अंधेरी से त्रिपुरा वाया दिल्ली सुनील देवधर
त्रिपुरा विजय के शिल्पकार सुनील देवधर की खासियत यह है कि जब किसी काम में जुट जाते हैं तो उसमें अपने को पूरी तरह झोंक देते हैं। रात्रि में देर तक बातचीत-वार्ताएं, महज चार घंटों की नींद, सतत प्रवास, जनसंपर्क, प्रवास में नींद पूरी करने की आदत, आसपास अपने कार्य हेतु आए लोगों का जमावड़ा, घर में हमेशा कार्यकर्ताओं एवं अभ्यागतों का आनाजाना श्री देवधर जी की विशेषता है। उन्हें ये बातें ऊर्जा देने का काम करती हैं।