मदरसा ‘इको-सिस्टम’ का विरोध आवश्यक

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गत दिनों वाम-उदारवादी और स्वघोषित सेकुलरवादी, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर भड़क उठे। इसका कारण उनका वह हालिया वक्तव्य है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि असम में लगभग 600 मदरसे बंद किए जा चुके है और राज्य सरकार अब सभी मदरसों को बंद करना चाहती है। यूं…

मजहबी बंदिशों में उलझी मुस्लिम महिलाएं

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एक तरफ विश्वभर में महिलाएं प्रगति की उड़ान भर रही हैं, दूसरी ओर मुस्लिम महिलाएं अभी भी उन्हीं बंदिशों में जीने के लिए विवश हैं। मोदी सरकार ने तीन तलाक जैसी अमानवीय प्रथा पर रोक लगाकर सार्थक कदम उठाया है परंतु मुस्लिम महिलाओं को भी आगे आकर आवाज उठानी चाहिए। …

मदनी पर लगा अल्लाह की गुस्ताखी का आरोप

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अरशद मदनी और उनके भतीजे महमूद मदनी से खिलाफ मुस्लिम समाज के अंदर ही गुस्सा भडक उठा है । बरेली की आला हजरत दरगाह के मुफ्ती मुहम्मद सलीम बरेलवी ने अपने जारी किए गए बयान में कहा है कि मदनी ने कहा हवा से अल्लाह की तुलना की है जो…

पाकिस्तान में मुसलमान मस्जिदें क्यों तोड़ रहे हैं ?

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पाकिस्तान के कराची के सदर इलाके की एक मस्जिद की मीनारों को तहरीक-ए-लब्बैक के कार्यकर्ताओं ने तोड़ डाला । साल 2022 में पाकिस्तान के गुजरावालां में भी एक मस्जिद को पाकिस्तान की पुलिस ने खड़े होकर तोड़वाया इसके अलावा पिछले महीने यानी दिसंबर में कराची में ही एक जमातखाने को…

कैसा भारत चाहते हैं संघ प्रमुख 

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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत द्वारा पांचजन्य को दिए साक्षात्कार में केवल एक अंश बहस का विषय बना जिसमें उन्होंने कहा कि मुसलमानों को डरने की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना था कि मुसलमानों में स्वयं को शासक मानने वाले उस मानसिकता से बाहर आकर सामान्य नागरिक के…

संघप्रमुख का कहा राष्ट्रवादी मुस्लिमों को स्वीकार

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"तोड़ दूंगा ये सारे बुत ए खुदा पहले यह तो बता तुझको इनसे इतनी जलन क्यों है। आए हैं कहां से ये बुत तेरी ही बनाए हुए पत्थरों और मिट्टियों से पहले यह तो बता की उन पत्थरों और मिट्टियों में क्या तू नही है?" किसी शायर का ये शेर…

समुदाय विशेष पर क्यों मेहरबान है सुप्रीम कोर्ट ?

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उत्तराखंड हाईकोर्ट ने फैसला दिया था कि हल्द्वानी में रेलवे की 78 एकड़ की जमीन पर बसे बनभूलपुरा को खाली करवाया जाए और पूरे इलाके में बुलडोजर चलवाकर जमीन को समतल किया जाए ताकी रेलवे की जमीन रेलवे को सौंपी जा सके । पूरे इलाके में 4 हजार 365 कच्चे…

अवैध मतांतरण राष्ट्रीय चुनौती है

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ईसाई, इस्लामी समूह काफी लम्बे समय से अवैध मतांतरण में संलग्न हैं। वे सारी दुनिया को अपने पंथ मजहब में मतांतरित करने के लिए तमाम अवैध साधनों का इस्तमाल कर रहे हैं। अपनी आस्था विवेक और अनुभूति में जीना प्रत्येक मनुष्य का अधिकार है। लेकिन यहाँ अवैध मतांतरण के लिए…

मुसलमान के साथ खड़े होना इनका मजहबी कर्त्तव्य

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नूपुर शर्मा ने क्या कहा ये महत्वपूर्ण नहीं, क्योंकि उससे ज्यादा तो खुद इस्लामिक स्कालर खुद ही बोलते हैं । उसने ऐसी कौन सी बात बोली जो उनके धर्मग्रंथों का हिस्सा नहीं ? इसलिए अगर विरोध करना था, तो विरोध उनकी अपनी पुस्तक का होना चाहिए था । पर दाग…

हर शहर में एक उन्मादी भीड़

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  शहर में कितना भीड़-भड़क्का है। हर तरफ भीड़ से भरे हैं हमारे शहर। आजादी की यह सबसे महान उपलब्धि है कि गांव वीरान होते गए और शहर भीड़ से भरते गए। अगर यूपी और बिहार न होते तो मुंबई इतनी ठसाठस नहीं होती। भला हो उन सरकारों का जिन्होंने…

क्या नूपुर प्रकरण पर भाजपा दबाव में है ?

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एक टीवी डिबेट में साथी पैनेलिस्ट के भगवान शिव पर बार बार अमर्यादित टिपण्णी से उकसावे में आकर पैगंबर मोहम्मद पर की गयी टिप्पणी के बाद विवादों व कट्टर मुस्लिम समाज की “सर तन से जुदा” धमकियों में घिरी बीजेपी प्रवक्ता नुपूर शर्मा और एक अन्य प्रवक्ता नवीन जिंदल को…

स्पष्ट हो अल्पसंख्यक की परिभाषा

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अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक की संवैधानिक परिभाषा किसी को ज्ञात न होने के कारण इसके लाभ भी ऐसे समाज को मिल रहे हैं, जो न तो अल्पसंख्यक हैं और न ही उन्हें उससे मिलने वाले लाभों की जरूरत है। इसलिए संविधान में अल्पसंख्यक की परिभाषा स्पष्ट किया जाए ताकि, इसके असली हकदार अल्पसंख्यकों को उचित लाभ मिल सकें।

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