केवल बछिया पैदा करने की जादुई तरकीब रक्षक या भक्षक?

Continue Readingकेवल बछिया पैदा करने की जादुई तरकीब रक्षक या भक्षक?

एक तरफ देश के कई राज्यों में गोवंश की हत्या को लेकर बड़े कानून बनाए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ देश में नर गोवंश पर  अपराध बढ़ता ही जा रहा है क्योंकि मशीनीकरण की वजह से बैलों का प्रयोग करीब-करीब खत्म हो गया। लेकिन प्राकृतिक या ऑर्गेनिक खेती के बढ़ते प्रचलन से बैलों के प्रयोग की एक नई आशा जागी है।

शिक्षा का भविष्य और भविष्य की शिक्षा

Continue Readingशिक्षा का भविष्य और भविष्य की शिक्षा

नई शिक्षा नीति का उद्देश्य ज्ञान आधारित जीवंत समाज का विकास रखा गया है जिसे प्राप्त करने के लिए विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को पर्याप्त लचीला बनाया जाएगा। यह भारतीय शिक्षा पद्धति को राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना के अनुरूप संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था को लोकतांत्रिक बनाने के प्रयास की अभिव्यक्ति है।

नई शिक्षा नीति आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ता कदम

Continue Readingनई शिक्षा नीति आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ता कदम

लगभग 35 वर्षों बाद नई जीवनानुकूल शिक्षा प्रणाली आ रही है। नई शिक्षा नीति में ऐसे छात्रों का निर्माण होगा, जो भारत की जड़ों से जुड़े रहें और आधुनिकता के साथ भी कदम मिलाए। इसलिए इस नीति का स्वागत ही किया जाना चाहिए, क्योंकि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बढ़ा एक और महत्वपूर्ण कदम है।

आत्मनिर्भर भारत की बुनियाद नई शिक्षा नीति

Continue Readingआत्मनिर्भर भारत की बुनियाद नई शिक्षा नीति

भारत विविधता के रंगों से सजा राष्ट्र है। यहाँ हर कुछ कोस पर बोली भी बदल जाती है, मौसम भी, भोजन भी। इन तमाम विविध रहन-सहन और बोली-भाषा के बावजूद यह राष्ट्र अनूठी एकता की डोर से सदैव बंधा हुआ, विश्व गुरु के रूप में जाना जाता था। एक समय था जब भारतवर्ष की समग्र शिक्षा प्रणाली का डंका पूरे विश्व में बजता था।

प्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन: भारतीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020

Continue Readingप्रौद्योगिकी के माध्यम से शिक्षा क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन: भारतीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020

वैश्विक महामारी ने दुनिया को प्रौद्योगिकी कि उच्चतम सीमाओं पर पहुँचने का अवसर प्रदान किया है। यह कहना उचित होगा कि विश्व के प्रत्येक देश ने महामारी के दौरान जीवन के लगभग हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का अच्छे से उपयोग/प्रयोग किया है।

भारत के सामयिक उत्कर्ष की ओर उड़ान

Continue Readingभारत के सामयिक उत्कर्ष की ओर उड़ान

शिक्षा के ढांचे से प्रशासनिक उलझाव खत्म कर एकीकृत स्वरूप देने का प्रावधान बहुत लंबे समय से प्रतीक्षित था। वह शिक्षा के जरिए भारत को महाशक्ति बनाने की प्रबल इच्छा को उद्घाटित करती है। इसका देश भर में स्वागत हो रहा है; जबकि कांग्रेस व वामपंथियों का निरर्थक रुदाली रुदन जारी है, जो समय के साथ अपने आप ठंड़ा पड़ने ही वाला है।

ग्रामीण भारत को सशक्त बनाएगी बीमा मंडी योजना

Continue Readingग्रामीण भारत को सशक्त बनाएगी बीमा मंडी योजना

कारोलकर उद्योग समूह बीमा मंडी व बीमा पाठशाला की अनोखी योजनाओं के साथ बीमा क्षेत्र में प्रवेश कर रहा है। ऐसी योजनाओं से ग्रामीण भारत में आने वाली क्रांति, छोटे-छोटे तबकों को बीमा कवच उपलब्ध कराने तथा ग्रामीण भारत को प्रशिक्षित करने की योजना पर कारुलकर प्रतिष्ठान के अध्यक्ष श्री प्रशांत कारुलकर से हुई अंतरंग बातचीत के कुछ खास अंश प्रस्तुत हैं।

राजस्थान की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए – गिरीश भाई शाह, समस्त महाजन संस्था

Continue Readingराजस्थान की गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाए – गिरीश भाई शाह, समस्त महाजन संस्था

राजस्थान की गोशालाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनूठे प्रयोग के तहत सभी गोशालाओं की गोचर भूमि व तालाब विकसित किए जाए और देशी वृक्षारोपण हो जाए तो कमाल हो जाएगा।

भव्य दिव्य भारत का होगा नवनिर्माण

Continue Readingभव्य दिव्य भारत का होगा नवनिर्माण

सरकार को व्यापार-उद्योग का जमीनी स्तर पर आकर विचार करना चाहिए तथा यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि 20 लाख करोड़ के पैकेज को किस तरह अमल में लाया जाएगा। इसके अलावा और भी कुछ रियायतें फौरन दी जा सकती हैं। इससे भारत के नवनिर्माण में सहायता मिलेगी।

जनकल्याण समिति,पश्चिम महाराष्ट्र -सेवा कार्यों में सबसे आगे

Continue Readingजनकल्याण समिति,पश्चिम महाराष्ट्र -सेवा कार्यों में सबसे आगे

जब भी देश और समाज पर संकट पड़ा तब - तब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सबसे पहले और सबसे आगे बढ़कर उसका सामना किया है। दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी व अनुशासित संगठन के रूप में संघ को जाना जाता है।कोरोना से जंग में भी संघ अग्रिम मोर्चे पर डट कर लड़ रहा है।

जनकल्याण समिति, कोकण प्रान्त द्वारा राशन किट का वितरण

Continue Readingजनकल्याण समिति, कोकण प्रान्त द्वारा राशन किट का वितरण

कोकण प्रान्त के अंतर्गत 27 जिले आते है और उसमें से मुंबई में 16 जिले आते है। इन सभी क्षेत्रों में संघ द्वारा बड़ी संख्या में सेवा कार्य चलाये जा रहे हैं।प्रमुख रूप से जरूरतमंद परिवारों को राशन किट, खाद्य पदार्थ, रक्तदान करना, डायलेसिस एवं गर्भवती महिलाओं को वाहन उपलब्ध कराना, डॉक्टरों एवं मेडिकल स्टाफ को पीपीई किट उपलब्ध कराना आदि सेवा कार्य किये जा रहे है।

अपंग कल्याणकारी संस्था ने क्वारंटीन वॉर्ड के लिए अपनी इमारत दी

Continue Readingअपंग कल्याणकारी संस्था ने क्वारंटीन वॉर्ड के लिए अपनी इमारत दी

पुणे के वानवडी परिसर में स्थित अपंग कल्याणकारी संस्था दिव्यांग बच्चों के सक्षमीकरण करने के लिए प्रयासरत है। यहां देशभर से दिव्यांग बच्चे आते हैं। विद्यालय तथा छात्रावास की सुविधा से युक्त इस संस्था का यह प्रयास रहता है कि इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा में वापिस लाया जाए।

End of content

No more pages to load