ठाकरे…बस नाम ही ‘बाकी’ है
एक समय मातोश्री में बैठे बालासाहेब ठाकरे की आवाज पूरे देश में गूंजती थी, क्योंकि उनकी बातें और विचार समाज में उत्साह का संचार करते थे। वे अपने विचारों से समझौता न करने के लिए प्रसिद्ध थे, परंतु उद्धव ने राजनीतिक लाभ के लिए पूरी विचारधारा को ताक पर रख…