छात्र – छात्राओं ने किया २५००० सूर्यनमस्कार

Continue Readingछात्र – छात्राओं ने किया २५००० सूर्यनमस्कार

विश्व सूर्यनमस्कार दिन एवं ‘रथसप्तमी’ के उपलक्ष्य में सामूहिक सूर्यनमस्कार अभियान का आयोजन किया गया. जिसमें पुणे क्षेत्र के १३ विद्यालयों के कुल १००० एवं १०० विशेष सामर्थ्यवान दिव्यांग छात्र – छात्राओं ने २५००० सूर्यनमस्कार कर एक भव्य नजारा पेश किया.

सूर्या फाउण्डेशन द्वारा खेलकूद के माध्यम से हो रहा युवा निर्माण

Continue Readingसूर्या फाउण्डेशन द्वारा खेलकूद के माध्यम से हो रहा युवा निर्माण

सूर्या फाउण्डेशन आदर्श गांव योजना के अंतर्गत प्रतिवर्ष भारत यूथ क्लब के युवाओं की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है।

आनंदयात्री प्रतिष्ठान

Continue Readingआनंदयात्री प्रतिष्ठान

.जो हो वृद्धों को अपनापन दें, उनके दुखों को समझे, उनके मन में समाज के प्रति यह विश्वास जगाए कि मानवता अभी भी जिंदा है। इसी उद्देश्य को सामने रखते हुए आनंदयात्री प्रतिष्ठान कार्य कर रहा है।

हर गांव बने ‘धर्मज’

Continue Readingहर गांव बने ‘धर्मज’

गांव को गोकुल बनाने का आसान तरीका है- गोचर को पुनर्जीवित करें। गोचर से पशुओं को चारा मिलेगा, पशुओं से दूध और गोबर मिलेगा, गोबर से ईंधन के रूप में कंडे मिलेंगे, खाद भी मिलेगी। पानी के लिए तालाबों को सफाई करें तो उसकी मिट्टी खेतों में काम आ जाएगी। इस तरह पानी, चारा, दूध, खाद सबकुछ गांव में ही मिल जाएगा। इसका नमूना देखना हो तो धर्मज आइये....

सीए बन गए जैन मुनि

Continue Readingसीए बन गए जैन मुनि

24 साल के उच्च शिक्षित मोक्षेस ने जैन मुनि की दीक्षा ली है। वे ‘समस्त महाजन’ के गिरीश भाई शाह के परिवार से हैं। उनके परिवार के 2200 साल के इतिहास में पहली बार किसी ने यह कठोर व्रत स्वीकार किया है। यह दीक्षा प्रेरणा देती है युवकों को- एक अच्छा संयमी इंसान बनने की!

‘‘समस्त महाजन’’-सेवा कार्य

Continue Reading‘‘समस्त महाजन’’-सेवा कार्य

जन सेवा कार्य को मूल उद्देश्य मानने वाली समस्त महाजन संस्था ने समय-समय पर राष्ट्र पर आने वाली प्राकृतिक आपदाओं के समय महती योगदान दिया है. अगले १२ महीनों तक लगातार प्रत्येक अंक में उनके प्रमुख कार्यों का शाब्दिक विवेचन करने के क्रम के इस प्रथम भाग में संस्था के अध्यक्ष गिरीश भाई शहा ने हिंदी विवेक को महाराष्ट्र में हुए अकाल के समय किए गए कार्यों की चर्चा की. प्रस्तुत है उसका शाब्दिक अंकन..

संक्रांति पर्व

Continue Readingसंक्रांति पर्व

संक्रांति का त्यौहार सामाजिक संबंध दृढ़ करने, आपस में मिलने जुलने, तनाव दूर कर, खुशियां फैलाने वाला त्यौहार है. यह पर्व केवल भारत ही नहीं, थाईलैंड, म्यांमार, कंबोडिया और श्रीलंका में भी पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है.

हिंदी विवेक प्रकाशित ‘भगवद्गीता सबके लिए’ का विमोचन 

Continue Readingहिंदी विवेक प्रकाशित ‘भगवद्गीता सबके लिए’ का विमोचन 

कुरुक्षेत्र| श्रीमद्भगवद्गीता हमारे राष्ट्र का ही नहीं, अपितु पूरी दुनिया में पढ़े जानेवाला लोकप्रिय ग्रंथ है| जब-जब मानस पटल पर कुरुक्षेत्र का नाम आता है तो गीता में दिए गए निष्काम कर्म के संदेश से मनुष्य प्रेरित हो जाता है|

सामूहिक वृद्धि के गुणात्मक प्रयत्न – रिजवान आड़तिया फाउंडेशन

Continue Readingसामूहिक वृद्धि के गुणात्मक प्रयत्न – रिजवान आड़तिया फाउंडेशन

उन्होंने समाज की सामान्य आवश्यकताओं अर्थात् भरण-पोषण और विकास दोनों में सहयोग हेतु प्रदाता के तौर पर कार्य किया । रिजवान आड़तिया फाउंडेशन गठन के साथ ही समाज की क्षमता बढ़ाने जैसे और योग्य बनाने की दिशा में परिश्रम करना शुरू किया । वैश्विक स्तर पर सर्व समभाव

 अपंग कल्याणकारी शिक्षण संस्था का  हीरक महोत्सव

Continue Reading अपंग कल्याणकारी शिक्षण संस्था का  हीरक महोत्सव

अपंग कल्याणकारी शिक्षण संस्था व संशोधन केंद्र वानवडी, पुणे    का ६०वां स्थापना दिवस हाल ही में मनाया गया| संस्था ने नवम्बर २०१६ से दिसम्बर २०१७ यह वर्ष हीरक महोत्सव वर्ष के रूप में मनाने का निश्‍चय किया है|

 किसानों की मुस्कान  हमारा पुरस्कार है …. -गिरीशभाई शाह

Continue Reading किसानों की मुस्कान  हमारा पुरस्कार है …. -गिरीशभाई शाह

देश में लगभग ६ लाख गांव हैं| समस्त महाजन हर गांव का महज १० लाख रु. में विकास करने की योजना रखते हैं| जिसमें तालाब, गोचर, वृक्षारोपण जैसे विषयों का विकास होगा| इससे गांवों में जो खुशी आएगी, किसानों के चेहरे खिल उठेंगे वही समस्त महाजन के लिए सब से बड़ा पुरस्कार होगा|

राष्ट्र सेविका समिति भविष्यकालीन परिद़ृश्य

Continue Readingराष्ट्र सेविका समिति भविष्यकालीन परिद़ृश्य

नए पुरानों में समन्वय निर्माण करते हुए, समिति कार्य में औपचारिकता या संस्थागत या उद्योग-गत भाव निर्माण होने से बचते हुए समिति कार्य विस्तार करने का हम सब का संकल्प है- सत्य संकल्प का दाता तो भगवान है- हमारा भगवान सब कुछ भारत माता ही है- वह आशीष देगी। देती रहेगी।

End of content

No more pages to load