मोदी और शाह का मिशन कश्मीर

Continue Readingमोदी और शाह का मिशन कश्मीर

जम्मू-कश्मीर में सख्ती के चलते हालात तेजी से सुधर रहे हैं। आम जन-जीवन सामान्य हो रहा है और पत्थरबाजी की घटनाएं अप्रत्याशित ढंग से घट रही है, 2016 में जहां पत्थरबाजी की 2653 घटनाएं हुई, वहीं 2019 के बीते छह महीनों में दर्जनभर वरदातें ही सामने आई हैं। इन मामलों में शरारती तत्वों की गिरतारियां भी 10,571 से घटकर 100 के आंकड़े के इर्द-गिर्द सिमट गई है।

भारत भी ‘इस्लामिक स्टेट’ की रडार पर

Continue Readingभारत भी ‘इस्लामिक स्टेट’ की रडार पर

श्रीलंका में हुए शृंखलाबद्ध विस्फोट स्थानीय आतंकवादी गुटों की सहायता से ‘इसिस’ ने करवाए थे, यह बात साफ हो चुकी है। मध्यपूर्व में पराजित होते ‘इस्लामिक स्टेट’ ने अब एशिया पर नजर रखी है। उनकी राडार पर भारत भी है। इसलिए हमें बेहद सतर्क रहना होगा।

भाजपा और एनडीए ऐतिहासिक जीत की ओर

Continue Readingभाजपा और एनडीए ऐतिहासिक जीत की ओर

लोकसभा चुनाव के निरंतर आ रहे रूझानों से सिद्ध हो रहा है कि मोदी का मैजिक लोगों के सिर चढ़ कर बोला है। एक मजबूत, दृढ़ संकल्प वाली केंद्र सरकार के पक्ष में राज्यों की समूची हिन्दी पट्टी से राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी का न केवल सूपड़ा साफ हो गया है अपितु जाति-धर्म की दीवारें एक बार फिर दरक गईं हैं।

अब पीछे हटने का प्रश्न कहां है ?

Continue Readingअब पीछे हटने का प्रश्न कहां है ?

धीरे-धीरे राजनीतिक नेतृत्व को लक्ष्य विस्तारित करते हुए सेना को बता देना चाहिए कि हमें कश्मीर के उस भाग को वापस ले लेना है। इसके बाद पाकिस्तान को सिंध, बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा में आजादी के अहिंसक आंदोलन को परवान चढ़ाने का लक्ष्य राजनीतिक नेतृत्व को कूटनीतिज्ञों एवं प्रवासी भारतीयों के माध्यम से अंजाम देना है।

याद रखो कुर्बानी

Continue Readingयाद रखो कुर्बानी

किसी आतंकवादी हमले के बाद केवल एक दिन प्रतीकात्मक देशभक्ति प्रदर्शित कर शेष दिन हम उसी पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेलते हैं और पाकिस्तानी कलाकारों की फिल्में देखने में मशगूल रहते हैं। आपकी एक दिन की राष्ट्रभक्ति जगाने के लिए जवानों को शहीद होना पड़ता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति…

रफाल पर राहुल से 7 सवाल

Continue Readingरफाल पर राहुल से 7 सवाल

रफाल पर राहुल काफी बोल चुके हैं। अब राहुल से सवाल पूछने का समय है। ये महत्वपूर्ण सवाल हैं, क्योंकि मामला देश की रक्षा से जुड़ा है। इन सवालों को जानने से पता चल जाएगा कि राहुल झूठ का गरल उगल कर देश की जनता को किस तरह बेवकूफ बना…

हिमालय के वन और वन्य जीव संकट में

Continue Readingहिमालय के वन और वन्य जीव संकट में

हिमालयी राज्यों में चल रहे निर्माण कार्यों में जैसे-भवन, बांध, सड़कों का चौड़ीकरण, ऑलवेदर रोड, रेल लाइन आदि में कहीं भी भूकम्प व अन्य आपदाओं को सहन करने की क्षमता नहीं है। इसी कारण यहां चल रही बड़ी विकास परियोजनाएं विनाश का कारण बन सकती हैं। गंगोत्री के आगे 18…

सिर्फ तस्वीरों में दिखेंगे भारत के शुतुरमुर्ग

Continue Readingसिर्फ तस्वीरों में दिखेंगे भारत के शुतुरमुर्ग

भारत से विलुप्त हो चुका चीता हो या फिर विलुप्ति की कगार पर पहुंचे स्याहगोश और गोडावण हो, ये तीनों ही शुष्क और झाड़ी व घसियाले मैदानों वाले जंगलों में रहा करते थे। इनके जीवन पर आए संकट से इस तरह के जंगलों का किस कदर खात्मा हो रहा है,…

बंगलादेश के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता

Continue Readingबंगलादेश के अल्पसंख्यकों को भारतीय नागरिकता

बांगलादेश, अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान के गैर-मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देने का बिल संसद ने पास कर दिया। इस विधेयक के माध्यम से उपरोक्त देशों के हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी एवं इसाई समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता दी जायेगी। यह केवल असम तक सीमित नही है वरन् देश के…

पाक आतंकवाद बरास्ता करतारपुर…

Continue Readingपाक आतंकवाद बरास्ता करतारपुर…

सिखों के तीर्थस्थलों की मुक्त यात्रा के लिए करतारपुर मार्गिका बनाने का भारत-पाकिस्तान का साझा निर्णय स्वागतयोग्य है; लेकिन पाकिस्तान के साथ अपने कटु अनुभवों को देखते हुए भारत को सतर्क रहना होगा। करतारपुर से निकला अमन का यह रास्ता कहीं भारतीय पंजाब में अलगाववाद फैलाने की प्रदीर्घ साजिश का…

विधान सभा चुनावों में राष्ट्रीय राजनीति की झलक

Continue Readingविधान सभा चुनावों में राष्ट्रीय राजनीति की झलक

हाल के विधान सभा चुनाव परिणामों ने भले पांच राज्यों में से चार में नई सरकारें दे दी हैं, भाजपा सरकार से बाहर हो गई है, इसकी राष्ट्रीय प्रतिध्वनि शत-प्रतिशत साफ नहीं है। इसने कई संदेश दिए हैं जिनके आधार पर राष्ट्रीय राजनीति का ताना-बाना विकसित होगा। भाजपा हारी है…

भारतमाला परियोजना ‘न्यू इंडिया’ की दिशा में बढ़ते कदम

Continue Readingभारतमाला परियोजना ‘न्यू इंडिया’ की दिशा में बढ़ते कदम

भारतमाला परियोजना के अंतर्गत देश भर में अनेक नई सड़कों का जाल बिछाने की योजना है। पहले चरण में कोई 24,800 कि.मी. सड़कों के निर्माण का कार्य चल रहा है। किसी राष्ट्र का विकास उसके परिवहन नेटवर्क और उसके रखरखाव के तौर-तरीकों पर निर्भर करता है। यही बात भारत जैसे…

End of content

No more pages to load