नए विधेयकों पर पेगासस की छाया

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कांग्रेस सहित विपक्ष निहित राजनीतिक स्वार्थों के कारण जनसंख्या नियंत्रण विधेयक के विरोध में है और संसद के मानसून सत्र में उसका भूत निकलने का डर उसे सता ही रहा था कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने देश में समान नागरिक संहिता की वकालत करते हुए केंद्र को इसे लागू करने के लिए समुचित कदम उठाने के लिए कह दिया।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

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उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की आयु मात्र 45 वर्ष है। इनकी कैबिनेट में कुल 11 मंत्री हैं। सभी आयु एवं राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव में मुख्यमंत्री जी से काफी वरिष्ठ हैं। विधानसभा चुनाव में मुश्किल से 9 माह का वक्त बचा है। ऐसे में अभी तक का सबसे युवा मुख्यमंत्री का चयन कर भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखण्ड का पूरा राजनीतिक परिदृश्य ही बदल डाला है।

चुनाव परिणाम के स्पष्ट संदेश

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जिला पंचायत चुनाव को भले हम आप विधानसभा चुनाव की पूर्वपीठिका न मानें, लेकिन, आत्मविश्वास का यह माहौल योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा को पूरे उत्साह से विधानसभा चुनाव में काम करने को प्रेरित करेगा। किसी भी संघर्ष में, चाहे वह चुनावी हो या फिर युद्ध का मैदान, परिणाम निर्धारित करने में आत्मविश्वास और उत्साह की सर्वाधिक महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह स्थिति भविष्य की दृष्टि से भाजपा के पक्ष में जाती है और स्वाभाविक ही विपक्ष के विरुद्ध।

विरासत के आधार पर स्वतंत्र भारत का विकास

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स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में अगर हर भारतीय यह निश्चय कर ले कि वह अपनी हर कृति के केंद्र में अपने राष्ट्र को रखेगा, उस कृति का परिणाम अगर राष्ट्रहित में नहीं है तो वह कृति नहीं करेगा तो भारत को विकसित और सुखी राष्ट्र बनने से कोई नहीं रोक सकता।

मैं स्वतंत्र भारत बोल रहा हूं

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“जिस स्वतंत्रता ने हमें अधिकार दिए हैं उसी स्वतंत्रता ने हमें दायित्व भी दिए हैं। हमारा पहला दायित्व है कि हम स्वयं को मानसिक गुलामी से स्वतंत्र करें। सम्प्रदाय, जाति, पंथ से परे होकर संगठित हों। अपने इतिहास, अपनी परंपरा, अपने महापुरुषों पर गर्व करना सीखें और अपनी नई पीढ़ी को भी सिखाए।”

स्वतंत्रता के बाद स्वावलंबन का प्रश्न

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उदारवादी आर्थिक नीतियों ने स्वावलंबन, स्वदेशी और रोजगार सृजन के संगठित क्षेत्र में नए अवसरों पर विराम लगा दिया। समय के साथ स्वावलंबन और बेरोजगारी के संकट भी विस्तृत होते गए। इससे पार होने की मोदी सरकार कोशिश कर रही है।

64 वर्ष की आज़ादी

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आज़ादी के फर्व फर भारत के फास कहने को सफलता की और भी बहुत सारी कहानियां हैं। विश्व में आज भारत दूध के उत्फादन में अग्रणी है। गेंहू तथा चावल का रिकार्ड उत्फादन हुआ है। ज्ञान तथा सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत ने विश्व में अर्फेाी साख बनाई है।

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