ध्वस्त होती मान्यताएं
उत्तर प्रदेश में आज आबादी का घनत्व बढ़ा है। अर्थ ही सब कुछ हो गया है। इसलिए लोगों का झुकाव मान और शान से ज्यादा अर्थ पर केन्द्रित हो गया है। अर्थ की धारणा ने सांस्कृतिक धरोहरों को भी करारी चोट दी है। तमाम मान्यताएं ध्वस्त हो रही हैं। फिर भी आशा की किरण