चुनौतियों के बीच विश्व में भारत का दमखम

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वर्तमान में भारत ने स्वयं को इतना मजबूत कर लिया है कि  वैश्विक स्तर पर बनने वाले किसी भी गुट में उसकी उपस्थिति आवश्यक है। यह सब चीन द्वारा पैदा किए जा रहे अवरोधों के बावजूद हो रहा है। इसका प्रमुख कारण वर्तमान नेतृत्व क्षमता है। किसी देश की अंतरराष्ट्रीय…

सुपर पावर : चीन का दिवास्वप्न

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चीन की खुराफातों का अंत नहीं है। अमेरिका के घटते कद के बीच वह अपने आप को ‘सुपर पावर’ समझने लगा है जबकि, चीन के अंदरूनी हालात काफी खराब हैं। तिब्बत, मंगोलिया और शिंजियांग जैसी जगहों पर अनाधिकार कब्जे के कारण कागज पर उसकी भौगोलिक स्थिति काफी सुद़ृढ़ दिखती है…

चीन एक ‘अलग-थलग’ और ‘मित्रविहीन’ भारत चाहता है

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क्या भारत, चीन से निपट सकता है? यह प्रश्न बीते छह दशकों से प्रासंगिक है। क्या इस संकट का समाधान उन नीतियों में छिपा है, जिसका अनुसरण मई 2014 से पहले 13 पूर्ववर्ती प्रधानमंत्री कर चुके है?— इसके परिणामस्वरूप ही आज भी 38 हजार वर्ग कि.मी. भारतीय भूखंड पर चीनी…

53 देशों में चीन के अवैध थाने

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दुनिया भर के 53 देशों में सेफगार्ड डिफेंडर्स नाम की गैर सरकारी संस्था के नाम पर चीन की अवैध पुलिस चौकियां काम कर रही हैं जो उन देशों में अस्थिरता लाने का कार्य कर रही हैं। अभी तक भारत में ऐसे किसी स्टेशन की कोई सूचना नहीं मिली है परंतु…

कोरोना को लेकर अब घबराने की जरूरत नहीं

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FILE PHOTO: A woman holds a small bottle labelled with a "Coronavirus COVID-19 Vaccine" sticker and a medical syringe in this illustration taken October 30, 2020. REUTERS/Dado Ruvic/File Photo
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दुनिया में एक बार फिर तेज़ी से कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने की खबरें हैं। खासतौर से चीन के बारे में कहा जा रहा है कि वहाँ जिस रफ़्तार से वायरस का एक नया वेरिएंट फ़ैल रहा है, वहां इससे पहले देखा नहीं गया। चीन के अलावा अमेरिका, जापान, दक्षिण…

भारत के पड़ोस में लाखों लाशों का ढेर लग गया

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-वॉल स्ट्रीट जनरल ने चीन में कोरोना के कहर का वर्णन करते हुए लिखा है कि चीन के शहरों में कोरोना से मरने वाले लोगों के शवों से अस्पतालों के मुर्दाघर भर चुके हैं । बीजिंग के डोंगजिओ शवदाह गृह में काम करने वाली एक महिला का कहना है कि…

चीन पर ऐसी राजनीति देश हित में नहीं 

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चीन पारंपरिक राजनीति फिर देश को निराश कर रही है ।  विपक्ष का काम सरकार से जवाब लेना है। क्या यह हर विषय और मुद्दे पर लागू हो सकता है? चीनी सेना ने तवांग सेक्टर में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर घुसपैठ की असभ्य कोशिश किया यह सच है।…

राहुल गांधी को सेना के शौर्य पर भरोसा नहीं हैं?

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गत दिनों भारत में घुसपेठ करती हुई चीनी सेना को भारत के वीर योद्धा सैनिकों के द्वारा अपने पराक्रम और शौर्य से उन्हें पीछे धकेलते हुए पीठ दिखाकर भागने पर मजबूर कर दिया गया था और इस पर सेना के थलसेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता…

चीन के कर्जजाल से हलकान श्रीलंका

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श्रीलंका बुरे दौर से गुजर रहा हैं। कितना बुरा ? पूरे देश के पास सिर्फ आज के लिये पेट्रोल - डीजल हैं। आज १७ मई से देश मे ८०% से ज्यादा निजी बसे चलना बंद हो जाएंगी। श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र मे पिछले चालीस दिनों से ३ बडे जहाज, जिनमे…

चीन से दोस्ती, जी का जंजाल

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रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच भी चीन ने ताइवान पर हमले की बात कहकर विश्व को दो खेमों में बांटने की योजना बनाई थी परंतु वह उसे आगे नहीं ले जा सका क्योंकि वह चाहता था कि चूंकि चीन रूस के साथ है तो रूस भी ताइवान मुद्दे पर उसके साथ खड़ा रहेगा, परंतु यह बात अधिक आगे नहीं बढ़ी।

भारत के पड़ौसी देशों को कैसे बर्बाद कर रहा है चीन

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चीन की एक विशेष आदत है, पहिले तो वह आर्थिक सहायता के नाम पर भारी भरकम राशि कर्ज के रूप में उपलब्ध कराता है और फिर उस कर्ज की किश्त समय पर अदा न किए जाने पर उस किश्त की राशि और ब्याज को अदा करने के लिए एक नया…

आगामी संघर्ष का केंद्र होगा ताइवान?

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ताइवान में अमेरिका की रूचि बहुत अधिक है, क्योंकि वह इसे एक ऐसे क्षेत्र के रूप में मानता है जहां से चीनी आधिपत्यवादी योजना का प्रतिवाद हो सकता है। ताइवान का एक प्रमुख सेमी-कंडक्टर चिप निर्माता होना इस मित्रता को बड़े लाभ की ओर ले जाता है। इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ताइवान पर ख़तरे की स्थिति में यही समझौता अमेरिकी हस्तक्षेप को आवश्यक करेगा।

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