पठानकोट हमलामानसिकता तथा यथार्थता
भारत में आतंकवादी, अलगाववादी, राष्ट्रद्रोही युद्ध १९५६ से चल रहा है। पूर्वोत्तर भारत का गृहयुद्ध, नक्सलवाद, पंजाब का आतंकवाद, कश्मीर का आतंकवाद इसके उदाहरण हैं। पाकिस्तान तथा चीन समर्थित, प्रोत्साहित, निर
भारत में आतंकवादी, अलगाववादी, राष्ट्रद्रोही युद्ध १९५६ से चल रहा है। पूर्वोत्तर भारत का गृहयुद्ध, नक्सलवाद, पंजाब का आतंकवाद, कश्मीर का आतंकवाद इसके उदाहरण हैं। पाकिस्तान तथा चीन समर्थित, प्रोत्साहित, निर
भारतवर्ष को स्वतंत्र हुए ६८ साल हो गए परंतु देश के १८.५ हजार गांव अब भी बिजली विहीन हैं। करीब २१ करोड़ लोगों के घरों में अभी भी बिजली नहीं पहुंची है। केंद्र सरकार का लक्ष्य इस स्थिति को बदलना है। श्री पीयुष गोयल के नेतृत
भारत सौभाग्यशाली है कि, यहां सौर ऊर्जा प्रचुर मात्रा में मौजूद हैं। नवीन और अक्षय ऊर्जा मंत्रालय का अनुमान है कि यह ७५० गीगावॉट के लगभग है। पिछले ६० वर्षों से हम इसका बहुत ही अल
जीवन की आधारभूत आवश्यकताओं में अब रोटी, कपड़ा और मकान के साथ-साथ बिजली की भी अहम भूमिका हो चली है। व्यक्तिगत, सामाजिक और राष्ट्रीय विकास के लिए बिजली अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान ले रही है। ‘कनेक्टिंग पीपल ऍण्ड पावर’ इस घोषवाक
अहमदाबाद के श्रमिक क्षेत्रों की चाल के छप्परनुमा घरों में ’उजाला’ ने दस्तक दे दी है। दरअसल छप्परनुमा खपरैल के एक हिस्से को खोल कर उसमें फाइबर-प्लास्टिक का सोलर स्ट्रक्चर बैठाया गया है। उसकी खिड़कियां खोलीं और बंद की जा
ऊर्जा ही किसी भी देश के विकास का आधार है। उद्योग, कृषि और अन्य सेवाएं ऊर्जा पर ही निर्भर है। जो देश ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हैं वे तरक्की कर रहे हैं और जो ऊर्जा के क्षेत्र में पिछड़े हैं वे हर क्षेत्र में पिछड़ रहे हैं। ऊर्
* ज्ञवल्क स्मृति ५वीं शताब्दि के पूर्व का भारत का एक प्रसिध्द प्राचीन ग्रंथ है। उसमें वृक्ष को न काटने तथा काटने वाले को कड़ा दण्ड दिया जाने का नियम बनाया गया था। कौटिल्य के अर्थशास्त्र, जो मौर्यकालीन ग्रंथ है, में भी वनों के रखरखाव की
पूर्ण विश्व में आज ऊर्जा के विषय में गहन संशोधन चल रहे हैं। यह सर्वविदित सत्य है कि ऊर्जा संपूर्ण मानव जाति के सर्वांगीण विकास का प्राण है। भौतिक शास्त्र में वर्णित यही ऊर्जा उसके अनेक स्वरूपों में
एक भूखे व्यक्ति को मछली खिलाओगे तो वह हमेशा भीख ही मांगता रहेगा। उसे मछली मारना सिखाओगे तो वह दूसरे सैकड़ों लोगों को खिलाने लगेगा। परंतु उसकी मछली मारने की कला को जगाने के लिए यदि तुम प्रेरित कर सको तो वह भूख से परे विकसित होने वाली सभ
लीना पावरटेक के सीएमडी अमित टेकचंदानी का कहना है कि विभिन्न ऊर्जावान व्यक्तियों से जुड़े हुए हैं। इन्हीं लोगों के कारण उन्होंने अपने व्यवसाय और राष्ट्र के विकास में अपना योगदान देने की दिशा में कदम बढ़ाये हैं। लीना पावरटेक और अमित से जुड़े ऐसे ही तीन उर्जावान लोगों ने हिंदी विवेक के साथ अपने अनुभव साझा किए।
एमएसईबी में ४० साल तक कार्यरत तथा सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के पद से सेवानिवृत्त हुए दिलीप डुम्बरे विद्युत नियामक आयोग में विद्युत लोकपाल के सचिव के रूप में कार्यरत हैं। पूरे देश में बिजली के वितरण के सम्बंध में हुई चर्चा के दौरान उन्ह
एन. वी. इलेक्ट्रोटेक्नीका प्रा.लि.संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर की जिम्मेदारी प्रकाश नारके अत्यंत कुशलता से संभाल रहे हैं। विगत ३५ वर्षों से वे इस संस्था के माध्यम से विद्युत उद्योग के क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं। बिजली आपूर्ति करने के लिए आवश्यक सेवा वे निजी एवं सरकारी प्रकल्पों को दे रहे हैं।