यति नरसिंहानन्द सरस्वती की हत्या की कोशिश!

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हमारे देश का यह दुर्भाग्य ही है कि अगर कोई हिन्दू कट्टरता की बात करता है तो उसे समाज एक दोषी या गुंडे के रूप में देखता है और डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानन्द सरस्वती अपने इन्ही कट्टर हिन्दू विचारों की वजह से चर्चा में रहते है। हालांकि उनका कहना…

कोराना से डरना नहीं लड़ना है

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रोजी गई, रोटी गई, गई हमारी आजादी, अब भी नहीं चेते तो होगी बड़ी बर्बादी। कहते हैं यदि सुबह का भूला शाम को वापस आ जाए तो उसे भूला नहीं कहते किंतु यदि कोई ये जानते-बुझते हुए कि वह गलत रास्ते पर जा रहा है फिर भी चलता जाए तो…

महिला सशक्तिकरण पर टिका देश का भविष्य

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जब हमारा देश आजाद हो चुका है, तो नारी आजाद क्यों नहीं है, ? यह सवाल मेरी अंतरात्मा को बहुत कचोटता है l मजदूर तबके से लेकर शिक्षित परिवारों तक की महिलाएं घरेलू हिंसा का शिकार होती रहती है ।नारी के बढ़ते हुए कदमों को पुरुषों की सत्ता स्वीकार नहीं कर…

ब्लैक रिवोल्यूशन के लिए तैयार भारत

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पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रदूषण को कम करने और आयात पर निर्भरता घटाने के लिए पेट्रोल में 20 फीसद एथेनॉल मिलाने के लक्ष्य को पांच साल घटाकर 2025 कर दिया गया है। पहले यह लक्ष्य 2030 तक पूरा किया जाना था। एथेनॉल सम्मिश्रण से संबंधित रूपरेखा के बारे में विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट जारी करने के बाद मोदी ने कहा कि अब एथेनॉल 21वीं सदी के भारत की बड़ी प्राथमिकताओं से जुड़ गया है।

भारतीयत्व की पहचान कराने वाला नेतृत्व

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लोकमान्य तिलक की उग्र राजनीति असफ़ल होने वाला रोमांटिज़्म नहीं थी। भारतीयों के मनों में भरे असंतोष को बाहर निकालने हेतु यह सब आवश्यक था, जनता को उन पर होने वाले ब्रिटिशों के अत्याचारों की जानकारी ठीक तरह से देने की आवश्यकता थी, जो लोकमान्य तिलक ने पूरी की। भारतीय जनता को इन अत्याचारों का प्रतिकार करने हेतु तैयार किया। शिव जयंती एवं गणेश उत्सव के माध्यम से भारतीयों में संघ शक्ति निर्माण की।

टीकाकरण में तेजी : समय की मांग

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भारत के कई इलाकों विशेषत: गांवों में अधिकांश लोग टीका लगवाने के लिए सहयोग नहीं कर रहे हैं। आज ऐसे लोगों के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने की ज़रूरत है। इसके अंतर्गत ऐसे लोगों को यह बताने की ज़रूरत है कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। इससे मृत्यु नहीं बल्कि रोग के कारण हो सकने वाली संभावित मौत से बचा जा सकता है और केवल कुछ ही लोगों में एक-दो दिन हल्के-फुल्के बुखार के अलावा कोई अन्य समस्या नहीं होगी।

तीसरी लहर की आशंकाओं का सच

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राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने एक विस्तृत फार्म (फॉर्मेट) राज्यों को भेजा है, इसमें बच्चों के इलाज के लिए कुल अस्पताल, नर्सिंग होम, प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, डॉक्टर, नर्सों व टेक्निशियंस के आंकड़ों को देने को कहा गया है। दरअसल, पब्लिक डोमेन में मौजूद रिपोर्ट में चाईल्ड हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के आंकड़े गायब नज़र आते हैं। लिहाजा ऐसे में राज्यों को इतने बारीक़ आंकड़े आयोग को देना आसान नहीं होगा।

शरणार्थियों को मिलेगी भारत में नागरिकता

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भारतीय नागरिकता बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भारत में शरण हेतु आए प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को दी जाएगी। इनमें वे हिंदू, सिख, जैन, बुद्धिस्ट, पारसी और क्रिश्चियन शामिल हैं जो कि 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए हैं।

फादर स्टेन की मृत्यु के बहाने …

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आरोपी फादर स्टेन को जमानत क्यों नहीं दी जा रही, इस प्रश्न के उत्तर मे न्यायालय ने स्पष्ट किया है कि जमानत की अर्जी पर विचार करते समय आरोपी द्वारा किए गए गुनाह का स्वरूप, गुनाह की गंभीरता, सजा की अवधि तथा अन्य संबंधित बातें ध्यान में ली जानी चाहिए।

स्वर्ण सदी के ‘ट्रैजेडी-किंग’ दिलीप कुमार

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दिलीप कुमार केवल अपने दौर के ही नहीं बल्कि फ़िल्म जगत के सम्पूर्ण इतिहास में श्रेष्ठ अभिनेता माने जाते हैं। कई सुप्रसिद्ध अभिनेताओं के आदर्श रहे 'ट्रैजेडी-किंग' दिलीप कुमार का चले जाना भारतीय सिनेमा के  लिए एक स्वर्ण सदी का अंत है। लेकिन, ये भी निश्चित है कि उनकी फ़िल्में सदियों तक आने वाले हर अभिनयकर्ता के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगी।

इस्लामिक देशों में बदलाव की बयार और जगती उम्मीदें

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सऊदी अरब की विभिन्न मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों पर नमाज के वक्त ऊंची आवाज़ में दी जाने वाली अज़ान पर कुछ शर्त्तों और पाबंदियों का लगना एक वहाबी विचारधारा वाले देश में ऐसी पाबन्दियां एवं शर्त्तें एक युगांतकारी निर्णय एवं घटना है। इसमें भविष्य के उजले संकेत निहित हैं। इस तर्क में दम है कि क्या अल्लाह लाऊड स्पीकर से दी जाने वाली अज़ान को ही स्वीकार करता है? कबीर, जिनकी विरासत पर भारत के मुसलमान भी अपना दावा करते हैं, ने तो बहुत पहले उन्हें सचेत करते हुए कहा था कि - कंकड़ पत्थर जोड़ि के, मस्ज़िद लियो बनाई। ता चढ़ि मुल्ला बांग दे, क्या बहरा हुआ ख़ुदाय।

इज़राईल का ‘बेमेल-गठबंधन’ नेतन्याहू को हटाने में सफ़ल

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गठबंधन बनाने में सफलता प्राप्त करने वाले नेफ़्टाली बेनेट ने चुनाव-प्रचार के दौरान कहा था कि हम वामपंथियों, मध्यमार्गी पार्टियों और अरब पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। अब उन्हीं दलों के साथ उन्होंने गठबंधन किया है। इसी को लेकर नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि यह इलेक्शन फ्रॉड है।

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