उत्तराखंड बनेगा वैश्विक पर्यटन केंद्र – सतपाल महाराज, पर्यटन मंत्री

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इंसान जब अपने आप में खुशी और शांति को तलाश करता है, तो उत्तराखंड के हरिद्वार और ऋषिकेश में जरुर आता है। हमें विश्वास है, संपूर्ण विश्व उत्तराखंड की ओर भविष्य में अपनी आध्यात्मिक शांति के लिए आएगा। उत्तराखंड राज्य के लिए यह बड़ी उपलब्धि होगी। उत्तराखंड के लोग अत्यंत सहज और सहयोग देने के लिए तत्पर होते हैं। निकट भविष्य में वे पूरे विश्व के लोगों को अपनत्व देंगे और विश्व का अपनत्व लेंगे।

उत्तराखंड जन्मभूमि : मुंबई कर्मभूमि

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वर्षों से पहाड़ी लोगों की मेहनत और इमानदारी की दुनिया कायल रही है। महाराष्ट्र को हम पहाड़ी अपना ही समझते हैं, हमारे यहां बहुत से लोगों के पुरखे महाराष्ट्र से ही गये हैं। ये कथन हैं भारत विकास परिषद, कोंकण प्रांत के अध्यक्ष महेश शर्मा के।

अनुदान बहुत हुआ अब श्रमदान करें

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महाराष्ट्र के वर्तमान मा. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड के पूर्व मुख्य मंत्री भी रह चुके हैं। उत्तराखंड के गठन से उनकी सक्रीय राजनीति में अहम भूमिका रही है। उन्होंने उत्तराखंड के विकास के लिए कई योजनाएं बनाईं थीं। अब 21 वर्षों के उपरांत प्रदेश की प्रगति के संदर्भ में उन्होंने हिंदी विवेक से विशेष बातचीत की। प्रस्तुत हैं उसके कुछ प्रमुख अंश-

स्वावलंबन से होगा आत्मनिर्भर उत्तराखंड – पुष्कर सिंह धामी (मुख्यमंत्री)

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उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य की समस्या, चुनौती और अवसर से भालिभांति परिचित हैं। वे उत्तराखंड को देश की सांस्कृतिक व आध्यात्मिक राजधानी बनाना चाहते हैं। इसके साथ ही उन्होंने विकास के मामले में राज्य को भारत का प्रथम क्रमांक का राज्य बनाने का भी संकल्प लिया हैं। इन विषयों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने अपने साक्षात्कार में पलायन, रोजगार, स्वरोजगार, उद्योग-व्यवसाय, पर्यटन, धर्म संस्कृति, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, ग्राम, कृषि, किसान, युवा, सरकारी योजनाओं सहित राज्य के विकास कार्यों पर अपने विचार प्रकट किये हैं। प्रस्तुत हैं साक्षात्कार का सम्पादित अंश-

उत्तराखंड भारत की सांस्कृतिक धरोहर – स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज

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सनातन धर्म की पुनर्स्थापना आद्य शंकराचार्य ने की। उन्होंने शस्त्र नहीं चलाया, केवल शास्त्र के माध्यम से ही समाज में सनातन धर्म की पुनर्स्थापना की। इसलिए शास्त्र परम्परा का संरक्षण व संवर्धन होना चाहिए। यह उद्गार व्यक्त करते हुए अपने साक्षात्कार में संन्यास आश्रम के महामंडलेश्वर आचार्य स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज ने उत्तराखंड के आध्यात्मिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। पेश है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश –

आज यशस्वी हो रही है राष्ट्रीय विचारधार – गोपाल शेट्टी (सांसद-भाजपा)

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  उपनगर मुंबई के लोकप्रिय जननेता और गार्डन सम्राट के रूप में प्रसिद्ध भारतीय जनता पार्टी के सांसद गोपाल शेट्टी ने हिंदी विवेक को दिए अपने साक्षात्कार में राजनीति, समाजसेवा, युवाशक्ति, विचारशक्ति, भाजपा-शिवसेना सहित महाविकास आघाडी सरकार, एसआरए योजना, परिवारवाद आदि विषयों पर अपनी बेबाक राय रखी. प्रस्तुत है उनसे हुई…

आत्मनिर्भर भारत का सपना होगा पूरा – स्मृति ईरानी-(केन्द्रीय कपड़ा मंत्री)

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हमारे पारंपरिक उत्पाद जो है इसे आज बहुत बड़ा घरेलु बाजार भी मिल सकता है। धीरे-धीरे यह संवेदनशीलता हमारे देश में विकसित हो रही है। मैं आशावादी हूं चाहे वह मैन मेड फाइबर से बना हुआ कपड़ा हो अथवा कॉटन या फिर सिल्क से बना हुआ कपड़ा हो, उपभोक्ताओं की संकल्पना जैसे-जैसे हमारे देश में बढ़ेगी इसका फायदा जरूर होगा। प्रधानमंत्री मोदी जी का आत्मनिर्भर भारत बनाने का जो सपना है उसे पूर्ण करने के लिए जनता जनार्दन पूर्ण रूप से सहयोग देगी तो हम घरेलु बाजार को भी हमारे उत्पादन के लिए बहुत ही सशक्त होते हुए देख रहे हैं।

समन्वय व समरसता का महाकुंभ

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सिंधु दर्शन यात्रा इस वर्ष अपने 25 वर्ष पूर्ण कर रही है। अतः इसे सिंधु कुंभ के रूप में आयोजित किया जा रहा है। कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस बार सिंधु कुंभ में कुछ विशेष व्यवस्थाएं भी होंगी। इन्हीं मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की है मु. रा. मं. के मार्गदर्शक तथा सिंधु दर्शन यात्रा के संस्थापक सदस्यों में से एक इन्द्रेश कुमार जी से। प्रस्तुत हैं उस चर्चा के प्रमुख अंश-

समाज बंधुओं के लिए सदैव तत्पर रहूंगा– आर. एन. सिंह

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अपने परिवार और गांव को छोड़कर मुंबई आने वाले लोगों में अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश के ही हैं। मुंबई की चमक-दमक, यहां मिलने वाली सुविधाएं और आजीविका के साधनों से आकर्षित होकर कई लोग अपनी किस्मत आजमाने यहां आते हैं। कुछ लोगों के सपने साकार होते हैं, कुछ लोगों के नहीं, परन्तु कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिनके सपने स्वयं के साथ-साथ समाज कल्याण से भी जुड़े होते हैं। ऐसी ही एक सख्सियत हैं आर.एन. सिंह। सुरक्षा से सम्बन्धित व्यवसाय करने वाले आर.एन. सिंह सामाजिक और लोक-कल्याण के कार्यों के लिए अधिक प्रसिद्ध हैं। प्रस्तुत है इसी सन्दर्भ में उनसे हुई बातचीत के प्रमुख अंश-

कौन थे बाबा फूलासिंह, जिन्होने पेशावर पर लहाराया था भगवा ?

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14 मार्च 1823 को बाबा फूला सिंह की शहादत की वजह से ही पेशावर पर भगवा लहराया था। महाराजा रणजीत सिंह के साथ बाबा फूला सिंह ने बड़ी लड़ाई लड़ी और अपने जीवन का बलिदान कर यह लड़ाई जीत ली। दरअसल जब अफगानी मुगल आजम खान की सेना ने बलपूर्वक…

हां, यह शताब्दी हिन्दू शताब्दी है और इसका प्रतीक होगा राम मंदिर – आलोक कुमार-(विहिप कार्याध्यक्ष)

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बाबरी ढांचा गिराने से लेकर श्रीराम मंदिर निर्माण तक की पूरी प्रक्रिया में विहिप का बड़ा योगदान रहा है. वर्तमान में भी श्रीराम मंदिर निर्माण हेतु पूरे देश में निधि संकलन करने का अभियान विहिप के द्वारा चलाया जा रहा है. श्रीराम मंदिर निर्माण तथा निधि संकलन अभियान से जुड़े विभिन्न विषयों पर विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार जी की ‘हिंदी विवेक’ से हुई बातचीत के कुछ प्रमुख सम्पादित अंश प्रस्तुत है

Everything About Kailash Nath Temple | कैलाश नाथ मंदिर

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  भारत में सतवाहन राज वंश की शक्ति क्षीण होनेपर दक्षिण में पल्लवों के रूप में एक नयी शक्ति का उदय हुआ. इनके साम्राज्य में पूरा आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु का उत्तरी भाग शामिल था. इन्होने कांचीपुरम को अपनी राजधानी बनायीं और ४ थी से ९ वीं सदी तक राज…

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