राहुल और कांग्रेस अपने व्यवहार पर पुनर्विचार करें

Continue Readingराहुल और कांग्रेस अपने व्यवहार पर पुनर्विचार करें

यह कहना मुश्किल है कि राहुल गांधी और उनके रणनीतिकारों को सूरत के सत्र न्यायालय से इस तरह का फैसला आने की उम्मीद थी या नहीं. उनके पक्ष में बड़े-बड़े वकीलों ने बहस की थी । ऐसे अधिवक्ता कम ही होंगे जो अपने मुवक्किल,साथी मित्र, नेता को बताएं कि आपको…

प्रियंका गांधी का यह भाषण सुनने योग्य है

Continue Readingप्रियंका गांधी का यह भाषण सुनने योग्य है

उनके भाषण में दो बातें आज स्पष्ट सुनाई दी: पहला 'मेरा' और दूसरा 'तुम्हारा'। उन्होंने मेरा किसको कहा? 'मेरा भाई', 'मेरा परिवार' और जब देश की बात आई, प्रधानमंत्री की बात आई, तब उन्होंने कहा, 'आपका प्रधानमंत्री', 'आपका देश', 'आपकी लड़ाई', 'आपकी मीडिया', 'आपकी आवाज'। खून को भुनाकर सत्ता प्राप्त…

इतिहास को दोहराते राहुल गांधी

Continue Readingइतिहास को दोहराते राहुल गांधी

कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल गांधी द्वारा ब्रिटेन में दिए बयानों का कुल निचोड़ यह है— "भारत में लोकतंत्र समाप्त है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग भारतीय सत्ता-अधिष्ठान पर काबिज है। चुनाव आयोग से लेकर मीडिया, न्यायालय दवाब में है। देश में लोकतंत्र को बचाने हेतु अमेरिका और यूरोप…

वो 50 मिनट जिसे राहुल ने गंवाया और मोदी ने भुनाया

Continue Readingवो 50 मिनट जिसे राहुल ने गंवाया और मोदी ने भुनाया

50 मिनट... राहुल गांधी को 50 मिनट मिले थे जिस पर वो महंगाई बेरोजगारी जैसे आम आदमी के सरोकार के मुद्दे को उठा सकते थे किंतु मोदी-ईर्ष्या में राहुल गांधी इस मौके को भी भुनाने में चूक गए। कॉंग्रेस के लिए जनता और जनता के सरोकार के मुद्दों का कोई…

जम्मू कश्मीर पहुंचकर बेनकाब हुई भारत जोड़ो यात्रा

Continue Readingजम्मू कश्मीर पहुंचकर बेनकाब हुई भारत जोड़ो यात्रा

यूँ तो कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आरम्भ से ही विवादों के घेरे में रही किन्तु जम्मू कश्मीर पहुंच कर यह पूरी तरह बेनकाब हो गयी है। जम्मू कश्मीर के घटना क्रम ने यह सिद्ध कर दिया है कि राहुल गांधी की यह बहु प्रचारित यात्रा भारत जोड़ो नहीं भारत…

राहुल की इमेज बनाने में गांधी परिवार कितनी कुर्बानी लेगा

Continue Readingराहुल की इमेज बनाने में गांधी परिवार कितनी कुर्बानी लेगा

राहुल गांधी का राजनीतिक करियर बनाने और उनकी बेरोजगारी को खत्म करने के चक्कर में एक सांसद की जान चली गई । 76 साल के संतोख चौधरी कांग्रेस की भारत छोड़ो यात्रा में 9 किलोमीटर तक पैदल चले फिर यात्रा के दौरान ही जालंधन के फिल्लौर में उनको दिल का…

2024 की राजनीतिक पटकथा का लेखक कौन होगा

Continue Reading2024 की राजनीतिक पटकथा का लेखक कौन होगा

नववर्ष की शीतलहर में राजनीतिक ऊष्मा चरम पर है। यह स्वाभाविक भी है, क्योंकि फरवरी-मार्च में त्रिपुरा-मेघालय-नागालैंड, मई में कर्नाटक के साथ नवंबर-दिसंबर में मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना का विधानसभा चुनाव होना है। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव की उलटी गिनती भी शुरू हो जाएगी। इसी बीच…

स्वाधीनता संघर्ष ..कांग्रेस और वास्तविक इतिहास…!

Continue Readingस्वाधीनता संघर्ष ..कांग्रेस और वास्तविक इतिहास…!

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के इस बयान ने देश में बहस छेड़ दी है कि भारत को आजादी दिलाने में सिर्फ कांग्रेस का ही योगदान रहा। साथ में उन्होंने यह भी कह दिया कि भाजपा संघ अथवा किसी और का एक कुत्ता भी मरा हो तो उसका नाम बता दें।…

अकेले एक पार्टी ने नहीं लड़ी आजादी की लड़ाई

Continue Readingअकेले एक पार्टी ने नहीं लड़ी आजादी की लड़ाई

कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के स्वतंत्रता आंदोलन संबंधी बयान पर भाजपा का तीखा विरोध स्वाभाविक था। खरगे ने कहा कि आजादी दिलाने में कांग्रेस के नेताओं ने कुर्बानी दी लेकिन उनका तो कुत्ता भी नहीं मरा। खरगे ने कुत्ता शब्द का इस्तेमाल कर दिया अन्यथा कांग्रेस सहित कई पार्टियों…

भुट्टो और राहुल ज़रा संभलकर बोलें

Continue Readingभुट्टो और राहुल ज़रा संभलकर बोलें

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और कांग्रेस के मालिक राहुल गांधी के बयानों पर भारत में तीखी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं। जहां तक बिलावल का सवाल है, वह जब छोटा बच्चा था तो अपनी मां बेनज़ीर के साथ मुझसे मिलने अक्सर दुबई में आया करता था। अब वह अचानक…

विदेशों में भारत को क्यों बदनाम कर रहे राहुल गांधी

Continue Readingविदेशों में भारत को क्यों बदनाम कर रहे राहुल गांधी

भारत की सबसे बूढ़ी पार्टी  के युवराज अपने वतन से बाहर जा कर भी वही बोले जो कभी उन्होंने संसद मे कहा था की “भारत एक राष्ट्र ही नही है” अगर भारत हम राष्ट्र नही है तो हमारी हज़ारों वर्षों  की हिन्दू संस्कृति क्या है? भारत की आज़ादी में  बलिदानी…

कांग्रेस का पक्षपाती “पूजा स्थल कानून”

Continue Readingकांग्रेस का पक्षपाती “पूजा स्थल कानून”

1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव सरकार ने “पूजा स्थल कानून" (Places of Worship Act-1991) लेकर आई थी। इस कानून के मुताबिक 15 अगस्त 1947 से पहले अस्तित्व में आए किसी भी धर्म के पूजा स्थल को किसी दूसरे धर्म के पूजा स्थल में नहीं बदला जा सकता। अगर…

End of content

No more pages to load