हिमालय में कम से कम होना चाहिए इंसानी दखल
केदारनाथ की यह तस्वीर 1882 में भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ने खींची थी। यह वो समय था जब हमारे पुरखे मानते ...
केदारनाथ की यह तस्वीर 1882 में भूगर्भ सर्वेक्षण विभाग ने खींची थी। यह वो समय था जब हमारे पुरखे मानते ...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिनों से बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी में है। भोले नाथ की पूजा और गंगा आरती के ...
केदारनाथ मंदिर किसने बनवाया, इसको लेकर काफी चर्चा है। पांडवों से लेकर आद्य शंकराचार्य तक। आज का विज्ञान बताता है ...
भारत विश्व का प्राचीनतम राष्ट्र है। वैदिक चिन्तन राष्ट्र को एक सजीव सत्ता स्वीकार करता है। सिर्फ मानचित्र पर उभरी ...
सनातन धर्म की पुनर्स्थापना आद्य शंकराचार्य ने की। उन्होंने शस्त्र नहीं चलाया, केवल शास्त्र के माध्यम से ही समाज में ...
जागर की यह परम्परा आज की नहीं अपितु तब से चली आ रही है जब से मानव ने जन्म लिया ...
सभ्यता खान-पान, रहन-सहन जैसी भौतिक चीजों से सम्बंधित है वहीं संस्कृति वस्तुतः जीवन के प्रति दृष्टिकोण है। इस तरह यह ...
महाराजा प्रद्युम्नशाह के उत्तराधिकारी युवराज सुदर्शन शाह ने अपने खोये हुए राज्य को प्राप्त करने के लिये ईस्ट इण्डिया कम्पनी ...
कुमाऊं एवं गढ़वाल लोक संस्कृति की दृष्टि से समृद्ध हैं। प्रदेश में विभिन्न उत्सवों, पर्वों, धार्मिक अनुष्ठानों, देव यात्राओं, मेलों-खेलों, ...
हमारे लोकगीत समय के सही दस्तावेज हैं। जिस लोक में लोकलाज भी व्याप्त है, वह न ऊंचा देखता है न ...
मांस-भक्षण करने वाले गढ़वाली कहते हैं कि यह बाणासुर की धरती है इसलिए यहां आसुरी परम्परा है। यह उनकी बुद्धि ...
हिमालय के इस मध्य भूभाग यानी आज के उत्तराखंड में महत्वपूर्ण हस्तियों की निरंतर यात्राएं होती रही हैं। इनमें साधु-संत, ...
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