर्ण अंश:-
ट्रंप का चुनाव जीतना और ब्रिटेन का यूरोपीय संघ से अलग होने का निर्णय, वर्ष २०१६ की दो सब से अहम घटनाएं थीं। इन दोनों अहम घटनाओं के पीछे की कड़वी सच्चाई यह है कि अब वैश्वीकरण की नीतियों ने एशियाई, अफ्रीकी, लातिन अमेरिकी देशों की आम जनता को ही नहीं, खुद अमेर
पांच राज्यों के चुनाओं के नतीजे आ गए हैं। भले ही ये चुनाव पांच राज्यों में हुए है लेकिन इन चुनावों की आवाज पूरे देश में सुनाई देगी। ये चुनाव देश की राजनीति की दशा और दिशा तय करने वाले थे। अत: इन चुनावों को २०१९ के लोकसभा चुनावों की जमीन तैयार करने वाला