पू. सरसंघचालक के वक्तव्य का संदर्भ

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संत शिरोमणि रविदास जयंती के अवसर पर पू. सरसंघचालक मोहन भागवत द्वारा कही बातों पर राष्ट्रविरोधी जनों ने विरोध करना शुरू कर दिया कि उन्होंने ब्राह्मणों का अपमान कर दिया, जबकि उन्होंने कहीं पर जातिसूचक शब्दों का प्रयोग ही नहीं किया था। कुतर्क करने वालों के लिए संघ पहले ब्राह्मणवादी…

मीडिया और राजनेताओं का समाज विरोधी नैरेटिव

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मीडिया और राजनेता कैसे समाज विरोधी नैरेटिव सेट करते हैं इसे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के परम पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवतजी के हालिया बयान और उसकी व्याख्या से समझा जा सकता है। “सत्य यह है कि मैं सब प्राणियों में हूँ इसलिए रूप नाम कुछ भी हो लेकिन योग्यता…

कैसा भारत चाहते हैं संघ प्रमुख 

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत द्वारा पांचजन्य को दिए साक्षात्कार में केवल एक अंश बहस का विषय बना जिसमें उन्होंने कहा कि मुसलमानों को डरने की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना था कि मुसलमानों में स्वयं को शासक मानने वाले उस मानसिकता से बाहर आकर सामान्य नागरिक के…

संघप्रमुख का कहा राष्ट्रवादी मुस्लिमों को स्वीकार

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"तोड़ दूंगा ये सारे बुत ए खुदा पहले यह तो बता तुझको इनसे इतनी जलन क्यों है। आए हैं कहां से ये बुत तेरी ही बनाए हुए पत्थरों और मिट्टियों से पहले यह तो बता की उन पत्थरों और मिट्टियों में क्या तू नही है?" किसी शायर का ये शेर…

हिंदू भारतीय मुसलमानों के विरुद्ध नहीं है

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''एक इतिहास तो है, उसको हम बदल नहीं सकते। वह इतिहास हमने नहीं बनाया। ना आज के खुद को हिन्दू कहलाने वालों ने बनाया। ना आज के मुसलमानों ने बनाया, उस समय घटा। इस्लाम बाहर से आया, आक्रामकों के हाथ से आया। उस आक्रमण में भारत की स्वतंत्रता चाहने वाले…

प्रज्ञा प्रवाह बैठक में हिन्दू राष्ट्र पर हुई चर्चा

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ किसी का प्रतिस्पर्धी नहीं है बल्कि यह हिन्दू राष्ट्र के लिए काम करता है और धर्म व राष्ट्र के लिए काम करने वाले तमाम हिन्दू संगठनों का सहयोग करता है। सरसंघचालक मोहनजी भागवत ने मध्य प्रदेश में प्रज्ञा प्रवाह द्वारा आयोजित अखिल भारतीय चिंतन बैठक में हिस्सा…

‘अखंड भारत के रास्ते में जो आएगा वह मिट जायेगा’

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हमेशा से अखंड भारत की बात करता आ रहा है लेकिन आज सरसंघचालक मोहनजी भागवत ने इस पर एक बयान दिया जिसके बाद से राजनीति में भी हलचल शुरु हो गयी है। हरिद्वार में मोहनजी भागवत ने कहा कि 15 सालों में अखंड भारत का सपना भी पूरा हो…

मैं एक साधारण स्वयंसेवक

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स्वयंसेवक को बुद्धिवाद नहीं चाहिए : अब कोई यदि सोचता हो कि मैं बड़ा बुद्धिमान् हूँ और बुद्धि के बल पर दूसरे को संघ-कार्य की अच्छाई समझा दूंगा और वह हमारे साथ आयेगा, तो यह उसकी भूल है। माना कि अपने पास बुद्धि है, हम लोगों से वाद विवाद और…

राष्ट्रभक्ति के निर्माण का साधन बनें स्वयंसेवक

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उदयपुर:  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश ‘भय्याजी’ जोशी ने कहा कि देशभक्ति सिर्फ विचार-विमर्श और बुद्धि के विलास का विषय नहीं है। यह आचरण का विषय है. व्यक्ति के आचरण में जब देशहित का भाव निहित होगा, तब देशभक्ति के आचरण से ओतप्रोत समाज का…

“भारत हिंदू राष्ट्र है” – डॉ. हेडगेवार जी

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भारत के सबसे बड़े समाजसेवी व राष्ट्रभक्त संगठन राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ के संस्थापक डॉ.केशवराव  बलिराम हेडगेवार का जन्म युगाब्द 4991 के चैत्र षुक्ल प्रतिपदा ( 1 अप्रैल 1889 /इस वर्ष 2 अप्रैल) को नागपुर के एक गरीब वेदपाठी परिवार में हुआ था। डॉ.हेडगेवार जी के पिता श्री बलिराम पंत व …

युगद्रष्टा संघ संस्थापक – डॉ. हेडगेवार

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डॉक्टर हेडगेवार सामान्य दिखने वाले पर असामान्य कर्तृत्व के धनी थे। वे युगद्रष्टा थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का आज का विस्तार और कार्य उनके चिंतन और संगठन कौशल, राष्ट्रभक्ति का ही परिणाम है। उनकी पुण्य स्मृति को उनके जन्मदिन पर विनम्र अभिवादन। संघ संस्थापक डॉ. हेडगेवार सामान्य से दिखने वाले…

क्या है ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ?

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आ सिंधु-सिंधु पर्यन्ता, यस्य भारत भूमिका l पितृभू-पुण्यभू भुश्चेव सा वै हिंदू रीति स्मृता ll इस श्लोक के अनुसार “भारत के वह सभी लोग हिंदू हैं जो इस देश को पितृभूमि-पुण्यभूमि मानते हैं” वीर दामोदर सावरकर के इस दर्शन को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का मूलाधार बनाकर संघ का संगठन,…

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