अक्षय ऊर्जा का स्त्रोत सूर्य

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तमसूर्य जगतकर्तारं महादेव: प्रदीपनम् ‘‘ हमारे प्राचीन ग्रथों में सूर्य का महत्व इस प्रकार कहा गया है। सूर्य देव ही विश्व का कर्ता है, सृष्टि के लिए ऊर्जा का मूल स्रोत भी यही है। सूर्य से ही पृथ्वी तथा अन्य ग्रह उत्पन्न हुए हैं। पृथ्वी पर चराचर को सूर्य से ही शक्ति प्राप्त होती है।

आखिर कहां जाता है परमाणु बिजली घरों का कचरा?

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सालोंसाल बिजली की मांग बढ़ रही है, हालांकि अभी हम कुल ४७८० मेगावाट बिजली ही परमाणु से उपजा रहे हैं जो कि हमारे कुल बिजली उत्पादन का महज तीन फीसदी ही है। लेकिन अनुमान है कि हमारे परमाणु ऊर्जा घर सन २०२० तक १४६०० मेगावाट बिजली बनाने

एक स्वच्छ विकल्प और मन का संतोष

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बड़े आंकड़ों और जटिल विश्लेषणों के स्थान पर अपने आसपास देखकर भारत की आगामी ऊर्जा जरूरतों को समझने की कोशिश करते हैं। आज एक मध्यमवर्गीय परिवार पहले की तुलना में कितने गुना अधिक ऊर्जा का उपयोग कर रहा है? आज से पच्चीस साल पहले की तुलना में दैनिक जीवन में बिजली-पेट्रोल आदि से चालित यंत्रों की संख्या कितनी बढ़ी है? रसोई से लेकर घर की बैठक तक, और घर से लेकर कार्यस्थल तक प्रति व्यक्ति ऊर्जा खपत कितनी बढ़ी है?

मानवीय ऊर्जा

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मानवीय ऊर्जा सामुदायिक रूप से जब सकारात्मक दिशा में जाती है तो समाज में सृजनात्मक परिवर्तन होते हैं। और वही ऊर्जा जब नकारात्मक दिशा की ओर मुड़ती है तो समाज विनाश की ओर अग्रसर होता है।

आंतरिक ऊर्जा

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रिज़वान अडातिया फाउंडेशन की स्थापना दानशूर, प्रेरणास्पद वक्ता एवं सीओजीईएफ ग्रुप अफ्रीका के चेयरमैन श्री रिज़वान अदातिया ने की है, जो मूलतः भारत के पोरबंदर (जहां महात्मा गांधी का जन्म हुआ) के हैं। श्री रिज़वान को लगता है कि सौभाग्य से उन्हें भारी सफलता मिल

नवोन्मेष

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महाराष्ट्र स्थित पुणे शहर के सदाशिव पेठ निवासी चंद्रकान्त पाठकजी एवं उनके पुत्र केदार ने ऊर्जा निर्मिति के क्षेत्र में अनोखे प्रयोग किए और उन्हें सफल बनाकर नए-नए यंत्र निर्माण किए। केवल बैलगाड़ी के पहिए को घुमाकर बिजली निर्मिति उनका अनोखा प्रयोग है। इसी

राष्ट्र विकास में ऊर्जा की भूमिका

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देश में १५ वें प्रधान मंत्री के रूप में नरेन्द्रमोदी के शपथ ग्रहण करने के बाद से ही लोगों में उम्मीद की िकरण जागी है। मोदी के प्रयासों से लोगों को महसूस होने लगा िक देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर िफर चमकेगा। मेक इन इंिडया, स्वच्छता अभियान, जन धन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना प्रारंभ कर भाजपा की सरकार ने लोगों में जोश भर िदया है।

महाराष्ट्र एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी

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  महाराष्ट्र एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (महाराष्ट्र ऊर्जा विकास एजेंसी-एमईडीए) सोसायटी पंजीयन कानून १८६० के अंतर्गत पंजीबद्ध है तथा इसका प्रत्यक्ष कार्य जुलाई १९८६ में आरभ हुआ। एजेंसी का उद्देश्य महाराष्ट्र राज्य में नवीनीकरण ऊर्जा का विकास करना और ऊ

 वास्तुशास्त्र और ऊर्जा संरक्षण

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ऊर्जा संरक्षण के विभिन्न उपायों के क्रम में वास्तुशास्त्र में बताए गए उपाय करने से न केवल ऊर्जा का संरक्षण करने में ही मदद मिलती है; अपितु हमारा जीवन भी अधिक स्वस्थ, सुखी और समृद्ध होता चला जाता है।

 ऊर्जावान भारत…समर्थ भारत

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मानव जाति पर फिलहाल अनेक संकटों का मानो पहाड़ ही टूट पड़ा है। मानव जाति की बढ़ती जनसंख्या तो एक बहुत बड़ा संकट है। फलस्वरूप प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है। पिछले दो शतकों में जो औद्योगिकरण हुआ उसमें कोयला एवं खनिज तेल जैसे ईंधनों का अंधाधुंध इस्तेमाल किया गया। उसके ज्वलन से हवा में कार्बन डायआक्साइड़ की मात्रा बहुत बड़े पैमाने पर बढ़ गई है और पृथ्वी का तापमान बढ़ा है।

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