समरस समाज और राष्ट्रीय सुरक्षा

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देश को मजबूती से खड़ा होना है, तो समाज को समरस होना होगा। सौभाग्य से हमारी संस्कृति के मूल चिंतन में ऐसा करने की क्षमता है। ये लड़ाई वैचारिक भी है, और कर्म की भी है। ये हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण आयाम है, ये स

माओवादी आतंकवाद

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नक्सलवादी आंदोलन कानून व्यवस्था की समस्या न होकर एक राजनीतिक समस्या है। इसके पीछे राबिन हूड जैसे एक दो व्यक्ति न होकर एक संपूर्ण एवं गंभीर राजनीतिक दर्शन है। जब तक आर्थिक एवं सामाजिक विकास का न्याय संगत प्रारूप विकसित नहीं होगा,

वामपंथी आतंकवाद

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माओवादियों में नेतृत्व के लिए संघर्ष, धन के स्रोतों में व्यवधान और फंड में गबन आदि चल रहा है। ....इनके समर्थकों के बीच वैचारिक मुद्दाविहीनता ने आंदोलन को संगठित अपराध के रूप में परिवर्तित कर दिया है। इसलिए पुलिस कार्रवाई के अतिरिक्त एक विश्वसनीय, क

पुलिस को मजबूत तो करिए

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‘‘पुलिस को एक कसी रस्सी पर चलना पड़ता है। एक तरफ सत्तारूढ़ सरकार तो दूसरी ओर राजनीतिक दलों के बीच पिसना पड़ता है। इन हालात में पुलिस की छवि धुंधली रहती है और कानून का पालन कराने वाली निष्पक्ष संस्था को नुकसान उठाना पड़ता है।’’

आंतरिक सुरक्षा और भारत की विदेश नीति

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एक समर्थ राष्ट्र की तरह भारत अंतरराष्ट्रीय संबंधों में किसी के अंध समर्थन या विरोध का झूला झूलने के बजाय अपने दीर्घकालिक हितों का अनुसरण करते हुए बेबाक विदेश नीति पर चल रहा है।

आतंकवाद की नागफनी

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आतंकवाद की नागफनी (थूहर- cactus) भुजाएं बड़ी ही तेजी और मजबूती के साथ तमाम देशों की सरहदों को पार करती जा रही हैं। अभी तो इन भुजाओं के हाथ पारंपरिक हथियार लगे हैं लेकिन जिस तरह आतंकी तत्वों की घुसपैठ पाकिस्तान जैसे देशों की फौज मे

राष्ट्र हिताय स्वास्थ्य साधनम

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राष्ट्र की रक्षा के लिए अच्छे स्वस्थ शरीर की परम आवश्यकता है। प्राचीन रोम एवं ग्रीकवासी प्रतिदिन, हर नागरिक इतना व्यायाम करता था कि वहां का हर नागरिक लड़का सैनिक या इसी कारण रोम वासियों एवं ग्रीक लोगों ने अपने राज्य की प

राष्ट्रीय सुरक्षा एवं डॉ. बाबासाहब आंबेडकर

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देश की सुरक्षा का विचार केवल फौज तक सीमित न होकर उससे भी अधिक व्यापक है। राष्ट्रपुरुष डॉ. बाबासाहब आंबेडकर ने हमारे समक्ष इस विचार को सभी पहलुओं से रखा है। समाज व सरकार को उसका अनुशीलन करना चाहिए।

सोशल मीडिया और सुरक्षा

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अक्सर सुनने में आता है कि भारत का मानचित्र गलत दर्शाया गया। कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा नहीं दिखाया। इसका कारण है- गुगल। गुगल भारत का मानचित्र गलत दर्शाता है और अधिकांश भारतीयों को भारत का सही मानचित्र मालूम नहीं

राष्ट्र रक्षा सर्वोपरि

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भारत को स्वतंत्र हुए छ: दशक पूर्ण हो चुके हैं और हम सातवें दशक की ओर अग्रसर हैं। इस कालावधि में हमारा प्रयत्न रहा है कि हम वैश्विक स्तर पर एक प्रगल्भ राष्ट्र के रूप में अपना स्थान निर्माण करें। परंतु राष्ट्रीय सुरक्षा के चक्रव्यूह से आज भी हमारी मु

सक्षम, सजग तथा सुरक्षित भारत (विशेष संपादकीय

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सर्वांगीण तथा एकीकृत राष्ट्रीय सुरक्षा व्यवस्था (Comprehnesive and Integrale National Security) के सिद्धांतों का अध्ययन तथा विश्लेषण करें तो हमें पता चलता है कि मनुस्मृति तथा चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी राष्ट्र की राष्ट्रीय सुरक्षा पर निम्न चार प

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